Life Insurance लेना चाहिए या Term Life Insurance? जेब से पैसे खर्च करने से पहले जान लें फर्क
Life Insurance vs Term Insurance: Life Insurance, Term Insurance, Whole Life Insurance जैसे कई टर्म्स सुनाई देते हैं, लेकिन अगर आप इंश्योरेंस लेने जा रहे हैं तो आपको इनमें बेसिक फर्क पता होना चाहिए
Life Insurance vs Term Insurance: फाइनेंशियल प्लानिंग में इंश्योरेंस को बहुत ही जरूरी माना जाता है, क्योंकि आप जो सेविंग्स कर रहे हैं, या इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं, वो इंश्योरेंस न होने की स्थिति में इमरजेंसी की हालत में हाथ से निकल सकता है. लेकिन आमतौर पर लोग इंश्योरेंस को बहुत गहरे से नहीं समझते. Life Insurance, Term Insurance, Whole Life Insurance जैसे कई टर्म्स सुनाई देते हैं, लेकिन अगर आप इंश्योरेंस लेने जा रहे हैं तो आपको इनमें बेसिक फर्क पता होना चाहिए, खासकर Life Insurance Plan और Term Insurance Plan में.
Life Insurance क्या होता है?
लाइफ इंश्योरेंस प्लान अचानक मौत के मामलों में आपको और आपके परिवार को इंश्योर्ड करते हैं. इसमें पॉलिसीहोल्डर के निधन के बाद उसके परिवारवालों को वित्तीय सुरक्षा मिलती है. इसमें आपको और आपके परिवार को लाइफ-लॉन्ग कवरेज मिलती है. अधिकतर प्लान्स में आपको डेथ बेनेफिट्स, मैच्योरिटी और सरवाइवल बेनेफिट्स मिलते हैं. इसके लिए आपको एक पीरियड तक प्रीमियम भरना होता है. लॉन्ग टर्म प्रोटेक्शन के लिए लाइफ इंश्योरेंस सही है.
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Term Insurance क्या होता है?
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टर्म इंश्योरेंस प्लान ऐसा इंश्योरेंस प्लान होता है जो आपको एक निश्चित अवधि के लिए रिस्क प्रोटेक्शन देता है. ये ज्यादा अफोर्डेबल प्लान होता है, जिसे एक फिक्स्ड पीरियड के लिए खरीद सकते हैं. अधिकतर टर्म इंश्योरेंस प्लान में अश्योर्ड मिनिमम सम होता है, यानी कि अगर कवरेज टर्म के दौरान आप कोई क्लेम नहीं करते हैं तो भी आपको इतना अमाउंट मिलेगा ही.
Life Insurance vs Term Insurance: क्या है अंतर और कहां है फायदा?
2. लाइफ इंश्योरेंस और टर्म इंश्योरेंस में बड़ा फर्क आ जाता है. बेनेफिट्स हो चाहे प्रीमियम.
1. डेथ बेनेफिट्स में अंतर
टर्म इंश्योरेंस में जहां टर्म टेन्योर के दौरान ही पॉलिसीहोल्डर की मृत्यु की स्थिति में ही डेथ बेनेफिट मिलता है, यानी अगर पॉलिसीहोल्डर की टर्म के दौरान ही मृत्यु हो जाए तो ऐसी स्थिति में इंश्योरेंस कंपनी को नॉमिनी को डेथ बेनेफिट का अमाउंट देती है. अगर ऐसा नहीं होता है तो पॉलिसीहोल्डर को टेन्योर खत्म होने के बाद पूरे निवेश के अमाउंट पर टैक्स काटकर लौटा दिया जाता है.
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लाइफ इंश्योरेंस में आपको प्रोटेक्शन और इन्वेस्टमेंट दोनों का फायदा मिलता है. इसपर आपको डेथ और मैच्योरिटी बेनेफिट दोनों का फायदा मिलता है. हालांकि, लाइफ इंश्योरेंस का मैच्योरिटी अमाउंट टर्म इंश्योरेंस के डेथ बेनेफिट अमाउंट से काफी कम हो सकता है, लेकिन हां आपको यहां लाइफ प्रोटेक्शन के साथ इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न का ऑप्शन मिलता है.
2. प्रीमियम में अंतर
टर्म इंश्योरेंस में आपको कम प्रीमियम रेट पर बड़ा कवरेज मिलता है. इसमें आपकी उम्र, सेहत, पॉलिसी टेन्योर और सम अश्योर्ड जैसे फैक्टर्स देखे जाते हैं. आप जितनी जल्दी टर्म प्लान खरीदते हैं, उतना कम प्रीमियम रेट देना पड़ता है. वहीं, दूसरी ओर लाइफ इंश्योरेंस में प्रीमियम कहीं ज्यादा होता है. लाइफ इंश्योरेंस पर जो रिटर्न मिलता है, वो कम भी होता है.
3. मैच्योरिटी बेनेफिट्स
मैच्योरिटी बैनेफिट्स में ये दोनों प्लान एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हो जाते हैं. टर्म इंश्योरेंस में आपको मैच्योरिटी पर अलग से कोई मैच्योरिटी बेनेफिट नहीं मिलता है. हालांकि, टर्म रिटर्न ऑफ प्रीमियम प्लान या 100 पर्सेंट रिफंड प्रीमियम प्लान जैसे कुछ टर्म प्लान होते हैं, जिनपर आपको अंत में प्रीमियम वापस मिल जाता है. अधिकतर लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी में आपको मैच्योरिटी बेनेफिट मिलता है.
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12:26 PM IST