SIP की पावर: 15 साल में बना सकते हैं 1 करोड़ का फंड! हर महीने सिर्फ इतना करना होगा निवेश, देखें कैलकुलेशन
Mutual Fund SIP Calculation: SIP हमेशा ही लंबी अवधि का निवेश है. ऐसा इसलिए क्योंकि लंबी अवधि के निवेश पर कम्पाउंडिंग का जबरदस्त फायदा होता है. अगर नियमित रूप से एसआईपी निवेश जारी रखा जाए, तो भविष्य में लाखों-करोड़ का फंड बनाया जा सकता है.
(Representational Image)
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SIP Calculation: अक्सर यह बात कही जाती है कि जब 'बुल' आराम कर रहा हो, तो निवेशकों के लिए सबसे बेस्ट मौका होता है. यानी, बाजार में जब गिरावट या करेक्शन का दौर हो, तो खरीदारी और निवेश शुरू करने का अच्छा मौका है. कई ऐसे निवेशक हैं, जो सीधे बाजार में निवेश का जोखिम नहीं लेना चाहते हैं, लेकिन रिटर्न मार्केट जैसा ही चाहते हैं, उनके लिए म्यूचुअल फंड एसआईपी (Mutual Fund SIP) एक अच्छा ऑप्शन है. एक्सपर्ट मानते हैं कि SIP हमेशा ही लंबी अवधि का निवेश है. ऐसा इसलिए क्योंकि लंबी अवधि के निवेश पर कम्पाउंडिंग का जबरदस्त फायदा होता है. अगर नियमित रूप से एसआईपी निवेश जारी रखा जाए, तो भविष्य में लाखों रुपये का फंड बनाया जा सकता है. मार्केट के इस करेक्शन में नई एसआईपी शुरू करने या एसआईपी टॉप-अप करने का यह अच्छा समय है.
15 साल में 1 करोड़ का फंड!
निवेश शुरू करने से पहले हमेशा लक्ष्य पहले तय कर लेना चाहिए. इससे आपको जोखिम के आधार पर निवेश की रकम और अवधि तय करने में आसानी होती है. अगर आप 15 साल में 1 करोड़ रुपये का फंड बनाना चाहते हैं, तो आपको हर महीने कितना निवेश करना चाहिए. SIP का लंबी अवधि की इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीम्स का सालाना रिटर्न औसतन 12 फीसदी सालाना होता है.
SIP कैलकुलेटर के मुताबिक, अगर आप 15 साल में 1 करोड़ का फंड बनाना चाहते हैं, तो आपको हर महीने 20,000 रुपये का निवेश इक्विटी स्कीम्स में करना होगा. निवेश की इस पूरी अवधि में आपका निवेश 36 लाख रुपये होगा. जबकि, आपका अनुमानित वेल्थ गेन 64.9 लाख रुपये होगा. इस तरह, आप 15 साल में 20 हजार हर महीने एसआईपी कर 1,00,91,520 रुपये का फंड बना सकते हैं.
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यहां यह ध्यान रखें कि म्यूचुअल फंड में आपका निवेश पर बाजार का जोखिम रहता है. बाजार की परफॉर्मेंस का असर आपकी स्कीम्स पर पड़ सकता है. ऐसे में अगर सालाना रिटर्न बदलता है, तो आपका अनुमानित कॉपर्स भी घट-बढ़ सकता है.
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SIP: रिस्क है, लेकिन रिटर्न ट्रेडिशनल प्रोडक्ट्स से ज्यादा
BPN फिनकैप के डायरेक्टर अमित कुमार निगम का कहना है, SIP निवेश का एक सिस्टमेटिक तरीका है. इसमें रिस्क रहता है, लेकिन रिटर्न भी ट्रेडिशनल प्रॉडक्ट से ज्यादा मिलता है. इसलिए निवेशक को अपनी इनकम, टारगेट और रिस्क प्रोफाइल देखकर निवेश का फैसला करना चाहिए. 5, 10 या 15 साल में SIP का रिटर्न देखें, तो कई स्कीम्स में औसतन 12 फीसदी सालाना का रिटर्न रहा है. SIP में खासियत यह है कि महज 100 रुपये मंथली से निवेश की शुरुआत कर सकते हैं.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने एडवाइजर से परामर्श कर लें.)
07:56 AM IST