Twin Towers Demolition LIVE Updates: चारों तरफ मलबे का ढेर, सोसायटी में वापसी का मिला ग्रीन सिग्नल, बड़े नुकसान की खबर नहीं
Twin Towers Demolition LIVE Updates: जानकारी के मुताबिक, धीरे-धीरे लोग वापस जा रहे हैं. एमरॉल्ड कोर्ट सोसायटी में रहने वाले लोगों को वापसी का ग्रीन सिग्नल मिल चुका है. डिमोलिशन 100 फीसदी सफल रहा. 9-10 सेकेंड में टावर गिर गया.
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LIVE Supertech Noida Twin Towers Demolition Updates: नोएडा के Sector-93A में स्थित सुपरटेक के ट्विन टावरों को सफतापूर्वक ध्वस्त कर दिया गया है. आसमान धूल के गुबार से ढक गया. आज यानी 28 अगस्त को दोपहर 02:30 बजे चेतन दत्ता ने ब्लॉस्ट के लिए बटन दबाकर इमारतों को ध्वस्त कर दिया है.
सोसायटी में वापस लौटने का मिला ग्रीन सिग्नल
ट्विन टावर का मलबा चारों तरफ फैला हुआ है. ATS विलेज का टावर 6 और 6A जो ट्विन टावर की तरफ फेसिंग था, उसे ब्लॉक रखा गया है क्योंकि बालकनी में मलबा जमा हो गया था. इकने ग्लास टूट गए हैं. जानकारी के मुताबिक, धीरे-धीरे लोग वापस जा रहे हैं. एमरॉल्ड कोर्ट सोसायटी में रहने वाले लोगों को वापसी का ग्रीन सिग्नल मिल चुका है. ट्विन टावर के मलबे से बगल वाली सोसायटी की बाउंड्री वॉल को मामूली नुकसान पहुंचने की खबर है. बड़े नुकसान की खबर नहीं है.
500 करोड़ का नुकसान हुआ है
सुपरटेक लिमिटेड के चेयरमैन आर के अरोड़ा ने रविवार को कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद नोएडा स्थित ट्विन टावर इमारत को गिराए जाने से कंपनी को करीब 500 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. अरोड़ा ने कहा कि इस इमारत को ढहाए जाने से उसके निर्माण पर आई लागत एवं कर्ज पर देय ब्याज के रूप में कंपनी को करीब 500 करोड़ रुपए का नुकसान होने का अनुमान है.
रियल एस्टेट क्षेत्र के सभी हितधारकों के लिए एक सबक
ट्विन टॉवर ढहाए जाने को लेकर उद्योग जगत ने भी प्रतिक्रिया दी है जिसमें उनका कहना है कि इससे रियल एस्टेट उद्योग के सभी पक्षकारों को यह सबक मिलेगा कि भवन नियमों का उल्लंघन होने पर जवाबदेही तय की जाएगी. उद्योग जगत ने कहा कि रियल एस्टेट (नियमन एवं विकास) कानून, 2016 के तहत राज्य नियामक प्राधिकरणों को और सशक्त बनाना चाहिए जिससे कि वे उपभोक्ता हितों की रक्षा कर सकें और चूककर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई कर सकें.
सुपरटेक ट्विन टावर्स विध्वंस पर अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा-
ट्विन टावर को निर्धारित समय के तहत गिराया गया है. CP नोएडा, CEO नोएडा, DM की टीम लगातार तैनात है. AQI लेवल में ज्यादा प्रवाभ नहीं हुआ है. आगे कहीं भी गैर कानूनी इमारतों पर राज्य सरकार इसी प्रकार से काम करेगी.
एडिफिस कंपनी के इंडियन ब्लास्टर चेतन दत्ता ने क्या कहा
डिमोलिशन100% सफल रहा. 9-10 सेकेंड में टावर गिर गया. जैसा हमने सोचा था बिल्कुल वैसे ही परिणाम आए. हम 5 लोग टावर से बस 70 मीटर की दूरी पर थे. आधे घंटे पहले से हम 5 लोग आपस में बात नहीं कर पा रहे थे बस एक दूसरे के चेहरे देख रहे थे.
आज शाम 6. 30 बजे के बाद ट्विन टावर के आसपास की सोसायटी में जा सकेंगे लोग. वहीं ट्विन टावर जमींदोज होने के बाद ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे को खोल दिया गया है.
वाटरफॉल इंप्लोजन तकनीक
चेतन दत्ता के मुताबिक वाटरफॉल इंप्लोजन तकनीक से इमारत वॉटर फॉल की तरह नीचे गिरती है. ये तकनीक शहरों में इमारतों को ध्वस्त करने के काम आती है, जिसमें नियंत्रित विस्फोटों की आवश्यकता होती है. अगर ऐसा नहीं होगा तो विस्फोट का मलबा दूर-दूर तक फैल जाएगा, जो कि दूसरी जगहों को बहुत नुकसान पहुंचा सकता है. चेतन दत्ता के मुताबिक इस तकनीक में एक बार ब्लास्ट नहीं होता है बल्कि मिली सेकेंड के लैप्स में ब्लॉस्ट होते हैं, जिससे इमारत वॉटर फॉल की तरह नीचे बैठ जाती है.
नोएडा CEO का बयान आया सामने
ट्विन टावर ढहने के बाद नोएडा की CEO रितु माहेश्वरी ने कहा कि, 'आस-पास की हाउसिंग सोसाइटियों को कोई नुकसान नहीं हुआ है. अभी कुछ मलबा सड़क की तरफ आया है. हमें एक घंटे में स्थिति का बेहतर अंदाजा हो जाएगा.' उन्होंने आगे कहा कि, 'सफाई की जा रही है, इलाके में गैस और बिजली की आपूर्ति बहाल की जाएगी जबकि लोगों को शाम 6.30 बजे के बाद आसपास की सोसाइटी में जाने की अनुमति दी जाएगी.'
Broadly, no damage to nearby housing societies. Only some bit of debris has come towards the road. We will get a better idea of the situation in an hour: Noida CEO Ritu Maheshwari #SupertechTwinTowers pic.twitter.com/7pfZHu2qGs
— ANI (@ANI) August 28, 2022
Noida, UP | Anti-smog gun to spray water droplets in the air to bring down dust installed in an area nearby the #SupertechTwinTowers demolition site pic.twitter.com/VcWyqJiawE
— ANI (@ANI) August 28, 2022
मौके पर पानी के टैंकों से लगातार छिड़काव किया जा रहा है. धमाके के बाद उठी धूल को शांत करने के लिए प्रशासन की तरफ से स्मॉग गन का इस्तेमाल किया जा रहा है.
नोएडा के सुपरटेक ट्विन टावरों को गिराया गया
#WATCH उत्तर प्रदेश: नोएडा के सुपरटेक ट्विन टावरों को गिराया गया। pic.twitter.com/c5895lgn2Q
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 28, 2022
एंबुलेंस और डॉक्टर टीम मौके पर तैनात
सुपरटेक ट्विन टावर को ध्वस्त होने में 6 मिनट से भी कम का वक्त बचा है. मौके पर एंबुलेंस और डॉक्टर की टीम भी मौजूद है. किसी भी इमरजेंसी के लिए प्रशासन ने तैयारी कर ली है.
नोएडा का सुपरटेक ट्विन टावर अब केवल कुछ मिनटों का मेहमान बचा है. भ्रष्टाचार की सबसे ऊंची इमारत केवल 9 सेकेंड में मिट्टी में मिल जाएगी. इसकी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं.
ट्विन टावरों पर सुपरटेक ने कहा कि, 'SC ने तकनीकी आधार पर निर्माण को संतोषजनक नहीं पाया और तदनुसार दोनों टावर को ध्वस्त करने के आदेश जारी किए हैं. हम सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का सम्मान करते हैं, इसे लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
नोएडा में ट्विन टावर को ढहाए जाने से पहले उत्सुकता का माहौल
नोएडा में सुपरटेक के करीब 100 मीटर ऊंचे अवैध ट्विन टावर को रविवार को ढहाया जाना है, ऐसे में इमारतों के आसपास उत्सुकता का माहौल है. अधिकारी यह सुनिश्चित करने में जुटे हैं कि इसमें किसी भी तरह की कोताही न हो.