बच्चों की हैप्पी लाइफ के लिए इस तरह करें Financial Planning, कभी नहीं झेलनी पड़ेगी पैसों की दिक्कत
बच्चों की हैप्पी लाइफ के लिए आप जितनी जल्दी फाइनेंशियल प्लानिंग शुरू करेंगे, उतना ही अच्छा है. आज के समय में बच्चों के भविष्य को सुरक्षित बनाने वाली कई तरह की स्कीम्स आपको आसानी से मिल जाएंगी.
आज के समय में बच्चों की बेहतर परवरिश करना आसान बात नहीं है. महंगाई के इस दौर में अगर आप बच्चों को बेहतर शिक्षा देना चाहते हैं, उनकी छोटी-छोटी ख्वाहिशों को पूरा करना चाहते हैं तो उनके जन्म के साथ ही आपको उनके लिए फाइनेंशियल प्लानिंग भी शुरू कर देनी चाहिए. बच्चों की हैप्पी लाइफ के लिए आप जितनी जल्दी फाइनेंशियल प्लानिंग शुरू करेंगे, उतना ही अच्छा है. आज के समय में बच्चों के भविष्य को सुरक्षित बनाने वाली कई तरह की स्कीम्स आपको आसानी से मिल जाएंगी. अगर आप भी अपने बच्चे के लिए बेहतर स्कीम की तलाश कर रहे हैं, तो यहां जानिए छोटे-छोटे इंवेस्टमेंट प्लान, जो आगे चलकर आपके लिए काफी राहतभरे साबित होंगे और बच्चों के जीवन को बेहतर बनाने में मददगार होंगे.
फिक्स्ड डिपॉजिट
फिक्स्ड डिपॉजिट को ज्यादातर लोग सुरक्षित निवेश मानते हैं. बचत खातों की तुलना में ये आपको बेहतर ब्याज देता है. FD को आप किसी भी बैंक या पोस्ट ऑफिस से शुरू कर सकते हैं. एफडी आप 7 दिन से 10 साल के टर्म में कर सकते हैं. अच्छी बात ये है कि जरूरत पड्ने पर इससे आसानी से विदड्रॉल किया जा सकता है. लेकिन फिक्स्ड डिपॉजिट भी आप जितनी जल्दी करेंगे, उतना ही आपके बच्चे के लिए बेहतर होगा और आप समय पर इस राशि का सही उपयोग कर सकेंगे.
सुकन्या समृद्धि योजना
अगर आप बेटी के माता-पिता हैं, तो आपको उसके भविष्य के लिए सुकन्या समृद्धि योजना में पैसे का निवेश जरूर करना चाहिए. 10 साल तक की लड़की के माता पिता किसी भी पोस्ट ऑफिस या सरकारी बैंक में इस योजना के तहत अकाउंट खोल सकते हैं. सुकन्या समृद्धि योजना से जुड़ी अच्छी बात ये है कि ये आपकी जेब पर बहुत ज्यादा लोड नहीं डालती. इस स्कीम के तहत सालाना कम से कम 250 रुपए और अधिकतम 1.50 लाख रुपए निवेश किए जा सकते हैं. ये स्कीम 21 साल में मैच्योर होती है, लेकिन बच्ची की उम्र 18 साल होने पर आप उसकी शिक्षा के लिए खाते से कुछ राशि निकाल सकते हैं. लेकिन पूरी राशि आपको 21 साल पूरे होने के बाद ही मिलती है.
पब्लिक प्रोविडेंट फंड
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पब्लिक प्रोविडेंट फंड को PPF भी कहा जाता है. लंबे समय के लॉक-इन पीरियड के लिहाज से ये भी अच्छा विकल्प साबित हो सकता है. अगर आपका बच्चा 18 साल से कम उम्र का है, तो आप उसके लिए पीपीएफ अकाउंट खुलवा सकते हैं. ये अकाउंट 15 साल में मैच्योर होता है, इसलिए आप इसे बच्चे के लिए जितनी जल्दी खुलवा लेंगे, उतना ही आपके बच्चे के लिए बेहतर हाेगा. मान लीजिए आपका बच्चा 4 या 5 साल का है और तभी आप उसके लिए PPF अकाउंट ओपन कर देते हैं, तो जब वो 19 या 20 साल का होगा तो उसे उसकी जरूरत के लिए इसकी राशि मिल जाएगी. 18 साल के बाद आपका बच्चा खुद भी इस अकाउंट को ऑपरेट कर सकता है और चाहे तो इससे रुपए निकाल सकता है.
SIP
बच्चों के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग करते समय आप म्यूचुअल फंड में निवेश का विकल्प भी चुन सकते हैं. इसके लिए SIP बेहतर विकल्प है. Systematic Investment Plan को SIP के नाम से जाना जाता है. इसे म्यूचुअल फंड में निवेश का सिक्योर ऑप्शन माना जाता है. आप महज 100 रुपए से भी आप SIP स्टार्ट कर सकते हैं. इसका लॉन्ग टर्म बेहतर रिटर्न मिलता है. इससे मिलने वाली राशि को आप बच्चों की पढ़ाई के अलावा उनके अन्य जरूरी खर्चों में इस्तेमाल कर सकते हैं.
05:01 PM IST