पिता से मिली थी बराबर संपत्ति, आज मुकेश और अनिल अंबानी की दौलत में 41 अरब डॉलर का अंतर
देश के सबसे बडे औद्योगिक घराने के दो भाइयों की तकदीर पिछले एक दशक में जिस तरह से बदली है, वो किसी को भी हैरत में डाल सकता है. बात हो रही है रिलायंस इंडस्ट्रीज के संस्थापक धीरूभाई अंबानी के बेटों मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी की.
मुकेश अंबानी जियो की सफलता का जश्न मना रहे हैं, जबकि अनिल मुश्किल वक्त से गुजर रहे हैं.
मुकेश अंबानी जियो की सफलता का जश्न मना रहे हैं, जबकि अनिल मुश्किल वक्त से गुजर रहे हैं.
देश के सबसे बडे औद्योगिक घराने के दो भाइयों की तकदीर पिछले एक दशक में जिस तरह से बदली है, वो किसी को भी हैरत में डाल सकता है. बात हो रही है रिलायंस इंडस्ट्रीज के संस्थापक धीरूभाई अंबानी के बेटों मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी की. हालांकि इस दौरान दोनों की किस्मत बदली, लेकिन अलग-अलग दिशा में. मुकेश अंबानी जहां नई ऊंचाइयां चढ़ते गए, वहीं अनिल अंबानी के प्रोजेक्ट एक के बाद एक मुश्किलों में फंसते चले गए.
मुकेश अंबानी की कामयाबी
समाचार एजेंसी ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक एक साथ सफर की शुरूआत करने वाले दोनों भईयों की दौलत में आज 41 अरब डॉलर का अंतर है. जी हां, 41 अरब डॉलर. मुकेश अंबानी चीन के जैक मा को पीछे छोड़कर एशिया के सबसे धनी व्यक्ति बन गए हैं. पेट्रोकेमिकल्स के अलावा हाल में उनका टेलिकम्युनिकेशन कारोबार भी तेजी से आगे बढ़ा है. इसके साथ ही उनकी रिलायंस इंडस्ट्रीज 100 अरब डॉलर की कंपनी बन गई है. ब्लूमबर्ग बिलियनरीज़ इंडेक्स के मुताबिक उनकी संपत्ति 43.1 अरब डॉलर है.
अनिल अंबानी का मुश्किल दौर
इसबीच अनिल अंबानी मुश्किल वक्त से गुजर रहे हैं. उनके कुछ कारोबार कारोबारी पचड़ों और धन की कमी का सामना कर रहे हैं. इस कारण कंपनियों के शेयर गिरे हुए हैं और ब्लूमबर्ग बिलियनरीज़ इंडेक्स के मुताबिक अनिल अंबानी की संपत्ति घटकर महज 1.5 अरब डॉलर ही बची है.
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जब दोनों भाइयों के बीच कारोबार का बंटवारा हुआ था, तब ऐसा लग रहा था कि अनिल फायदे में रहे हैं. तब रिलायंस कम्युनिकेशंस में काफी संभावनाएं दिख रही थीं, जबकि पेट्रोकेमिकल्स कारोबार रिफाइनरी मार्जिन के दबाव से गुजर रहा था. मुकेश अंबानी ने विरासत में मिले कारोबार को अच्छी तरह संभाला और रिलायंस जियो के रूप में एक बहुत बड़ा दाव खेला, जो सफल रहा. रिलायंस जियो से अनिल अंबानी के रिलायंस कम्युनिकेशंस को तगड़ा नुकसान उठाना पड़ा. इसके अलावा अनिल अंबानी की कंपनियों के शेयर में भी भारी गिरावट देखने को मिली. इस साल सबसे अधिक गिरावट रिलायंस नेवेल एंड इंजीनियरिंग लिमिडेट में देखने को मिली. उनकी कंपनी रिलायंस डिफेंस को राफेल डील में विवादों का सामना करना पड़ रहा है. रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस एनर्जी भी मुश्किल दौर से गुजर रही हैं.
01:48 PM IST