स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देखने जाने का ये है सबसे आसान तरीका, ऐसे बुक कराएं अपना टिकट
अगर आप देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के स्मारक 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' देखने जाना चाहते हैं तो इसका टिकट ऑनलाइन बुक करा सकते हैं.
3 से 15 साल तक के बच्चों के लिए एंट्री टिकट 60 रुपए का है. (फोटो : जी न्यूज)
3 से 15 साल तक के बच्चों के लिए एंट्री टिकट 60 रुपए का है. (फोटो : जी न्यूज)
अगर आप देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के स्मारक 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' देखने जाना चाहते हैं तो इसका टिकट ऑनलाइन बुक करा सकते हैं. 3 से 15 साल तक के बच्चों के लिए एंट्री टिकट 60 रुपए का है. 15 साल से ऊपर वाले लोगों के लिए ये टिकट 120 रुपये का है.
टिकट में क्या-क्या सुविधाएं
एंट्री टिकट पर आप ऑब्जरवेशन डेक व्यू, वैली ऑफ फ्लॉवर्स, ममोरियल, म्यूजियम और ऑडियो-वीडियो गैलरी, एसओयू साइट और सरदार सरोवर बांध को देख सकते हैं. अगर थोड़े ज्यादा पैसे करेंगे तो ऑब्जरवेशन डेक व्यू टिकट ले सकते हैं. ये टिकट बच्चों के लिए 200 रुपए और बड़ों के लिए 350 रुपये का है. इस टिकट के जरिए आप ऑब्जरवेशन डेक से स्मारक का विहंगम दृश्य देख सकते हैं. अगर आपने एंट्री टिकट या ऑब्जरवेशन डेक टिकट लिया है तो बस चार्ज नहीं देना पड़ेगा.
यहां अतिरिक्त छूट
डेबिट कार्ड या नेट बैंकिंग से टिकट लेने पर कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लगेगा. हालांकि क्रेडिट कार्ड से टिकट बुक कराने पर एक प्रतिशत जीएसटी देना होगा. आप https://soutickets.in पर जाकर ऑनलाइन टिकट बुक करा सकते हैं. स्मारक सोमवार को बंद रहेगा.
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स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बारे में
स्टैचू ऑफ यूनिटी पर अब तक कुल 2300 करोड़ रुपये की लागत आई है. हालांकि यह बढ़कर 3000 करोड़ रुपये तक पहुंच सकती है. इसके निर्माण में 3400 मजदूर और 250 इंजीनियरों ने 42 महीने तक रात-दिन काम किया है. इस स्टैचू को पीपीपी मॉडल के आधार पर तैयार किया गया है और ज्यादातर धन गुजरात सरकार द्वारा जुटाया गया है. गुजरात सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए 2012-13 में 100 करोड़ रुपये और 2014-15 में 500 करोड़ रुपये आवंटित किए. 2014-15 के बजट में केंद्र सरकार ने 200 करोड़ रुपये की मदद दी.
60 महीने में पूरा हुआ प्रोजेक्ट
इस प्रोजेक्ट को पूरा करने में 60 महीने का समय लगा. इसमें 15 महीने प्लानिंग और 42 महीने निर्माण में लगे. बाकी समय प्रोजेक्ट को हैंडओवर करने में लगा. लार्सन एंड टुब्रो को ये प्रोजेक्ट 27 अक्टूबर 2014 को मिला. कंपनी ने प्रोजेक्ट के डिजाइन, निर्माण और रखरखाव के लिए 2989 करोड़ रुपये की सबसे कम बोली लगाई थी.
12:38 PM IST