ज्वैलर्स ने जितने कैरेट का बताया सोना, क्या वाकई उतने कैरेट का है? Akshaya Tritiya पर खरीददारी करते समय ऐसे जांचें
Akshaya Tritiya Gold Puchasing Tips: कई बार ज्वैलर्स द्वारा हॉलमार्किंग में धोखाधड़ी के मामले सामने आते हैं. ज्वैलर्स जितने कैरेट का सोना बताकर आपको बेचते हैं, वो उतने कैरेट का होता नहीं है. ऐसे में आप ठगी का शिकार हो सकते हैं. यहां जानिए वो तरीका जो आपको सोने की परख करना सिखा सकता है.
Akshaya Tritiya Gold Puchasing Tips: वैशाख के महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया के तौर पर मनाया जाता है. इस दिन सोना खरीदना बेहद शुभ माना जाता है. तमाम लोग इस शुभ अवसर पर सोना खरीदते हैं. सोना खरीदते समय उस पर हॉलमार्किंग देखना बहुत जरूरी होता है. गोल्ड हॉलमार्किंग सोने की शुद्धता का प्रमाण है. भारत में ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) हॉलमार्क के जरिए सोने की शुद्धता की गारंटी दी जाती है.
इस हॉलमार्क के जरिए आप ये जान सकते हैं कि आपका सोना कितना खरा है. लेकिन कई ज्वैलर्स द्वारा हॉलमार्किंग में भी धोखाधड़ी के मामले सामने आते हैं. हॉलमार्क दिखाकर जितने कैरेट का सोना आपको दिखाया जाता है, वो वास्तव में उतने कैरेट का नहीं होता. इसलिए अगर आप आज 10 मई को अक्षय तृतीया के मौके पर सोना खरीदने का मन बना रहे हैं, तो आपको कुछ बातें अच्छे से समझ लेनी चाहिए ताकि सोने की खरीददारी में आपसे किसी तरह का धोखा न हो.
ये सरकारी नियम अच्छे से समझ लें
24 कैरेट के सोने को सबसे शुद्ध सोना माना जाता है, लेकिन इससे आभूषण तैयार नहीं होते. नियम के अनुसार ज्वैलर्स को सोने के गहने बेचने के लिए बीआईएस स्टैंडर्ड के मानकों को पूरा करना चाहिए. इसके साथ ही सरकार ने ये भी साफ किया है कि हॉलमार्क अनिवार्य होने के बाद देश में सिर्फ 14, 18 और 22 कैरेट सोने की ज्वैलरी ही बिकेगी यानी अगर आप ज्वैलरी खरीदने जाते हैं तो वो आपको 14, 18 और 22 कैरेट में ही मिलेगी.
हॉलमार्क ज्वैलरी की पहचान करने का तरीका
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
आपकी ज्वैलरी कितनी कैरेट की है और उसमें हॉलमार्क असली है या नकली, इसकी पहचान आप आसानी से कर सकते हैं. इसके लिए सबसे पहले ज्वैलरी पर BIS का तिकोना निशान देखें. इसके अलावा आप 6 अंकों का हॉलमार्क यूनीक आइडेंटिफिकेशन नंबर यानी HUID नंबर चेक करें. इस कोड में लेटर और डिजिट्स शामिल होते हैं. एक HUID नंबर की दो ज्वैलरी नहीं हो सकतीं.
इसके अलावा कैरेट का नंबर देखें. 22 कैरेट सोने पर 916, 18 कैरेट के सोने पर 750 और 14 कैरेट के सोने पर 585 नंबर लिखा होता है, इन अंकों को देखकर आप पहचान सकते हैं कि सोना कितने कैरेट का है. 22 कैरेट के सोने में 91.66 फीसदी सोना होता है, 18 कैरेट में 75 फीसदी और 14 कैरेट में 58.1 फीसदी सोना होता है. इसके साथ अन्य धातुओं को मिक्स करके सोने के गहने तैयार किए जाते हैं.
BIS Care App की मदद लें
भारतीय मानक ब्यूरो के बनाए BIS Care App की मदद से भी आप ज्वैलरी की जांच कर सकते हैं. इसके लिए आपको ऐप को मोबाइल में इंस्टॉल करना होगा. इसमें अपना नाम, फोन नंबर और ईमेल आईडी देनी होगी और अपना मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी ओटीटी के जरिए वेरिफाई करना होगा. इसके बाद आप ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं. Verify HUID में जाकर ज्वैलरी का HUID नंबर डालकर आप अपने हॉलमार्क वाली ज्वैलरी की शुद्धता का पता लगा सकते हैं.
08:21 AM IST