दूसरी तिमाही के नतीजों से पहले इंफोसिस को बड़ा झटका, प्रेसिडेंट रवि कुमार ने दिया इस्तीफा
रवि कुमार ने अपने करियर की शुरुआत भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर में न्युक्लियर साइंटिस्ट के तौर पर किया था. उन्होंने साल 2002 में इंफोसिस को जॉइन किया और 2016 में कंपनी के प्रेसिडेंट नियुक्त हुए.
सितंबर तिमाही के नतीजों से पहले देश की दिग्गज IT कंपनी इंफोसिस (Infosys) को बड़ा झटका लगा है. कंपनी के प्रेसिडेंट रवि कुमार एस ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि, इस्तीफे की वजह अभी साफ नहीं हुई है. IT दिग्गज कंपनी 13 अक्टूबर को दूसरे तिमाही के नतीजे जारी करेगी.
बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने उनके योगदान को सराहा
रेगुलेटरी फाइलिंग में इंफोसिस ने कहा कि बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने कंपनी में रवि कुमार की सर्विसेस के लिए उनकी सराहना की है. प्रेसिडेंट के तौर पर रवि कुमार ने इंफोसिस ग्लोबल सर्विसेज के सभी इंडस्ट्री सेगमेंट को लीड किया. उन्होंने कंसल्टिंग, टेक्नोलॉजी, इंफ्रास्ट्रक्चर, इंजीनियरिंग और प्रोसेस वर्टिकल में सर्विस लाइन्स और स्पेशलाइज्ड डिजिटल सेल्स को लीड किया.
2002 में इंफोसिस से जुड़े थे रवि कुमार
रवि कुमार ने अपने करियर की शुरुआत भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर में न्युक्लियर साइंटिस्ट के तौर पर किया था. उन्होंने साल 2002 में इंफोसिस को जॉइन किया और 2016 में कंपनी के प्रेसिडेंट नियुक्त हुए. उन्हें 2017 में डिप्टी COO के रूप में नामित किया गया था, लेकिन बाद में यूबी प्रवीण राव के रिटायरमेंट के बाद उनको COO का पद नहीं मिला.
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इंफोसिस की 2021-22 की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक रवि कुमार, CEO सलील पारेख और पूर्व COO यूबी प्रवीन राव के बाद सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले कंपनी के सीनियर एग्जीक्यूटिव थे. BSE पर इंफोसिस का शेयर 2.5 फीसदी की गिरावट के साथ 1425 रुपए के भाव पर बंद हुआ है.
13 अक्टूबर को आएंगे इंफोसिस के नतीजे
कंपनी 13 अक्टूबर को सितंबर तिमाही के नतीजे जारी कर सकती है. बोर्ड मीटिंग में शेयर बायबैक पर भी फैसला हो सकता है. शेयर बायबैक में कंपनियां अपने शेयरों को निवेशकों और शेयरधारकों से दोबारा वापस खरीदती है. इससे पहले पिछले साल इंफोसिस ने 9200 करोड़ रुपए के बायबैक प्लान को मंजूरी दी थी, जो कि 25 जून 2021 को किया गया था.
09:37 PM IST