Monkeypox Virus को लेकर अलर्ट मोड में सरकार, टेस्टिंग किट और वैक्सीन बनाने के लिए निकाला टेंडर
Monkeypox Virus Vaccine: देश में मंकीपॉक्स के मामले आने के बाद से सरकार अलर्ट मोड में जा चुकी है. ICMR ने इसकी वैक्सीन बनाने के लिए फार्मा कंपनियों और वैक्सीन निर्माताओं से टेंडर मंगाए हैं.
(Source: Reuters)
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Monkeypox Virus Vaccine: देश में मंकीपॉक्स के कुछ मामले मिलने के बाद सरकार अलर्ट मोड में आ चुकी है. भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने वैक्सीन निर्माताओं, फार्मा कंपनियों आदि से इसके रोकथाम के लिए टेस्टिंग किट और वैक्सीन बनाने के लिए टेंडर (expression of interest) मंगाए हैं. इसके लिए ICMR के तहत आने वाले नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) ने एक मरीज के क्लिनिकल सैंपल से मंकीपॉक्स वायरस (Monkeypox Virus) को अलग कर दिया है. इसका इस्तेमाल मंकीपॉक्स वायरस के लिए वैक्सीन बनाने में किया जाएगा.
NIV की एक सीनियर साइंटिस्ट डॉ. प्रज्ञा यादव ने कहा कि "नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी ने एक मरीज के क्लिनिकल सैंपल से मंकीपॉक्स वायरस (Monkeypox Virus) को सफलतापूर्वक अलग कर दिया है जो भविष्य में टेस्टिंग किट और मंकीपॉक्स के वैक्सीन को बनाने में मदद कर सकता है. चेचक के लिए वैक्सीन बनाने में जीवित वायरस को अलग करना एक सफल प्रयोग था. इसी तरह मंकीपॉक्स के वैक्सीन को बनाने में भी यह आजमाया जा सकता है.
क्या है मंकीपॉक्स
मंकीपॉक्स एक वायरल जूनोसिस है, यानी कि जानवरों के मनुष्यों में फैलने वाला वायरस. इसके लक्षण देखने में चेचक के रोगियों जैसे होते हैं, हालांकि यह क्लिनकली चेचक से कम गंभीर होता है. मंकीपकॉक्स (Monkeypox) वायरस के दो अलग-अलग जेनेटिक ग्रुप हैं- सेंट्रल अफ्रीकन (कांगो बेसिन) क्लैड और वेस्ट अफ्रीकन. प्रसार के मामले में कांगो बेसिन मंकीपॉक्स ने ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाया है.
क्या हैं मंकीपॉक्स के लक्षण
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आम तौर पर मंकीपॉक्स (Monkeypox) वायरस के लक्षण दो से चार हफ्ते तक चलते हैं. सामान्य जनसंख्या में Monkeypox की मुत्यु दर 0 से लेकर 11 फीसदी तक रही है. बच्चों में यह अधिक रहा है. हाल के दिनों में आए मंकीपॉक्स के मामले मृत्यु दर 3 से 6 फीसदी तक रहा है.
मंकीपॉक्स (Monkeypox) होने पर रोगी में आमतौर पर बुखार, सिरदर्द, शरीर पर चकते का निशान, गले में खराश, खांसी, लिम्फ नोड्स में सूजन आदि देखने को मिलता है. इसके साथ ही रोगी के शरीर पर घाव के निशान देखे जा सकते हैं, जो कि बुखार की शुरुआत के 1 से तीन दिन के भीतर देखे जाते हैं और दो से चार सप्ताह तक चलते हैं. इनमें दर्द और खुजली भी होता है. यह हथेलियों और तलवों में ज्यादा देखा जा सकता है.
कैसे फैलता है मंकीपॉक्स
एक मंकीपॉक्स (Monkeypox) से पीड़ित व्यक्ति के संपर्क में आने पर मंकीपॉक्स फैल सकता है. ऐसे व्यक्तियों को आइसोलेशन में रहना चाहिए और किसी स्वस्थ व्यक्ति के शारीरिक संपर्क में आने से बचना चाहिए. मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए. मंकीपॉक्स का वायरस आंख, नाक या मुंह के माध्यम से फैलता है. वहीं संक्रमित जानवरों के काटने से या उनके निकट संपर्क में आने से भी फैल सकता है.
मंकीपॉक्स के मरीजों में आमतौर पर 6 से 13 दिन में लक्षण दिखने शुरू हो जाते हैं, लेकिन यह 5 से 21 दिन के बीच भी हो सकता है.
भारत में मंकीपॉक्स के मामले
अभी तक भारत में मंकीपॉक्स के कुल 4 ज्ञात मामले सामने आ चुके हैं. इसमें से तीन केरल और 1 दिल्ली से है. वहीं इसने अभी तक पूरी दुनिया के 75 देशों में 16,000 से अधिक लोगों को अपना शिकार बना लिया है.
09:18 PM IST