रेलवे ने लॉकडाउन में बनाया ये रेल ब्रिज, फंसे श्रमिकों को फिर मिला काम
Written By: विवेक तिवारी
Wed, Apr 29, 2020 06:42 PM IST
देश में कोरोना महामारी (Corona virus) कोविड-19 (COVID-19) पर लगाम लगाने के लिए देशभर में लॉकडाउन (Lockdown) किया गया है. रेलवे की ओर से मणिपुर (Manipur) को रेल नेटवर्क से जोड़ने के लिए बड़ी तेजी से काम किया जा रहा था. लेकिन अचानक हुए लॉकडाउन के चलते बड़ी संख्या में श्रमिक (Labor) वर्किंग साइट पर फंस गए थे. गृह मंत्रालय (Home Ministry) की ओर से काम को शुरू करने की छूट दिए जाने के बाद इन श्रमिकों से एक बार फिर इस रेल प्रोजेक्ट (Rail project) पर काम करना शुरू कर दिया गया है. रेलवे की ओर से जिरीबाम - इंफाल रेलवे लाइन पर 'Barak' नदी पर ब्रिज बनाने का काम तेजी से शुरू कर दिया है.
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नदी पर पुल के गार्डर का काम पूरा हुआ
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मार्च 2022 तक पूरा किया जाना है काम
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पहाड़ों को काट का बनाया जा रहा है रास्ता
मणिपुर को रेलवे लाइन से जोड़ने के लिए कई पहाड़ों को काट कर रास्ता बनाया जा रहा है. पहाड़ी इलाका होने के चलते यहां आए दिन होने वाले भूस्खलन और अन्य मुश्किलों के बीच इस काम को तेजी से किया जा रहा है. इस रूट पर यात्रियों को कई सुरंगे देखने को मिलेंगी. इस रूट पर दुनिया का सबसे ऊंचा रेल गर्डर पुल भी बनाया जाना है. इस प्रोजेक्ट को 2008 में एवार्ड किया गया था. लेकिन मोदी सरकार में इस प्रोजेक्ट के काम में तेजी आई है.
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फ्रेट कॉरीडोर का काम भी शुरू हुआ
गौरतलब है कि लॉकडाउन के चलते बड़ी संख्या में श्रमिक DFCC की साइटों पर भी रह रहे हैं. DFCC का काम शुरू होने से इन श्रमिकों को एक बार फिर काम मिल सकेगा. भारतीय रेलवे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर के काम को काफी तेजी से पूरा कर रही है. भारतीय रेलवे ने 2 अक्टूबर से खुर्जा और भदान के बीच में Eastern Dedicated Freight Corridor का एक हिस्सा कमर्शियल ऑपरेशन के लिए खोल भी दिया है. इस फ्रेट कॉरीडोर के खुलने के बाद एक तरफ जहां समय से मालगाड़ियों को पहुंचा सकेगा वहीं दिल्ली - हावड़ा रूट पर गाड़ियों की स्पीड बढ़ाई जाएगी. Western Dedicated Freight Corridor पर भी काफी तेजी से काम चल रहा है. इस कॉरीडोर के विकसित होने के बाद अतिरिक्त ट्रेनें चलाने में मदद मिलेगी. साथ ही ट्रेनों की स्पीड भी बढ़ाई जा सकेगी.
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