सेकेंड हैंड बाइक और कारों की मिलेगी अच्छी कीमत! हिंदी में आ रहा है Droom
ऑनलाइन ऑटोमोबाइल बाजार ड्रूम ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों तक पहुंच बढ़ाने के जल्दी ही हिंदी, तेलुगू और गुजराती समेत अन्य भारतीय भाषाओं में अपना ऑनलाइन प्लेटफार्म शुरू करने जा रहा है.
ऑनलाइन ऑटोमोबाइल बाजार ड्रूम ज्यादा से ज्यादा ग्राहकों तक पहुंच बढ़ाने के जल्दी ही हिंदी, तेलुगू और गुजराती समेत अन्य भारतीय भाषाओं में अपना ऑनलाइन प्लेटफार्म शुरू करने जा रहा है. कंपनी ने दावा किया है कि अगले साल की पहली तिमाही में उनका प्लेटफार्म सभी भारतीय भाषाओं में उपलब्ध रहेगा. बता दें कि ड्रूम पर यूजर्स पुरानी कार व बाइक को बेच और खरीद सकते है.
ड्रूम के संस्थापक और सीईओ संदीप अग्रवाल ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय विस्तार की अपनी योजना के तहत ड्रूम ने बाजार के रूप में थाईलैंड की पहचान की है और थाई भाषा में एक प्लेटफॉर्म की शुरुआत की है.
उन्होंने बताया कि कंपनी ने महसूस किया है कि भारतीय बाजार में भी ऐसा किये जाने की बहुत अधिक संभावनाएं हैं. 2019 की पहली तिमाही से हम हिंदी, कन्नड़, गुजराती, तमिल और तेलुगू सहित अन्य भारतीय भाषाओं में उपलब्ध रहेंगे.
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उन्होंने कहा कि कंपनी भाषा विकल्पों को उपलब्ध कराने के लिए अपनी आंतरिक टीम के साथ बाहरी विशेषज्ञों के साथ मिलकर काम कर रही है. अग्रवाल ने कहा, “यह केवल अनुवाद की सुविधा से जुड़ा हुआ नहीं है, बल्कि चुनौतीपूर्ण प्रक्रिया है. भाषाओं में बहुत छोटे-छोटे अंतर होते हैं. यह समझने की जरूरत है कि ग्राहक ‘चेक प्राइसिंग’, ‘चेक व्हिकल इंस्पेक्शन’ जैसे पारिभाषिक शब्दों को स्थानीय भाषाओं में कैसे समझेंगे.”
हाल में दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने हिंदी बोलने वाली बड़ी आबादी में अपनी पैठ और मजबूत करने के लिए हिंदी भाषा में पोर्टल की शुरुआत की है.
फ्लिपकार्ट ने भी इस दिशा में पहल करते हुए आवाज से पहचान के क्षेत्र में कृत्रिम मेधा पर काम करने वाली स्टार्टअप लिव.एआई का अधिग्रहण किया है.
गूगल से मिली एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय भाषाओं के इंटरनेट यूजर्स की संख्या अगल चार वर्षों में बढ़कर 536 मिलियन हो जाएगी. और भारत में डिजिटल विज्ञापन पर खर्ज होने वाले 4.4 अरब डॉलर में भारतीय भाषाओं का योगदान 35 फीसदी का होगा, जोकि अभी महज 5 फीसदी (2 अरब डॉलर) है.
08:45 PM IST