SIP Calculator: ₹1000 रुपए की एसआईपी से बना सकते हैं 11 से 19 लाख तक का फंड, जानिए अंतर कहां है
SIP Calculator: लंबी अवधि के लिए निवेश करना है तो SIP सबसे बेस्ट तरीका माना जाता है. पावर ऑफ कम्पाउंडिंग की मदद से हर महीने केवल 1000 रुपए जमा करने से 11 से 19 लाख रुपए तक का फंड बन सकता है.
SIP Calculator: सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान को निवेश का सबसे अच्छा तरीका माना जाता है. SIP की मदद से आपको अपने लिए मौके का इंतजार नहीं करना होता है. इसमें हर महीने की एक निश्चित तारीख को आपके अकाउंट से पैसे कट जाते हैं. लंबी अवधि में निवेश बनाने का यह बेस्ट तरीका है. SIP करने से रिटर्न मल्टीबैगर होता है, क्योंकि यह कम्पाउंडिंग का लाभ देता है. एसआईपी करना कितना फायदेमंद है और कम्पाउंडिंग का फायदा किस तरह मिलता है इसे उदाहरण से समझते हैं.
कम्पाउंडिंग का मिलता है फायदा
मान लीजिए कि आपकी उम्र 25 साल है. हर महीने 1000 रुपए बचाना बहुत आसान है. अगर आप SIP की आदत डाल लेंगे तो पॉकेट खर्च से ही हर महीने 1000 रुपए कटते जाएंगे और आपको पता भी नहीं चलेगा. मान लीजिए कि आपने जिस फंड में निवेश किया है उसका औसत रिटर्न महज 9 फीसदी है. SIP Calculator के मुताबिक, 25 साल बाद जब आप 50 साल के होंगे तो कम्पाउंडिंग की मदद से आपका फंड 11.29 लाख रुपए का बन जाएगा. निवेश की कुल राशि महज 3 लाख रुपए होगी, जिसपर नेट रिटर्न 8.29 लाख रुपए का होगा.
जानिए 1000 के SIP पर कितना मिलेगा रिटर्न
अगर आपके निवेश वाले म्यूचुअल फंड ने औसतन 10 फीसदी का रिटर्न दिया तो 25 साल बाद आपका फंड 13.37 लाख रुपए का होगा. निवेश की राशि 3 लाख ही होगी, लेकिन नेट रिटर्न बढ़कर 10.37 लाख रुपए का हो जाएगा. इसी तरह अगर औसत रिटर्न 11 फीसदी होता है तो उतने ही निवेश पर आपका टोटल रिटर्न करीब 16 लाख रुपए का होगा. नेट रिटर्न 13 लाख रुपए का होगा.
12 फीसदी रिटर्न पर 19 लाख का बनेगा फंड
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
लॉन्ग टर्म में 12 फीसदी का रिटर्न मिलना बहुत सामान्य बात है. SIP Calculator के मुताबिक, हर महीने 1000 रुपए की एसआईपी 12 फीसदी रिटर्न की मदद से 25 साल में करीब 19 लाख रुपए का फंड तैयार करेगा. निवेश की राशि 3 लाख रुपए निश्चित रहेगी, जबकि नेटरिटर्न 16 लाख रुपए के करीब होगा.
1 फीसदी के अंतर से रिटर्न में बड़ा बदलाव
इससे यह भी पता चलता है कि रिटर्न महज 1 फीसदी घटने बढ़ने से आपका नेट रिटर्न लाखों रुपए से घट-बढ़ जाता है. निवेश की राशि एक समान रहने के बावजूद आपको मिलने वाला रिटर्न बहुत आगे पीछे हो सकता है. ऐसे यह जरूरी है कि किस तरह के फंड्स में निवेश कर रहे हैं, उसका मू्ल्यांकन ठीक से करें.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. यहां निवेश की सलाह नहीं दी गई है. निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
07:49 PM IST