डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में आया 24% का बंपर उछाल, सरकार के खजाने में आए करीब 9 लाख करोड़
आयकर विभाग के आंकड़ों के मुताबिक पर्सनल इनकम टैक्स कलेक्शन में भी 32.30 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई है. रिफंड एडजस्ट करने के बाद डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 7.45 लाख करोड़ रुपए रही, जोकि पिछले साल की समान अवधि से 16.3 फिसदी ज्यादा है.
आयकर विभाग ने डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन का आंकड़ा जारी कर दिया है. विभाग के मुताबिक चालू फाइनेंशियल ईयर यानी FY23 में 8 अक्टूबर तक कलेक्शन में करीब 24 फीसदी की उछाल दर्ज की गई है. 1 अप्रैल से 8 अक्टूबर 2022 के बीच कुल डॉयरेक्ट कलेक्शन 8.98 लाख करोड़ रुपए रही, जो सालभर पहले के आंकड़ों से 23.8 फीसदी ज्यादा है. इसमें कॉरपोरेट और इंडिविडुअल इनकम पर टैक्स भी शामिल है. विभाग ने यह जानकारी रविवार की दी.
पर्सनल टैक्स कलेक्शन में 32 फीसदी की ग्रोथ
आयकर विभाग के आंकड़ों के मुताबिक पर्सनल इनकम टैक्स कलेक्शन में भी 32.30 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई है. रिफंड एडजस्ट करने के बाद डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 7.45 लाख करोड़ रुपए रही, जोकि पिछले साल की समान अवधि से 16.3 फिसदी ज्यादा है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक यह कलेक्शन FY23 के लिए डायरेक्ट टैक्स के कुल अनुमानित बजट से 52.46 फीसदी ज्यादा है.
Gross Direct Tax collections for FY 2022-23 upto 8th October, 2022 are at Rs. 8.98 lakh crore, higher by 23.8% over gross collections for corresponding period of preceding yr.
— Income Tax India (@IncomeTaxIndia) October 9, 2022
Net collections at Rs. 7.45 lakh crore are 16.3% higher than net collections for same period last yr. pic.twitter.com/eyMRvzzNTv
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CIT और PIT में मजबूत ग्रोथ
CBDT ने जारी बयान में कहा कि जहां तक ग्रॉस रेवेन्यू कलेक्शन के लिए कॉरपोरेट इनकम टैक्स (CIT) और पर्सनल इनकम टैक्स (PIT) की ग्रोथ रेट कि बात है, उसमें CIT के लिए ग्रोथ रेट 16.73 फीसदी और PIT (STT सहित) के लिए 32.30 फीसदी है. रिफंड के एडजस्टमेंट के बाद CIT कलेक्शन में कुल ग्रोथ 16.29 फीसदी और PIT कलेक्शन में 17.35 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की गई है. अक्टूबर 2022 तक 1.53 लाख करोड़ रुपए रिफंड किए गए. यह पिछले साल की तुलना में 81 फीसदी ज्यादा है.
इकोनॉमिक एक्टिविटी का इंडिकेटर होता है टैक्स कलेक्शन
बता दें कि टैक्स कलेक्शन को किसी भी देश के इकोनॉमिक एक्टिविटी के इंडिकेटर के तौर पर देखा जाता है. लेकिन भारत में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट में धीमेपन के बावजूद टैक्स कलेक्शन में जोरदार उछाल देखने को मिली है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक इकोनॉमिक ग्रोथ का मोमेंटम खराब होने की आशंका है, लेकिन कॉरपोरेट प्रॉफिट का पॉजिटिव सेंटीमेंट बरकरार रहेगी. सितंबर में मर्चेंडाइज एक्सपोर्ट 3.5 फीसदी घट गई. जबकि पहली छमाही में ट्रेड डेफिसिट करीब दोगुना हो गया है.
03:39 PM IST