Interest Calculater on RD: रिकरिंग डिपॉजिट (RD) भारत में उन लोगों में पॉपुलर निवेश का विकल्प है, जो बाजार का रिस्क नहीं लेना चाहते हैं. यह निवेशकों को गांरंटीड रिटर्न देने वाली स्कीम है, जिसकी सुविधा डाकघर के साथ सरकारी और निजी बैंकों में मिल रही है. आरडी पर अमूमन 5.5 फीसदी से 6 फीसदी के आस पास सालाना ब्याज मिल रहा है. आरडी की सबसे बड़ी सुविधा यह है कि यहां आप एसआईपी की तरह हर महीने तय रकम निवेश कर सकते हैं. इसमें आपके खाते में ब्याज तिमाही आधार पर कंपाउंडिंग होकर जुड़ती है. फिलहाल आरडी में ब्याज को लेकर बहुत से लोगों में कनफ्यूजन होता है. हम आपको बता रहे हें कि आपके आरडी अकाउंट में कैसे ब्याज की रकम जुड़ती है. (image: pixabay)
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RD: 2 तरह की होती है स्कीम
इसमें 2 तरह की स्कीम होती है. रेगुलर रेकरिंग डिपॉजिट में हर महीने पहले से तय रकम जमा करनी होती है. जबकि फ्लेक्सी रेकरिंग डिपॉजिट में यह रकम बाद में घटा और बढ़ा भी सकते हैं. (PTI)
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RD: हर महीने निवेश पर ब्याज
मंथली निवेश पर ब्याज का फॉर्मूला है: M = R [(1+i)n – 1] / 1-(1+i)(-1/3). यहां M का मतलब मेच्योरिटी पर रकम है. जबकि R कुल किस्त की संख्या, n कुल तिमाही की संख्या और i ब्याज दर है. (reuters)
एक मुश्त निवेश पर फॉर्मूला है: A = P (1 + r/n) ^ nt. यहां A का मतलब मेच्योरिटी पर रकम है. P का मतलब निवेश की गई रकम, r यानी ब्याज दर, n यानी कुल तिमाही और t का मतलब कुल कितने दिन निवेश रहा. (image: pixabay)
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RD: कहां कितना है ब्याज
डाकघर में रिकरिंग डिपॉजिट पर 5.8 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है. HDFC बैंक सामान्य नागरिकों को 10 साल की आरडी पर 5.5 फीसदी ब्याज है. SBI में आरडी पर 5.4 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है. जबकि ICICI बैंक 5.35 फीसदी ब्याज दे रहा है. (PTI)
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