Mutual Fund: ₹5 लाख एकमुश्त निवेश, 10 साल में ₹15 लाख तक हो सकती है वेल्थ; एक्सपर्ट से समझें- कैसे चुनें स्कीम?
Mutual Fund Calculator: डिजिटल इंडिया के इस दौर में म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू करना काफी आसान है. आज के समय में कई ऐसे ऑनलाइन सेबी रजिस्टर्ड प्लेटफॉर्म हैं, जिनके ऐप के जरिए कुछ मिनटों में KYC (नो योर कस्टमर) पूरी कर निवेश शुरू कर सकते हैं.
(Representational Image)
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Mutual Fund Calculator: म्यूचुअल फंड में निवेश आज के समय में काफी सरल और आसान है. अगर आप बाजार के जोखिम को उठाने की क्षमता रखते हैं और लंबी अवधि के नजरिए से एकमुश्त निवेश करना चाहते हैं, तो म्यूचुअल फंड एक अच्छा ऑप्शन है. लंबी अवधि में म्यूचुअल फंड में निवेशकों को कम्पाउंडिग का जबरदस्त फायदा होता है. एक्सपर्ट मानते हैं कि अगर जॉब के शुरुआती दिनों में ही लंबी अवधि के नजरिए से म्यूचुअल फंड स्कीम्स में निवेश किया जाए, तो फाइनेंशियल गोल हासिल करने में मदद मिलती है. म्यूचुअल फंड स्कीम्स के रिटर्न की बात करें, तो ज्यादातर स्कीम्स का लंबी अवधि का औसत रिटर्न 12 फीसदी सालाना रहा है. डिजिटल इंडिया के इस दौर में म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू करना काफी आसान है. कई ऐसे ऑनलाइन सेबी रजिस्टर्ड प्लेटफॉर्म हैं, जिनके ऐप के जरिए कुछ मिनटों में KYC (नो योर कस्टमर) पूरी कर निवेश शुरू कर सकते हैं.
5 लाख के निवेश पर 15 लाख का फंड
Mutual Fund Calculator के मुताबिक, निवेशक अगर 5 लाख रुपये एकमुश्त निवेश करते हैं और औसत रिटर्न 12 फीसदी सालाना रहता है, तो अगले 10 साल में करीब 15.52 लाख रुपये का फंड आसानी से बन सकता है. इस तरह, निवेश पर अनुमानित रिटर्न करीब 10.52 लाख रुपये होगा. इसे इस तरह समझें कि अगर किसी व्यक्ति ने 25 साल की उम्र में 5 लाख रुपये म्यूचुअल फंड में लगाए, तो 35 साल की उम्र में उसके पास 15 लाख रुपये हो जाएंगे. हालांकि, यह ध्यान रखें कि यह निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन रहता है. औसत रिटर्न घटने या बढ़ने पर अनुमानित फंड कम या ज्यादा हो सकता है.
कैसे चुनें अपने लिए फंड?
बीपीएन फिनकैप के डायरेक्टर अमित कुमार निगम का कहना है कि कैरियर की शुरुआत में ही निवेश शुरू करने से कम्पाउंडिंग के जरिए अच्छा-खासा वेल्थ क्रिएशन किया जा सकता है. शुरुआती दिनों में आप अपने छोटे-बड़े फाइनेंशियल गोल जैसेकि ट्रैवल, कार, घर खरीदने को देखकर निवेश शुरू करते हैं, तो उसे हासिल करना भी आसान है. जैसेकि, अगर कोई 25 साल की उम्र में एकमुश्त निवेश म्यूचुअल फंड में करता है, तो वह अगले 10 या 15 साल में अच्छा खासा फंड तैयार कर लेगा.
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निगम का कहना है कि कम उम्र में बाजार के जोखिम लेने की क्षमता ज्यादा रहती है और निवेश के लिए लंबा समय मिलता है. साथ ही निवेश की एवरेजिंग करने का भी पर्याप्त समय निवेशक को मिल जाता है. लंबी अवधि के नजरिए से अगर म्यूचुअल फंड स्कीम्स की बात की जाए, लॉर्ज एंड मिडकैप, फ्लैक्सीकैप और मल्टीकैप फंड्स से अच्छा रिटर्न हासिल किया जा सकता है. उनका मानना है कि अगर 25 साल या इसके आसपास एकमुश्त निवेश करते हैं, तो इनमें से कम से कम दो स्कीम्स को पोर्टफोलियो में रखा जा सकता है. इससे पोर्टफोलियो डायवर्सिफाई रहता है. हालांकि, म्यूचुअल फंड स्कीम्स में अपने आप में डायवर्सिफाइड होती हैं.
(डिस्क्लेमर: यहां म्यूचुअल फंड की एक कैलकुलेशन दी गई है. ये निवेश की सलाह नहीं है. म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. निवेश संबंधी फैसला करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से परामर्श जरूर कर लें.)
12:08 PM IST