'महाराजा एक्सप्रेस' की अगली सवारी 2022 में होगी शुरू, सबसे कम किराया रु. 2.93 लाख , जानें सारी डीटेल्स
Written By: ज़ीबिज़ वेब टीम
Sun, Sep 05, 2021 01:06 AM IST
देश की रॉयल रेल सवारियों की अगर बात की जाए तो आज सबसे पहले नाम आता है इंडियन रेलवे के महाराजा एक्सप्रेस ट्रेन का. इस ट्रेन में सफर करना अपने आप में किसी ख्वाब के पूरा होने से कम नहीं क्योंकि इस टूर पैकेज में पैसेंजर को राजा महाराजाओं की शानो शौकत को अनुभव करने का मौका मिलता है. फिलहाल कोरोना के चलते ट्रेन की शिड्यूल यात्राएं स्थगित हैं. रेलवे आगामी साल यानी 2022 में इसकी सेवाएं फिर से शुरू करने की योजना बना रहा है. तो जानते हैं महाराजा एक्सप्रेस में ऐसा क्या अनुभव मिलता है जो इसे रॉयल बनाता है
1/4
मिनिमम किराया 2.93 लाख रुपए
लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस ट्रेन की शुरुआती टिकट की कीमत क्या है? हम बताते हैं महाराजा एक्सप्रेस के ताजा रेट चार्ज के मुताबिक सबसे कम किराया 'ट्रेजर ऑफ इंडिया' टूर पैकेज के तहत 2.93 लाख रुपए सबसे कम पैकेज है. जबकि इसका सबसे महंगा पैकेज 'दी इंडियन स्प्लेंडर' टूर पैक का जिसका किराया 18.06 लाख रुपए तक जाता है. (All Photos & information from - Maharaja Express official website)
2/4
ये टूप पैक होते हैं ऑफर
इंडियन रेलवे इस रॉयल लग्जरी ट्रेन को अलग अलग टूर पैकेज में चलाता है. जिसमें दी इंडियन स्प्लेंडर(दिल्ली-आगरा-रणथंबोर-जयपुर-बीकानेर-जोधपुर-उदयपुर-मुंबई), दी हैरिटेज ऑफ इंडिया (मुंबई-उदयपुर-जोधपुर-बीकानेर-जयपुर-रणथंबोर-फतेहपुर सीकरी- आगरा - दिल्ली) , दी इंडियन पैनारोमा(दिल्ली-जयपुर-रणथंबोर-फतेहपुर सीकरी-आगरा-ओरछा और खजुराहो-वाराणसी-दिल्ली), ट्रेजर्स ऑफ इंडिया (दिल्ली-आगरा-रणथंबोर-जयपुर-दिल्ली) जैसे टूर पैक अलग अलग दिन और स्थलों को कवर करते हैं. इसमें ट्रेजर ऑफ इंडिया के 3 रात/4 दिन के टूर पैक को छोड़ बाकी तीनों पैकेज 7 रात/8 दिन की होते हैं.
3/4
ये लग्जरी सेवाएं दी जाती हैं
महाराजा एक्सप्रेस IRCTC की खास और देश की सबसे नई लग्जरी ट्रेन है. 23 कैरिज लंबी ट्रेन में चार अलग-अलग प्रकार के आवास हैं. डीलक्स केबिन, जूनियर सुइट केबिन, सूट और प्रेसिडेंशियल सुइट. सभी केबिन अटैच बाथरूम के साथ आते हैं. गाड़ियों का नाम अर्ध कीमती और कीमती रत्नों के नाम पर रखा गया है और प्रत्येक केबिन के अंदरूनी हिस्से को सुस्वादु रूप से योजनाबद्ध किया गया है. ट्रेन में दो रेस्तरां हैं जिनमें प्रत्येक में 42 लोगों के बैठने की क्षमता है. रेस्तरां में से एक को रंग महल कहा जाता है जिसका शाब्दिक अर्थ है 'रंगों का महल'. अन्य रेस्तरां को मयूर महल कहा जाता है जो भारत के राष्ट्रीय पक्षी, मयूर के बाद थीम पर आधारित है.
4/4