डीजल पर Windfall Tax बढ़ाने पर एक्सपर्ट ने जताई हैरानी, जानिए क्या कहा
Windfall Tax: तीसरे पखवाड़े की समीक्षा में डीजल (Diesel export) के निर्यात पर कर पांच रुपए प्रति लीटर से बढ़ाकर सात रुपए प्रति लीटर कर दिया है, वहीं विमान ईंधन (ATF) के निर्यात पर फिर दो रुपए प्रति लीटर का कर लगाया गया है.
Windfall Tax: सरकार ने अप्रत्याशित लाभ कर यानी विंडफॉल टैक्स का रिव्यू किया. तीसरे पखवाड़े की समीक्षा में डीजल (Diesel export) के निर्यात पर कर पांच रुपए प्रति लीटर से बढ़ाकर सात रुपए प्रति लीटर कर दिया है, वहीं विमान ईंधन (ATF) के निर्यात पर फिर दो रुपए प्रति लीटर का कर लगाया गया है. घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर कर को 17750 रुपए प्रति टन से घटाकर 13000 रुपए प्रति टन किया गया है. विश्लेषकों ने कहा कि अप्रत्याशित लाभ कर में कटौती उम्मीद के मुताबिक है, लेकिन ऐसा अनुमान नहीं था कि विमान ईंधन (एटीएफ) और डीजल निर्यात पर कर में वृद्धि की जाएगी क्योंकि स्थानीय बाजारों में इनकी अच्छी आपूर्ति हो रही है.
इस महीने की शुरुआत में सरकार ने विमान ईंधन के निर्यात (Export duty on ATF) पर अप्रत्याशित लाभ कर खत्म कर दिया था. मॉर्गन स्टेनली ने एक रिपोर्ट में कहा, ‘‘इस पखवाड़े की समीक्षा में भारत में तेल उत्पादकों के लिए अप्रत्याशित लाभ कर में जो कटौती की गई है वह उम्मीदों के अनुरूप है.’’ इसमें आगे कहा गया, ‘‘हालांकि विमान ईंधन और डीजल के निर्यात पर कर में वृद्धि की हमें उम्मीद नहीं थी क्योंकि स्थानीय बाजारों में पर्याप्त आपूर्ति हो रही है.’’ घरेलू स्तर पर कच्चे तेल पर लगने वाले अप्रत्याशित लाभ कर में कटौती तेल की कीमतों में गिरावट आने के मद्देनजर की गई है.
1 जुलाई को लागू किया गया था विंडफॉल टैक्स
सरकार ने एक जुलाई को पेट्रोल और एटीएफ पर छह रुपए प्रति लीटर तथा डीजल पर 13 रुपए प्रति लीटर का निर्यात शुल्क लगाया था. इसके अलावा कच्चे तेल के घरेलू उत्पादन पर 23,250 रुपए प्रति टन का अप्रत्याशित लाभ कर लगाया गया था. उस समय वित्त मंत्रालय ने कहा था कि हर पखवाड़े कर की समीक्षा की जाएगी.
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20 जुलाई को पेट्रोल पर एक्सपोर्ट ड्यूटी खत्म की गई थी
पहले पखवाड़े की समीक्षा के बाद, 20 जुलाई को सरकार ने पेट्रोल के निर्यात पर छह रुपए प्रति लीटर की दर से लागू निर्यात शुल्क को खत्म कर दिया था. वहीं डीजल एवं एटीएफ के निर्यात पर लगने वाले कर में दो-दो रुपए की कटौती कर इसे क्रमशः 11 रुपए एवं चार रुपए प्रति लीटर कर दिया गया था. घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर लगने वाले कर को भी 23,250 रुपए प्रति टन से घटाकर 17,000 रुपए प्रति टन कर दिया गया.
2 अगस्त को डीजल एक्सपोर्ट पर ड्यूटी घटाकर 5 रुपए की गई थी
सरकार ने दो अगस्त को डीजल के निर्यात पर कर को 11 रुपए से घटाकर पांच रुपए प्रति लीटर कर दिया, वहीं एटीएफ पर इसे खत्म करने का फैसला लिया गया है. इसी तरह, पेट्रोल के निर्यात पर शून्य कर जारी रखा लेकिन घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर कर 17,000 रुपए प्रति टन से बढ़ाकर 17,750 रुपए प्रति टन कर दिया गया.
06:09 PM IST