इस बड़े शहर में 4,000 करोड़ रुपये मूल्य की ‘रेडी-टू-मूव’ आवासीय प्रोपर्टी पड़ी है खाली
Real Estate: संपत्ति क्षेत्र के विशेषज्ञों के अनुसार बहुत से कारणों के चलते करीब 75,000 करोड़ रुपये की लक्जरी आवासीय परियोजनाएं सात साल तक की देरी से चल रही हैं. इसमें समय पर अनुमति नहीं मिलने वाली परियोजनाएं भी शामिल हैं.
आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2018 तक 2,500 से 2,800 करोड़ रुपये की संपत्ति बिकने को खड़ी पड़ी थी. (रॉयटर्स)
आंकड़ों के मुताबिक मार्च 2018 तक 2,500 से 2,800 करोड़ रुपये की संपत्ति बिकने को खड़ी पड़ी थी. (रॉयटर्स)