Dussehra 2022: इस दशहरा नष्ट करें अपने भीतर की ये 10 फाइनेंशियल बुराइयां, भविष्य बनेगा खुशहाल
Dussehra 2022: एक्सपर्ट का कहना है कि इस दशहरा हमें अपने भीतर के फाइनेंशियल दानव (बुराइयों) को भी नष्ट कर देना चाहिए. जिससे भविष्य खुशहाल बनेगा और फाइनेंशियल दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा. भाटिया ने यहां ऐसी 10 गलतियां दूर करने की सलाह दी है.
(प्रतीकात्मक तस्वीर)
(प्रतीकात्मक तस्वीर)
Dussehra 2022: दशहरा पर्व भगवान राम की रावण पर विजय की खुशी के रूप में मनाया जाता है. बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के तौर पर हर साल दशहरा आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है. यह त्योहार असत्य पर सत्य की जीत के साथ-साथ व्यक्ति को अपने अंदर की बुराइयों को भी नष्ट करने का संदेश देता है. इसका एक पहलू यह भी है कि हमें मनी मैनेजमेंट की बुराइयों को भी दूर करना चाहिए. सर्टिफाइड फाइनैंशल प्लानर प्रो तारेश भाटिया का कहना है कि इस दशहरा हमें अपने भीतर के फाइनेंशियल दानव (बुराइयों) को भी नष्ट कर देना चाहिए. जिससे भविष्य खुशहाल बनेगा और फाइनेंशियल दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा. भाटिया ने यहां ऐसी 10 गलतियां दूर करने की सलाह दी है.
1. इमरजेंसी फंड न बनाना
2. नौकरी के शुरुआत में ही रिटायरमेंट प्लानिंग न करना
3. निवेश के दौरान फाइनेंशियल गोल न तय करना
4. रिस्क प्रोफाइल के मुताबिक निवेश न करना
5. सही तरीके से एसेट एलोकेशन न फॉलो करना
6. भावनाओं में बहकर निवेश संबंधी फैसला करना
7. किसी स्टॉक में अनुमान के आधार पर बाजार में खरीद-बिक्री करना
8. व्यवस्थित और नियमित निवेश न करना
9. पोर्टफोलियो को बड़ा बनने के लिए समय न देना
10. पर्याप्त बीमा कवर न रखना
दशहरा से करें नई शुरुआत
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
तारेश भाटिया का कहना है, आमतौर पर लोग ये 10 तरह की फाइनेंशियल गलतियां करते हैं, जो उनको कई बार भारी मुसीबत में डाल देती हैं. जैसेकि, अगर पर्याप्त हेल्थ कवर कवर न हो, तो अचानक अस्पताल में भर्ती होने पर आपको लंबा-चौड़ा बिल अपनी जेब से भरना पड़ जाएगा. इसी तरह, इमरजेंसी फंड जरूर रखना चाहिए. आज के कॉम्पिटेटिव समय में अगर अचानक जॉब छूट जाए या बिजनेस में नुकसान हो जाए, तो आप इमरजेंसी फंड से अपने घर के खर्चे आसानी से चला सकते हैं.
तारेश कहते हैं, निवेश को लेकर भी कुछ जरूरी बातों पर अनिवार्य रूप से गौर करना चाहिए. जैसेकि, हमेशा अपने जोखिम उठाने के क्षमता के मुताबिक ही निवेश का ऑप्शन चुनें. भावनाओं में बहकर या किसी दूसरे के कहने पर बिना जांच-पड़ताल के निवेश कभी नहीं करना चाहिए. वहीं, एसेट एलोकेशन, रेगुलर निवेश की आदत और लंबी अवधि का नजरिया रखना भी जरूरी है. इससे आपके निवेश को कम्पाउंडिंग की पावर मिलती है.
(तारेश भाटिया, Sebi रजिस्टर्ड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर फर्म एडवांटेज फाइनेंसियल प्लैनर्स एलएलपी के पार्टनर हैं.)
03:53 PM IST