Byju's को आकाश एजुकेशन में 6% हिस्सेदारी बेचने से रोका गया, नकदी संकट से जूझ रही है कंपनी
बायजू ब्रांड का स्वामित्व रखने वाली कंपनी 'थिंक एंड लर्न' को एक आपातकालीन मध्यस्थता अदालत ने आकाश एजुकेशन में करीब छह प्रतिशत हिस्सेदारी नहीं बेचने के लिए कहा है.
शिक्षा प्रौद्योगिकी फर्म और बायजू ब्रांड का स्वामित्व रखने वाली कंपनी 'थिंक एंड लर्न' को एक आपातकालीन मध्यस्थता अदालत ने आकाश एजुकेशन में करीब छह प्रतिशत हिस्सेदारी नहीं बेचने के लिए कहा है. आकाश एजुकेशन, थिंक एंड लर्न की सहायक कंपनी है, जो अरबपति चिकित्सक रंजन पई के नेतृत्व वाली एमईएमजी फैमिली ऑफिस से जुटाए गए लगभग 350 करोड़ रुपये का भुगतान करने में विफल रही है.
एमईएमजी फैमिली ऑफिस ने अपने अधिकारों की रक्षा के लिए मार्च में मध्यस्थता कार्यवाही शुरू की थी. एक कानूनी प्रतिनिधि ने कहा कि सिंगापुर अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता केंद्र के नियमों के तहत भारत में नियुक्त एक आपातकालीन मध्यस्थ ने चार अप्रैल को इस संबंध में निर्देश जारी किए. बायजू और एमईएमजी ने इस बारे में ईमेल से भेजे गए सवालों के जवाब नहीं दिए.
हाल ही में की थी करीब 500 लोगों की छंटनी
पिछले कुछ वक्त से नकदी संकट से जूझ रहे BYJU’S ने एक बार फिर से बड़ी छंटनी (Layoff) की है. इस बार करीब 500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला जा रहा है. बता दें कि पिछले काफी दिनों से कंपनी ने अपने सारे कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम (WFH) पर भेज दिया था. इस कदम के बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि अभी एक और बड़ी छंटनी हो सकती है. वहीं एक दिन पहले ही कंपनी ने अपने कर्मचारियों को एक ईमेल भेजते हुए सूचित किया था कि एक बार फिर से उनकी सैलरी देने में देरी हो रही है, क्योंकि राइट्स इश्यू से जुटाया गया फंड अभी तक ब्लॉक है.
बिजनेस रीस्ट्रक्चरिंग के तहत किया जा रहा ऐसा
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जब जी बिजनेस ने कंपनी के प्रवक्ता से बात की तो उन्होंने बताया कि कंपनी बिजनेस रीस्ट्रक्चरिंग के फाइनल स्टेज में है. बता दें कि इस बिजनेस रीस्ट्रक्चरिंग की घोषणा पिछले साल अक्टूबर के महीने में की गई थी, ताकि ऑपरेटिंग स्ट्रक्चर को आसान बनाते हुए लागत को घटाया जा सके और बेहतर कैश फ्लो मैनेजमेंट किया जा सके.
वहीं दूसरी ओर प्रवक्ता ने इस बार पर भी जोर दिया कि कंपनी नकदी के संकट से जूझ रही है, क्योंकि उसके 4 विदेशी निवेशकों से कंपनी का विवाद चल रहा है. कंपनी का दावा है कि कि इन निवेशकों की वजह से ही कंपनी राइट्स इश्यू से जुटाए गए पैसों को इस्तेमाल नहीं कर पा रही है. कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि नकदी संकट की वजह से पैदा हुए हालातों को चलते ये सब हो रहा है, जिसका कंपनी का बेहद खेद है.
09:34 AM IST