चीनी नहीं ऐसे भी हो सकती है डायबिटीज, WHO की ये रिपोर्ट आपको चौंका देगी
भारत में भी इनकी तादाद चिंताजनक रूप से बढ़ रही है. इंटरनेशनल डायबिटीज फाउंडेशन की रिपोर्ट के मुताबिक इस बीमारी का शिकार बड़े और बच्चे दोनों हो रहे हैं
डायबिटीज के मामले में भारत पहले पायदान पर खड़ा है. (फोटो: PTI)
डायबिटीज के मामले में भारत पहले पायदान पर खड़ा है. (फोटो: PTI)
आज के कामकाजी दौर में जब परुष और महिलाएं दोनों का ज्यादातर वक्त ऑफिस में बीतता है, तब खाना घर का नहीं बल्कि कैंटीन या ऑनलाइन मंगवाया जाता है. जब चाय या कॉफी एक या दो तक सीमित न रह कर 10-12 तक पहुंच जाती है और जब थकान मिटाने का साधन सिगरेट के छल्ले बन जाते हैं. तो डायबिटीज कब आहिस्ते से आपके शरीर में घर कर जाती है पता नहीं चलता. एक तरफ जहां पूरे विश्व में सबसे ज्यादा युवा भारत में हैं. वहीं, दूसरी ओर डायबिटीज के मामले में भी भारत पहले पायदान पर खड़ा है.
आज का दौर मोबाइल टेक्नोलॉजी का दौर है यानी मोबाइल के कुछ बटन दबाए और जो चाहा वो आ गया. फिर घर हो या ऑफिस हर चीज तक पहुंच मोबाइल के जरिए संभव है. लेकिन, इस आजादी ने जहां चीजों को आसान बनाया है. वहीं, सेहत के लिए गंभीर समस्याएं खड़ी कर दी हैं. डायबिटीज, ये वो बीमारी है, जिसकी गिरफ्त में दुनिया फंसती जा रही है. भारत में भी इनकी तादाद चिंताजनक रूप से बढ़ रही है. इंटरनेशनल डायबिटीज फाउंडेशन की रिपोर्ट के मुताबिक इस बीमारी का शिकार बड़े और बच्चे दोनों हो रहे हैं.
क्या कहता है WHO का आंकड़ा
- विश्व के 42.5 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित.
- डायबिटीज के सबसे अधिक मामले भारत में हैं.
- भारत में करीब 7.2 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं.
- हर साल करीब 10 लाख लोगों की मौत के पीछे की वजह डायबिटीज ही है.
- 2035 तक 10 करोड़ 9 लाख भारतीय डायबिटीज की गिरफ्त में आ जाएंगे.
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डायबिटीज 2 के मामले बढ़े
डायबिटीज से जागरुकता के नाम पर लोग चीनी खाना बंद कर देते हैं, ये सोचकर कि इससे उन्हें डायबिटीज नहीं होगी, तो ये समझ लें कि इससे बड़ा भ्रम कुछ नहीं हो सकता. एक ताजा रिपोर्ट में ये बात सामने आई है कि दुनिया भर में डायबिटीज टाइप 2 के मामले बढ़े हैं. जो व्यक्ति की जीवनशैली, खानपान की आदतों पर निर्भर करता है. कोई क्या खाता है, किस तरह खाता है इस पर भी डायबिटीज टाइप 2 निर्भर करता है.
इन लोगों को कम है खतरा
करीब 2 लाख लोगों पर की गई जांच के बाद तैयार की गई रिपोर्ट बताती है कि फल, सब्जियां अधिक खाने वाले लोगों को डायबिटीज टाइप 2 का खतरा कम होता है. खाने में अनाज, मेवे खाने वालों को भी इसका खतरा 60% कम रहता है. खाने में विटामिन बी2, बी6 शामिल करने वालों को भी खतरा कम होता है. विटामिन बी12 की अधिक मात्रा टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को बढ़ाती है.
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— Zee Business (@ZeeBusiness) June 11, 2019
बीमारी से बचने के लिए क्या करें?
- हर दिन कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें.
- ऐसा खाना न खाएं जो सेहत के लिए अच्छा न हो.
- खाने में साबुत अनाज, फल और सब्जियों को शामिल करें.
- किसी भी तरह की तलब को रोकें.
- प्रोसेस्ड और रिफाइंड फूड खाने से बचें.
- शराब का सेवन और और धूम्रपान छोड़ दें.
घर के बड़े बूढ़े भी कहते आए हैं कि सेहतमंद खाना स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है. लेकिन, आज की दौड़-भाग वाली जिंदगी में जब समय कम और काम ज्यादा है तो ये जरूरी हो जाता है कि हम अपने काम के साथ साथ अपने स्वास्थ्य पर भी बराबर ध्यान दें.
06:19 PM IST