World Hypertension Day 2022: 'साइलेंट किलर' है हाई ब्लड प्रेशर, अगर आप इससे अनजान हैं तो पढ़िए खबर
World Hypertension Day 2022: ग्रामीण इलाकों में 42.5 प्रतिशत लोगों को ही जानकारी थी, यानी गांवों में हाई बीपी के शिकार आधे से भी कम लोगों को पता था कि वो बीमार हैं.
भारत में आधे से ज्यादा लोग जानते ही नहीं कि वो हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हैं. (फोटो: pixabay)
भारत में आधे से ज्यादा लोग जानते ही नहीं कि वो हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हैं. (फोटो: pixabay)
World Hypertension Day 2022: देश में हाई ब्लड प्रेशर के आधे मरीजों लोगों को ये पता ही नहीं हैं कि वो इस बीमारी के शिकार हो चुके है. हाल ही में प्रकाशित भारत के नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे में ये बात सामने आई है. इस रिसर्च के मुताबिक, जिन्हें पता है उनमें से 13 फीसदी यानी 7 में से सिर्फ एक मरीज ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने के लिए दवाएं ले रहा है. सिर्फ 8 प्रतिशत मरीज यानी 10 में से सिर्फ एक शख्स ऐसा है जो ब्लडप्रेशर को कंट्रोल कर पाए हैं.
जानकारी के मामले में शहरी इलाकों में छत्तीसगढ़ के मरीज सबसे ज्यादा अनजान हैं, सिर्फ 22 प्रतिशत जानते हैं कि उन्हें हाई बीपी है. जबकि पुडुचेरी के लोग सबसे ज्यादा जानकार, यहां के 80 प्रतिशत मरीज अपनी बीमारी के बारे में जानते हैं. कुल मिलाकर शहरी इलाकों में तकरीबन 48 प्रतिशत लोग अपनी बीमारी के बारे में जानते थे. लेकिन 15 फीसदी इलाज कर रहे थे और केवल 8 फीसदी बीमारी को काबू कर पाए थे.
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बीमारी के हैं शिकार लेकिन पता ही नहीं !
ग्रामीण इलाकों में 42.5 प्रतिशत लोगों को ही जानकारी थी, यानी गांवों में हाई बीपी के शिकार आधे से भी कम लोगों को पता था कि वो बीमार हैं. सिर्फ 12 प्रतिशत लोग इलाज करा रहे थे और 7.7 फीसदी ही बीमारी पर काबू सके थे. ये सर्वे पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन आफ इंडिया ने जर्मनी की Heidelberg University और Harvard T H Chan School of Public Health के साथ मिलकर किया था. भारत के सभी राज्यों में किए गए इस सर्वे में 15 से 49 साल के 7 लाख से 31 हजार से ज्यादा लोग शामिल थे. तकरीबन 11 फीसदी महिलाएं अपनी बीमारी को कंट्रोल कर पा रही थीं जबकि केवल 6 फीसदी पुरुष अपनी बीमारी को कंट्रोल कर पाए.
इस तरह कंट्रोल कर सकते हैं बीपी
आज वर्ल्ड हाईपरटेंशन डे पर हम आपको बताएंगे कि कैसे आप बीपी कंट्रोल कर सकते हैं. उमर 55 की और दिल 70 का – अगर आप भी हाई ब्लड प्रेशर के शिकार हैं तो आपकी हालत कुछ ऐसी हो जाती है. यह कई बीमारियों का गेटवे यानी दरवाजा बन जाता है लेकिन सबसे खतरनाक हमला दिल पर करता है. लेकिन देश के आधे से ज्यादा बीमारों को ये पता ही नहीं है कि वो इसके शिकार हैं. यानी आधे लोगों को तो देर से इस बात की जानकारी होती है.
हाई बीपी बहुत बार कोई वार्निंग नहीं देता. आम तौर पर इसका पता तब चलता है जब दिल पर हमला हो चुका हो या होने वाला हो. नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे में जारी आंकड़ों के आधार पर जब रिसर्च की गई तो ये पता चला कि भारत में आधे से ज्यादा लोग जानते ही नहीं कि वो इसके मरीज हैं. इससे पहले कि आप अपना ब्लड प्रेशर चेक करने लगें, जानिए कि नॉर्मल ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए. अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से 80-120 को सही बीपी माना जाता है, लेकिन डॉक्टर इसमें 10 प्वाइंट उपर नीचे होने की छूट देते हैं. ब्लड प्रेशर लगातार 140 से ऊपर रहने लगे तो मरीज मान लिया जाता है. हाइपरटेंशन एक ऐसी बीमारी है जो हार्ट, किडनी और ब्रेन यानी दिमाग पर असर डालती है.
मोटापा भी बड़ी वजह
हाइपरटेंशन की सबसे बड़ी वजह है मोटापा. महिलाओं में 35 इंच से ज्यादा और पुरुषों में 40 इंच से ज्यादा कमर खतरे की घंटी है. इसकी दूसरी वजह ज्यादा नमक खाना है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, रोजाना 5 ग्राम से ज्यादा नमक नहीं खाना चाहिए. लेकिन भारतीय खान-पान में मौजूद अचार, चटनी, पापड़ और पैकेज्ड स्नैक्स में जरुरत से ज्यादा नमक होता है. यहां तक कि मीठे स्नैक्स बनाने के प्रोसेस में भी नमक का इस्तेमाल होता है. इसके अलावा, तनाव, शराब और स्मोकिंग और कसरत न करना भी ब्लड प्रेशर बढ़ाते हैं.
इन बातों का रखें ध्यान
एक बार ब्लडप्रेशर की दवाएं शुरु हो जाएं तो उन्हें रोजाना लेना जरुरी है. दवा न खाना और भी खतरनाक हो सकता है. बार-बार ब्लडप्रेशर की दवाएं मिस की जाएं तो स्ट्रोक यानी लकवा या ब्रेन से खून आने का खतरा रहता है. हालांकि, ब्लडप्रेशर के शिकार कुछ लोग, जिनकी बीमारी अभी कंट्रोल से बाहर नहीं हुई वो लाइफस्टाइल में बदलाव ला सकते हैं. इससे वो हमेशा के लिए बीमारी और दवा दोनों से मुक्त हो सकते हैं.
परहेज और एक्सरसाइज दोनों जरूरी
हफ्ते में 5 दिन सैर या कसरत जरूर करें. वहीं नमक कम खाएं, इतना कम कि खाना फीका लगे. खाने-पीने की बेहतर आदतें– यानी कम रोटी-चावल और ज्यादा फल-सब्जियां. शराब और स्मोकिंग से परहेज करें और वजन पर कंट्रोल रखें. वैसे डॉक्टर 30 साल की उम्र के बाद घर में ही बीपी मॉनिटर रखने की सलाह देते हैं, जिससे आप वक्त-वक्त पर खुद ही बीपी चेक कर सकें.
खाने में नमक कम करने से ही ब्लड प्रेशर 10 प्वाइंट तक नीचे आ सकता है. हल्की-फुल्की एक्सरसाइज भी रोजाना करें और अपने वजन पर नियंत्रण रखें. इन तीन बातों से ही आप नैचुरल तरीके से ब्लड प्रेशर को काबू में रख पाएंगे. लेकिन ये तरीके बीपी बढ़ने से पहले अपना लें तो नतीजे और अच्छे होंगे. आपको बता दें कि वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे पहली बार साल 2005 में 14 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन लीग द्वारा मनाया गया था.
03:52 PM IST