लॉकडाउन 2.0: कई कामों में आज से मिलेगी छूट, ये सेवाएं अब भी रहेंगी बंद, देखें पूरी लिस्ट
Written By: ज़ीबिज़ वेब टीम
Mon, Apr 20, 2020 10:11 AM IST
सरकार ने अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए 20 अप्रैल से कुछ उद्योगों को शर्तों के साथ लॉकडाउन (Lockdown) से राहत देने का ऐलान किया है. देश के सभी जिलों को तीन श्रेणियों में बांटा गया है. हॉटस्पॉट जोन में कोई गतिविधि शुरू नहीं होगी. वहीं नॉन हॉटस्पॉट जोन और ग्रीन जोन (Green zone) में आज 20 अप्रैल से इकोनॉमिक एक्टिविटी शुरू कर दी जाएगी. इसको लेकर 17 अप्रैल को केंद्र सरकार ने गाइडलाइंस जारी की है. सरकार के इस ऐलान के बाद कई सेक्टर्स में एक बार फिर से काम शुरू हो सकेगा.
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शुरू होगा इन सेक्टर्स में काम
देश की कुल जीडीपी में 34.64 फीसदी योगदान एग्रीकल्चर सेक्टर का है. ऐसे में सरकार की ओर से कृषि और उससे जुड़े उद्योगों को बड़े पैमाने पर लॉकडाउन से राहत देने का ऐलान किया गया है. इन उद्योगों में फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्री, कोल्ड स्टोरेज, वेयरहाउस सर्विस, मछलियों का खाना, प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, मार्केटिंग, कॉमर्शियल एक्वेरियम, मत्स्य उत्पाद, फिश सीड, चाय, कॉफी, रबर, काजू की प्रोसेसिंग, पैकेजिंग, दूध का कलेक्शन, प्रोसेसिंग, मक्का की मैन्युफैक्चरिंग और डिस्ट्रिब्यूशन का काम शुरू हो सकेगा.
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बड़ी संख्या में लोगों को मिलेगा काम
लॉकडाउन 2.0 में खेती और उससे जुड़ी सेवाओं के शुरू होने से बड़ी संख्या में लोगों को काम मिलेगा क्योंकि आधी से ज्यादा आबादी खेती पर निर्भर करती है. मौजूदा समय में सरकार रबी फसल की खरीदारी कर रही है. इससे किसानों के पास पैसा आएगा तो खरीदारी बढ़ेगी जो पूरी अर्थव्यवस्था के लिए बेहतर होगा. हालांकि, किसानों को हुए नुकसान की भरपाई का कोई रास्ता नज़र नहीं आ रहा है.
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IT ऑफिस भी खुलेंगे
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इन उद्योगों को भी शुरू किया जाएगा
जरूरी सामान बनाने वाली इंडस्ट्री जैसे चिकित्सा उपकरण, आईटी हार्डवेयर, खनन, जूट उद्योग से जुड़ी कंपनियों भी उत्पादन शुरू कर सकती है. रिपोर्टस के मुताबिक, जीडीपी में इनका योगदना 16.57 फीसदी है.रियल एस्टेट सेक्टर को लेकर भी सरकार ने राहत दी है. रियल एस्टेट प्रोजेक्ट और सभी इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट में कंस्ट्रक्शन शुरू करने की मंजूरी मिल गई है. हालांकि, शहरी क्षेत्रों में भी सिर्फ उन्हीं को कंस्ट्रक्शन करने की छूट है, जहां साइट पर ही मजदूर उपलब्ध हैं. इससे प्रवासी कामगारों पर मंडरा रहा रोजगार का संकट काफी हद तक टल सकता है. आपको बता दें कि रियल एस्टेट सेक्टर का देश की जीडीपी में 7.74 फीसदी योगदान है.
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