अगर अपनाएंगे निवेश का यह फॉर्मूला तो बुढ़ापे में नहीं होगी पैसों की कमी
मिलेनियल (millennials) शब्द से वाकिफ हैं आप. अगर नहीं तो 2019 में यह शब्द मीडिया में काफी पापुलर हुआ था. मिलेनियल मतलब भारत की युवा पीढ़ी. वे लोग जो 1981 से 1996 के बीच पैदा हुए. 21वीं सदी की शुरुआत में जो वयस्क हुए हैं.
कमाई का 20% हिस्सा इन्वेस्ट करना चाहिए. (Dna)
कमाई का 20% हिस्सा इन्वेस्ट करना चाहिए. (Dna)
मिलेनियल (millennials) शब्द से वाकिफ हैं आप. अगर नहीं तो 2019 में यह शब्द मीडिया में काफी पापुलर हुआ था. मिलेनियल मतलब भारत की युवा पीढ़ी. वे लोग जो 1981 से 1996 के बीच पैदा हुए. 21वीं सदी की शुरुआत में जो वयस्क हुए हैं. जानकारों के मुताबिक मिलेनियल का अपना अलग माइंडसेट होता है. मिलेनियल को जेनेरेशन Y भी कहा जाता है. फिनवे के फाउंडर और सीईओ रचित चावला के मुताबिक ऐसे मिलेनियल को अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग भी स्मार्ट ढंग से करनी चाहिए. कमाई का 20% हिस्सा इन्वेस्ट करना चाहिए, जो उनके रिटायमेंट और दूसरे जरूरी खर्चों को सिक्योर करेगा.
क्या हो निवेश का नियम?
बजट का 50-30-20 रूल अपनाएं
आय की 50% जरूरत पर खर्च करें
जरूरी खर्चों में महीने के बिल, देनदारी शामिल
30% हिस्सा चाहत पर खर्च करें
कम्फर्ट और रिक्रिएशन आपकी चाहतें
आय का 20% बचत करें
शॉर्ट, मीडियम और लॉन्ग टर्म के लिए प्लान करें
किन लक्ष्यों के लिए प्लानिंग हो?
-इमरजेंसी फंड
-डेट फ्री लाइफ
-मल्टिपल इनकम
-कैश प्लो प्लानिंग
-रिटायरमेंट
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
इमरजेंसी फंड
आय का स्रोत बंद होने पर फंड आएगा काम
6 महीने की जरूरत के हिसाब से निवेश करें
इमरजेंसी फंड लंबे अवधि के लिए भी कारगर
जरूरी लक्ष्य में फंड की कमी पूरी करने में आ सकता है काम
इमरजेंसी म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं
डेट फ्री लाइफ
युवा आज में जीना पसंद करते हैं
छोटी-बड़ी जरूरत के लिए लोन लेते हैं
क्रेडित कार्ड से जरूरतें पूरी करते हैं
जरूरत से ज्यागा खर्च कर्ज में डुबा सकता है
क्रेडिट कार्ड बिल समय पर भरें
लोन की किश्त समय पर दें
क्रेडिट कार्ड का बेतहाशा इस्तेमाल न करें
जरूरत पड़ने पर ही लोन लें
मल्टिपल इनकम
कई यंग प्रोफेशनल नौकरी के साथ एक्स्ट्रा प्रोफेशन चुनते हैं
नौकरी से आय के अलावा एक्स्ट्रा कमाई करते हैं
प्रोफेशन और पैशन को साथ में लेकर चलते हैं
अतिरिक्त आय से कोई फाइनेंशियल लक्ष्य हासिल कर सकते हैं
रिटायरमेंट के लिए या लोन चुकाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं
कैश प्लो प्लानिंग
बचत और खर्च का बजट बनाना जरूरी
आमदनी अठन्नी, खर्चा रुपय्या न हो जाए
कैश फ्लो बजट से संतुलन बनाने में आसानी
व्यापार में आमदनी और खर्च का खारा तैयार करें
इंश्योरेंस कितना जरूरी?
यंग प्रोफेशनल के पास अपर्याप्त इंश्योरेंस
शहरों में करीब 65% लोगों के पास पॉलिसी
5 में से सिर्फ 1 के पास टर्म प्लान
एक स्टडी के अनुसार भारत का IPQ 35
IPQ- इंडिया प्रोटेक्शन कोशंट
बीमा कवर के मामले में हम काफी नीचे
कैसा है फाइनेंस बिहेवियर?
25-35 साल के बीच प्रोफेशनल ज्यादा खर्च करते हैं
घूमना-फिरना और लक्गजरी लाइफस्टाइल पसंद करते हैं
यंग प्रोफशनल की लिस्ट में इंश्योरेंस काफी नीचे
सिर्फ 44% मिलेनियल को टर्म इंश्योरेंस की जानकारी
सिर्फ 17% मिलेनियल ने टर्म प्लान खरीदा है
शहरों में रहने वाले 22% युवा लाइफ इंश्योरेंस में रुचि नहीं रखते
रिटायरमेंट प्लानिंग कितनी जरूरी?
कामकाजी सालों में आपकी आय काम आती है
रिटायरमेंट के बाद सेविंग और निवेश काम आता है
सेविंग अकाउंट में पैसा महंगाई को मात देने में काफी नहीं
बैंक अकाउंट में ब्याज सिर्फ 4%
अपनी आय का कुछ हिस्सा रिटायरमेंट के लिए रखें
रकम को सही जगह निवेश करके प्लानिंग कर सकते हैं
रिटायरमेंट प्लानिंग कामकाजी सालों का शुरूआत में करें
रिटायरमेंट के लिए कहां निवेश?
NPS
PPF
म्यूचुअल फंड
08:59 PM IST