इन 10 गलतियों से बचकर तैयार करें फाइनेंशियल प्लान, नहीं होगा कभी नुकसान
इंश्योरेंस यानी बीमा, सुरक्षा के लिए लिया जाता है. कुछ लोग इसे निवेश के लिए लेते हैं. 100 में से 95 लोगों ने ये गलती की है. क्योंकि, रिटर्न और एंडाउमेंट प्लान में फर्क होता है. इसलिए सुरक्षा के लिए सिर्फ टर्म इंश्योरेंस ही लें.
कुछ लोग डिस्काउंट होने के चलते खरीदते हैं, जरूरत के बदले डिस्काउंट को तवज्जो देते हैं. इससे गैर-जरूरी खर्च बढ़ता है और निवेश घटता है. (Image- Pixabay)
कुछ लोग डिस्काउंट होने के चलते खरीदते हैं, जरूरत के बदले डिस्काउंट को तवज्जो देते हैं. इससे गैर-जरूरी खर्च बढ़ता है और निवेश घटता है. (Image- Pixabay)
अक्सर छोटी-छोटी गलतियों के चलते हमारी फाइनेंशियल प्लानिंग धरी की धरी रह जाती है और हम अपने लक्ष्यों को पूरा करने में असफल हो जाते हैं. ऐसे में फाइनेंशियल प्लानिंग करते वक्त कुछ गलतियों से बचना चाहिए. आज हम ऐसी ही 10 गलतियों के बारे में चर्चा कर रहे हैं, जिनसे बचकर ही अपना फाइनेंशियल प्लान तैयार करना चाहिए.
फाइनेंशियल प्लानिंग की इन 10 गलितयों को लेकर कंप्लीट सर्किल कंसल्टेंट्स के को-फाउंडर क्षितिज महाजन के मुताबिक, फाइनेंशियल प्लानिंग एक प्लान सिस्टम है. यह सपनों को पूरा करने के लिए प्लानिंग है, जीवन के हर पड़ाव के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग है यह. इसलिए फाइनेंशियल प्लानिंग बड़ी ही सोच-समझकर करनी चाहिए.
इसके लिए सबसे पहले फाइनेंशियल प्रोफाइल को समझें. इसके लिए अपनी कमाई और खर्च की हर जानकारी जुटाएं. अपनी फाइनेंशियल प्रोफाइल को रिव्यू करें.
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फाइनेंशियल प्लानिंग की 10 गलतियां
कई बार हमें लगता है कि हमने काफी पैसा अपने फ्यूचर के लिए निवेश कर लिया है. लेकिन जब आप अपने टारगेट के नजदीक पहुंचते हैं तो रिजल्ट कुछ और होता है. अक्सर हम जिसे निवेश समझते हैं वह होता कुछ और है. जैसे-
1- निवेश के लिए इंश्योरेंस
इंश्योरेंस यानी बीमा, सुरक्षा के लिए लिया जाता है. कुछ लोग इसे निवेश के लिए लेते हैं. 100 में से 95 लोगों ने ये गलती की है. क्योंकि, रिटर्न और एंडाउमेंट प्लान में फर्क होता है. इसलिए सुरक्षा के लिए सिर्फ टर्म इंश्योरेंस ही लें.
#LIVE | #MutualFundHelpline में जानिए कैसे बनाएं सही फाइनेंशियल प्लान और किन गलतियों से बचें? https://t.co/aXELvU4HSM
— Zee Business (@ZeeBusiness) August 26, 2019
2- इंश्योरेंस नहीं लेना
जैसे पैसे बढ़ाने के लिए निवेश जरूरी होता है, ठीक उसी तरह सुरक्षा के लिए इंश्योरेंस भी जरूरी है. आज इलाज का खर्च लगातार बढ़ता जा रहा है. ऐसे में मेडिकल इंश्योरेंस जरूर लेना चाहिए. टर्म इंश्योरेंस लेना भी काफी अहम होता है.
3- कंपाउंडिंग की पावर न समझना
कंपाउंडिंग/कंपाउंड इंटरेस्ट से डबल फायदा मिलता है. आपको निवेशित रकम पर ब्याज तो मिलता ही है साथ ही, मूलधन के साथ उसके ब्याज पर भी ब्याज मिलता है. इसे चक्रवर्ती ब्याज या कंपाउंड इंटरेस्ट कहते हैं. लोग जल्दी निवेश की शुरुआत नहीं करते. इसलिए निवेश की शुरूआत जल्द से जल्द करें. और निवेश को हमेशा लंबे समय के लिए करना चाहिए. छोटे फंड से ही बड़ा फंड बनता है, इसलिए कंपाउंडिंग की ताकत का इस्तेमाल करें. निवेश को वक्त देना बेहद जरूरी है. कंपाउंडिंग और टाइम का गठजोड़ कमाल करेगा और यह गणित आपको मालामाल कर सकता है.
4- डिस्काउंट है तो खरीदो
आए दिन नये-नये डिस्काउंट ऑफर चलते हैं. कुछ लोग डिस्काउंट होने के चलते खरीदते हैं, जरूरत के बदले डिस्काउंट को तवज्जो देते हैं. डिस्काउंट के नाम पर कई चीजें जमा करते हैं. इससे गैर-जरूरी खर्च बढ़ता है और निवेश घटता है. इसलिए डिस्काउंट के चक्कर में न पड़कर हमेशा जरूरत के समय ही खरीदारी करनी चाहिए.
5- पैसे कहां गए, पता नहीं
कई लोग इस गलत आदत के शिकार होते हैं. उनके हाथ में पैसे आए पर गए कहां, यह पता नहीं होता है. कैश फ्लो का हिसाब न रखना बड़ी गलती है. क्योंकि, हिसाब रखने से खर्चों पर नजर जाती है. और इससे गैर-जरूरी खर्चे रोकने में मदद मिलती है.
6- इमरजेंसी बजट नहीं
अनचाही घटनाओं के लिए इमरजेंसी बजट जरूरी होता है. इमरजेंसी बजट न होने पर कर्ज लेने की नौबत आती है. कुछ लोग अपने फिक्स्ड डिपोजिट भी तोड़ लेते हैं. अनचाहे खर्चों से बचने में इमरजेंसी बजट मदद करता है. इसलिए कमाई का कुछ हिस्सा हमेशा इमरजेंसी फंड में डालें.
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7- डाइवर्सिफिकेशन का अभाव
कुछ लोग अपना पूरा निवेश एक ही जगह करते हैं. उनके निवेश में डायवर्सिफिकेशन नहीं होता है. ऐसे में उन्हें ज्यादा रिटर्न का फायदा नहीं मिलता. पूरे पैसे को एक ही चीज में निवेश नहीं करना चाहिए अलग-अलग इंस्ट्र्मेंट में निवेश करना होता है बेहतर
8- निवेश में जोखिम न उठाना
भारत में ज्यादातर लोग FD और बैंक जमा रखते हैं. निवेश में जोखिम नहीं उठाते, लेकिन ज्यादा रिटर्न चाहते हैं. कुछ लोग कैश घर में भी संभाल कर रखते हैं. निवेश में जितना ज्यादा जोखिम, उतना ज्यादा मुनाफा होता है. रिस्क को सही तरीके से कैलकुलेट कर निवेश करें तो फायदा ही होगा.
9- निवेश में संयम न रखना
लोग निवेश तो करते हैं लेकिन निवेश को वक्त नहीं देते हैं. छोटी अवधि में ज्यादा रिटर्न पाने की ख्वाहिश रखते हैं. म्यूचुअल फंड निवेश लंबी अवधि में ज्यादा फायदेमंद होता है. इसलिए निवेश जितने लंबे वक्त के लिए होगा, उतना ही ज्यादा फायदा होगा. सही प्लानिंग के तहत निवेश करना ही समझदारी होता है.
10- पहले खर्च फिर निवेश की आदत
कुछ लोग पहले खर्च और फिर निवेश करते हैं. ऐसे में ज्यादातर कमाई खर्च हो जाती है. जबकि नियम यह है कि हमेशा पहले बचत करें, फिर खर्च करना चाहिए. और निवेश में अनुशासन अपनाना बेहद जरूरी है.
इस तरह ये कुछ बातें हैं जिन पर आप अमल करके निवेश के दौरान होने वाली गलतियों को दूर कर सकते हैं और अपने निवेश से फायदा उठा सकते हैं.
08:38 PM IST