किसानों के लिए वेब पोर्टल शुरू, जल्द निपटेगा ब्याज छूट का दावा
Agriculture Infrastructure Fund: केंद्रीय कृषि मंत्री ने एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (AIF) के तहत जमा किए गए बैंकों के ब्याज छूट दावों के निपटान में तेजी लाने के लिए एक ‘वेब पोर्टल’ शुरू किया.
Agriculture Infrastructure Fund: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर फंड (AIF) के तहत जमा किए गए बैंकों के ब्याज छूट दावों के निपटान में तेजी लाने के लिए एक ‘वेब पोर्टल’ शुरू किया. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत अब तक 43,000 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं. एक सरकारी बयान के अनुसार कृषि विभाग और नाबार्ड (NABARD) ने संयुक्त रूप से एआईएफ के तहत दावों के निपटान को स्वचालित और तेज करने के लिए इस वेब पोर्टल को विकसित किया है. इस मौके पर कृषि राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी भी मौजूद थे.
72,000 करोड़ रुपये के निवेश जुटाए
चौहान ने इस अवसर पर कहा कि मोदी सरकार विभिन्न उपाय करके किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि फसलों की भंडारण क्षमता बढ़ाने और किसानों के नुकसान को कम करने के लिए एक लाख करोड़ रुपये के वित्तपोषण के साथ एआईएफ शुरू किया गया था। चौहान ने कहा कि 28 जून तक एआईएफ के तहत 67,871 परियोजनाओं के लिए 43,000 करोड़ रुपये मंजूर किए जा चुके हैं और 72,000 करोड़ रुपये के निवेश जुटाए जा चुके हैं.
ये भी पढ़ें- खुशखबरी! किसानों को ₹5000 प्रति हेक्टेयर बोनस देगी सरकार, 43 लाख किसानों को मिलेगा सोलर पंप
भ्रष्ट तरीकों पर रोक लगेगी
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
मंत्री ने कहा कि क्रेडिट दावों के लिए स्वचालन व्यवस्था से एक दिन के भीतर दावों का समय पर निपटान सुनिश्चित होगा। वर्तमान में निपटान के लिए महीनों लग जाते हैं. उन्होंने कहा कि इस कदम से पारदर्शिता भी सुनिश्चित होगी और भ्रष्ट तरीकों पर रोक लगेगी.
ब्याज छूट की गणना करने में मदद करेगी
चौहान ने कहा कि स्वचालित प्रणाली पोर्टल के माध्यम से सटीक रूप से पात्र ब्याज छूट की गणना करने में मदद करेगी और दावों के तेजी से निपटान में भी मदद मिलेगी. पोर्टल का उपयोग बैंकों, कृषि विभाग की केंद्रीय परियोजना प्रबंधन इकाई (CPMU) और नाबार्ड द्वारा किया जाएगा.
ये भी पढ़ें- Namo Drone Didi: 15 दिन की ट्रेनिंग के साथ मिलेंगे ₹15000, जरूरी होंगे ये डॉक्यूमेंट्स
AIF योजना वर्ष 2020 में शुरू की गई थी. इसका उद्देश्य नुकसान को कम करने के लिए फसल-उपरांत प्रबंधन अवसंरचना का विकास करना, किसानों को बेहतर मूल्य दिलाना, कृषि में नवाचार करना और कृषि अवसंरचना के निर्माण के लिए निवेश आकर्षित करना है. इसके लिए बैंकों और वित्तीय संस्थानों के माध्यम से वर्ष 2025-26 तक 1 लाख करोड़ रुपये का कुल वित्त पोषण उपलब्ध कराया जाएगा.
चौहान ने कृषि कथा नामक एक ‘ब्लॉगसाइट’ (Krishi Katha blogsite) भी शुरू किया. इस डिजिटल मंच का उद्देश्य भारतीय किसानों की बातों को सामने लाना है.
12:04 PM IST