Indian Railways: नॉन-फेयर रेवेन्यू में 198 प्रतिशत का उछाल, पार्सल से सिर्फ 6 महीनों में मिला 129.16 करोड़ रुपए का राजस्व
Central Railway: मध्य रेलवे के गैर-किराया राजस्व (Non-Fare Revenue) में इस साल जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. मध्य रेलवे ने मौजूदा वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही (अप्रैल से सितंबर) में 32.73 करोड़ रुपये का नॉन-फेयर रेवेन्यू जनरेट किया है.
Indian Railways: नॉन-फेयर रेवेन्यू में 198 प्रतिशत का उछाल, पार्सल से सिर्फ 6 महीनों में मिला 129.16 करोड़ रुपए का राजस्व (PTI)
Indian Railways: नॉन-फेयर रेवेन्यू में 198 प्रतिशत का उछाल, पार्सल से सिर्फ 6 महीनों में मिला 129.16 करोड़ रुपए का राजस्व (PTI)
Central Railway: मध्य रेलवे के गैर-किराया राजस्व (Non-Fare Revenue) में इस साल जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. मध्य रेलवे ने मौजूदा वित्त वर्ष 2022-23 की पहली छमाही (अप्रैल से सितंबर) में 32.73 करोड़ रुपये का नॉन-फेयर रेवेन्यू जनरेट किया है, जो पिछले साल इसी अवधि के दौरान 10.96 करोड़ रुपये था. लिहाजा, मध्य रेलवे के नॉन फेयर रेवेन्यू में पिछले साल की तुलना में इस साल 198 प्रतिशत की जबरदस्त बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इस वित्त वर्ष के सितंबर महीने में मध्य रेलवे को 29 गैर-किराया राजस्व ठेके, ई-नीलामी के जरिए 261.50 लाख रुपये की सालाना लाइसेंस फीस के रूप में प्राप्त हुआ है.
सितंबर 2022 में दिए गए ठेके
मध्य रेलवे द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक अमरावती, अकोला, भुसावल, नासिक रोड और शेगांव में 5 साल की अवधि के लिए रेल कोच रेस्टॉरेंट शुरू करने के लिए 130.63 लाख रुपये सालाना के राजस्व के साथ ठेके दिए गए हैं. भुसावल गुड्स यार्ड में 5 साल वाले बॉक्सएन वैगनों की सफाई का ठेका 302.84 लाख रुपये सालाना के राजस्व के साथ दिया गया है. इसके अलावा अकोला, भुसावल, जलगांव और नासिक रोड में 5 साल वाले 24x7 आपातकालीन चिकित्सा कक्षों के ठेके 22.25 लाख रुपये प्रति वर्ष के राजस्व के साथ दिए गए हैं.
न्यू गैर-किराया राजस्व विचार योजना (एनआईएनएफआरआईएस) के तहत टर्मिनल डिटेंशन को कम करने के लिए धामनगांव गुड्स शेड में बीसीएन/बीसीएनएचएल रेक के परिचालन के लिए कन्वेयर बेल्ट द्वारा अर्ध-मशीनीकृत माल की हैंडलिंग का अनुबंध 3 लाख रुपये सालाना राजस्व के साथ 5 साल की अवधि के लिए शुरू किया गया है. ये रेलवे के साथ-साथ माल ढुलाई कराने वाले ग्राहकों के लिए भी एक शानदार मौका है क्योंकि इसमें रेलवे के लिए माल ढुलाई राजस्व बढ़ाने और माल ढुलाई कराने वाले ग्राहकों के लिए आने वाली समस्याओं, श्रम की लागत, कार्टिंग आदि में कटौती करने की क्षमता है.
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इसके अलावा नागपुर साइडिंग में माल शेड कार्य कुशलता और सफाई के लिए एक साल की अवधि वाले ठेके को 15 लाख रुपये के राजस्व के साथ दिया गया है. पुणे-सिकंदराबाद-पुणे शताब्दी एक्सप्रेस के सभी डिब्बों में 2.50 लाख रुपये प्रति वर्ष के राजस्व के साथ विज्ञापन पैच और हेडरेस्ट कवर का प्रावधान.
मध्य रेलवे को पार्सल से मिला 129.16 करोड़ रुपये का राजस्व
मध्य रेल ने वित्त वर्ष-2022-23 (अप्रैल से सितंबर) की पहली छमाही में 2.59 लाख टन पार्सल और सामान के परिवहन के माध्यम से 129.16 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया. जिसमें सितंबर महीने में 22.30 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ. वित्त वर्ष 2022-23 (सितंबर तक) के दौरान, टाइम-टेबल पार्सल ट्रेनों की 133 यात्राओं ने 9.62 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया और 17 इंडेंट पार्सल कार्गो एक्सप्रेस ट्रेनों ने 3.49 करोड़ का राजस्व अर्जित किया.
वर्तमान में 89 सीटिंग कम लगेज रेक (एसएलआर) और 13 पार्सल वैन (वीपी) पट्टे पर हैं, जिनमें से 24 एसएलआर और एक वीपी को हाल ही में ई-नीलामी के माध्यम से पट्टे पर दिया गया है.
07:35 PM IST