स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के बाद 'स्टैच्यू ऑफ रामलला' की तैयारी, योगी आदित्यनाथ ने संभाली कमान
गुजरात में पीएम मोदी के द्वारा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के लोकार्पण के बाद अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उसी तर्ज पर भगवान राम की एक विशाल मूर्ति बनाने की पहल शुरू कर दी है.
अयोध्या में सरयू के किनारे भगवान राम की भव्य मूर्ति बनाने का प्रस्ताव है (फोटो- जी न्यूज).
अयोध्या में सरयू के किनारे भगवान राम की भव्य मूर्ति बनाने का प्रस्ताव है (फोटो- जी न्यूज).
गुजरात में पीएम मोदी के द्वारा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के लोकार्पण के बाद अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उसी तर्ज पर भगवान राम की एक विशाल मूर्ति बनाने की पहल शुरू कर दी है. इसकी पूरी योजना बना ली गई है और जगह भी चिन्हित कर ली गई है. दिवाली के अवसर पर योगी आदित्यनाथ जब अयोध्या जाएंगे तो उस जगह का निरीक्षण भी करेंगे.
दुनिया की चौथी सबसे बड़ी मूर्ति!
अयोध्या में प्रस्तावित भगवान राम की मूर्ति की ऊंचाई 151 मीटर होगी और इस तरह यह मूर्ति स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से 31 मीटर कम होगी. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की ऊंचाई 182 मीटर है. मुंबई में शिवाजी स्मारक निर्माणाधीन है, जिसकी ऊंचाई स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से अधिक होगी. शिवा स्मारक और भगवान राम की मूर्ति, दोनों के 2021 तक तैयार होने का अनुमान है. हालांकि शिवा स्मारक का काम काफी आगे बढ़ चुका है. इस तरह अयोध्या में प्रस्तावित भगवान राम की मूर्ति भारत की तीसरी सबसे बड़ी मूर्ति और दुनिया की चौथी सबसे बड़ी मूर्ति होगी. इस स्मारक को अभी आधिकारिक रूप से कोई नाम नहीं दिया गया है, इसलिए स्थानीय लोग इसे स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की तर्ज पर 'स्टैच्यू ऑफ रामलला' कहने लगे हैं.
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'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' से मिली मदद
अधिकारियों ने बताया कि भगवान राम की प्रस्तावित मूर्ति के लिए प्रदेश सरकार एवं स्थानीय प्रशासन की अगुवाई में इंजीनियरों का एक दल स्थलीय सर्वे कर चुका है. इस परियोजना से जुड़े इंजीनियर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के निर्माण से जुड़े प्रमुख लोगों से सलाह भी ले रहे हैं और सरकार पटेल की मूर्ति का डिजाइन तैयार करने वाले मूर्तिकार राम सुतार से भी मार्गदर्शन लेंगे.
विशेषज्ञों का कहना है कि भारत के सामने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के रूप में एक बड़ी इंजीनियरिंग चुनौती थी, जिसे सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है. अब भारत के पास इतने बड़े स्मारक बनाने की विशेषज्ञता है, इसलिए 'स्टैच्यू ऑफ रामलला' के निर्माण में कोई दिक्कत नहीं आएगी और धन की बाधा नहीं आई तो ये प्रोजेक्ट समय से पूरा हो जाएगा.
भारत के दो सबसे बड़े स्मारक स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और शिवा स्मारक (निर्माणाधीन) को बनाने का ठेका एलएंडटी को मिला है, और ऐसे में अनुमान जताया जा रहा है कि भगवान राम के स्मारक का कॉन्ट्रैक्ट भी एलएंडटी पा सकती है. उत्तर प्रदेश में एलएंडटी के कई प्रोजेक्ट चल रहे हैं और लखनऊ मेट्रों में भी उसकी भागीदारी रही है. इसलिए भी ये उम्मीद जताई जा रही है कि भगवान के स्मारक का ठेका भी उसे ही मिलेगा.
09:02 PM IST