म्यूचुअल फंड से अच्छे रिटर्न पाने का है क्या है फार्मूला, जानें यहां..
स्मार्ट SIP रेगुलर सिप से थोड़ी स्मार्ट होती है. मार्केट में उतार-चढ़ाव को देखकर इसमें निवेश किया जाता है. मार्केट में जोखिम कम है तो इक्विटी में निवेश किया जाता है और अगर मार्केट में जोखिम ज्यादा है तो लिक्विड फंड में निवेश किया जाता है.
स्मार्ट SIP बाजार की चाल देखकर निवेश करती है जबकि, रेगुलर SIP हर स्थिति में चुने फंड्स में पैसे लगाती है.
स्मार्ट SIP बाजार की चाल देखकर निवेश करती है जबकि, रेगुलर SIP हर स्थिति में चुने फंड्स में पैसे लगाती है.
म्यूचुअल फंड में निवेश का सबसे अच्छा जरिया सिप (SIP) माना जाता है. लेकिन अब SIP यानी सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान नहीं, बल्कि स्मार्ट SIP का जमाना आ गया है. स्मार्ट सिप सामान्य SIP के मुकाबले आपको ज्यादा फायदा दिलाती है.
स्मार्ट सिप के बारे में RANK MF सैमको के प्रमुख ओमकेश्वर सिंह बताते हैं कि समय बदल रहा है और इसके साथ ही इन्वेस्टमेंट के तरीके भी बदल रहे हैं. स्मार्ट जमाने में निवेश के स्मार्ट तरीके आ गए हैं. इसलिए स्मार्ट सिप भी म्यूचुअल फंड में निवेश का नया और स्मार्ट तरीका है. यह सिस्टम 'कम में खरीदो और ज्यादा में बेचो' के सिद्धांत पर काम करता है.
ऐसे करता है काम
दरअसल, स्मार्ट SIP बाजार की चाल देखकर निवेश करती है जबकि, रेगुलर SIP हर स्थिति में चुने फंड्स में पैसे लगाती है. स्मार्ट सिप के जरिए ज्यादा जोखिम के दौरान लिक्विड फंड में निवेश कर सकते हैं और जोखिम कम होने पर इक्विटी में निवेश बढ़ाते हैं. इस तरह स्मार्ट SIP ज्यादा रिटर्न हासिल करती है.
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
स्मार्ट SIP के फायदे
स्मार्ट सिप में स्कीम की वैल्यू तय करने के लिए पैरामीटर्स तय होते हैं. NAV के जरिये जोखिम की स्थिति मापी जाती है. सुरक्षा का मार्जिन कम हो तो फंड सुरक्षित जगह लगेगा. ऐसे में लिक्विड फंड्स में SIP लगा दी जाती है. और अगर सुरक्षा का मार्जिन अच्छा है तो पैसा इक्विटी में लगेगा.
#LIVE | #MutualFundHelpline में देखिए म्यूचुअल फंड से मिलेंगे अच्छे रिटर्न, 'स्मार्ट' तरीके से करें इन्वेस्टमेंट। https://t.co/E3BogDCQlW
— Zee Business (@ZeeBusiness) August 27, 2019
SIP और स्मार्ट SIP में अंतर
रेगुलर SIP में हर महीने किश्त जाती है और इक्विटी फंड्स में निवेश होती है. सामान्य सिप में ज्यादा जोखिम के समय भी इक्विटी फंड्स में पैसे लगते हैं और जोखिम कम हो तब भी इक्विटी में पैसे लगते हैं. रेगुलर SIP में तय फंड्स में पैसे लगाए जाते हैं.
स्मार्ट SIP रेगुलर सिप से थोड़ी स्मार्ट होती है. मार्केट में उतार-चढ़ाव को देखकर इसमें निवेश किया जाता है. मार्केट में जोखिम कम है तो इक्विटी में निवेश किया जाता है और अगर मार्केट में जोखिम ज्यादा है तो लिक्विड फंड में निवेश किया जाता है. इस तरह से निवेशक को ज्यादा फायदा होता है और रिस्क कम होता है.
कितना रिटर्न मिलेगा
रेगुलर SIP के मुकाबले स्मार्ट SIP ज्यादा फायदेमंद होती है. रेगुलर सिप में रिस्क मैनेज करने का कोई सिस्टम नहीं होता है. जबकि, स्मार्ट SIP में रिस्क पता करके निवेश किया जाता है. इसलिए रेगुलर SIP के मुकाबले स्मार्ट SIP से ज्यादा रिटर्न की उम्मीद होती है.
देखें ज़ी बिजनेस लाइव टीवी
ट्रिगर बेस्ड SIP
कई फंड्स हाउस ट्रिगर बेस्ड SIP भी ऑफर करते हैं. बेंचमार्क इंडेक्स किसी खास वैल्यूएशन पर आया है. ऐसे में निवेश की रकम में बदलाव होता है. कोटक म्यूचुअल फंड फ्लेक्सी SIP की सुविधा देता है.
08:15 PM IST