टूरिज्म के लिए मशहूर इस राज्य में बनेगा मेडिकल डिवाइस पार्क, 10 हजार से ज्यादा लोगों को मिलेगा रोजगार
Medical device park: इस पार्क के लिए हिमाचल प्रदेश के सोलन में 265 हेक्टेयर जमीन की पहचान की गई है.
हिमाचल प्रदेश को एक और पहचान मिलेगी. (फोटो: pixabay)
हिमाचल प्रदेश को एक और पहचान मिलेगी. (फोटो: pixabay)
Medical device park: टूरिज्म के लिए मशहूर हिमाचल प्रदेश को एक और पहचान मिलने वाली है. यहां मेडिकल डिवाइस पार्क बनाया जाएगा. इसके लिए केंद्र ने मंजूरी दे दी है. इस पार्क से 5000 करोड़ के निवेश के साथ ही हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा. केंद्र सरकार ने इस पार्क को मंजूर किए जाने का पत्र राज्य सरकार को जारी किया है.
हिमाचल प्रदेश को केंद्र सरकार ने 100 करोड़ रुपये की सहायता से उत्तर भारत में पहला मेडिकल डिवाइस पार्क बनाने की मंजूरी दी है. इसकी जानकारी मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने दी. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने प्रदेश के लिए पार्क मंजूर करने पर केंद्र सरकार का आभार जताया है. आपको बता दें कि सोलन में इसके लिए 265 हेक्टेयर जमीन की पहचान की गई है.
देवभूमि हिमाचल के लिए चिकित्सा उपकरण पार्क स्वीकृत करने हेतु यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी एवं केंद्र सरकार का हार्दिक आभार।
— Jairam Thakur (@jairamthakurbjp) September 24, 2021
केंद्र सरकार के रसायन,उर्वरक मंत्रालय के फार्मास्युटिकल विभाग ने चिकित्सा उपकरण पार्क प्रोत्साहन योजना के लिए दिशा-निर्देश अधिसूचित कर दिए है।
देश में बनेंगे 4 मेडिकल डिवाइस पार्क
केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्रालय ने देश में चार मेडिकल डिवाइस पार्क स्थापित करने के उद्देश्य से मेडिकल डिवाइस पार्क योजना को बढ़ावा देने के गाइडलाइंस को नोटिफाई किया था. मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पार्क की अनुमानित लागत 266.95 करोड़ रुपये होगी जिसमें 160.95 करोड़ रुपये राज्य सरकार वहन करेगी. उन्होंने कहा कि राज्य 20,000 करोड़ रुपये के कारोबार के साथ 5,000 करोड़ रुपये से ज्यादा के निवेश और लगभग 10,000 लोगों के लिए लाभकारी रोजगार की उम्मीद कर रहा था. ठाकुर ने कहा कि पार्क उपभोक्ता वस्तुओं के उत्पादन के अलावा औद्योगीकरण के दूसरे चरण को बड़ा बढ़ावा देगा. उन्होंने आगे कहा कि इसमें संयंत्र और मशीनरी आदि जैसे पूंजीगत सामान का उत्पादन करने वाले उद्योग होंगे.
हिमाचल को मिलेगी एक और पहचान
हिमाचल प्रदेश की पहले ही फार्मा उद्योगों के हब के रूप में अपनी पहचान है. मेडिकल डिवाइस पार्क बनने से यहां पर मेडिकल क्षेत्र में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों का उत्पादन होगा. इस पार्क के विकसित होने से नालागढ़ की पहचान मेडिकल उपकरण बनाने वाली यूनिट्स के रूप में भी हो सकेगी. उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए ये अहम प्रोजेक्ट है जिसमें फार्मा कंपनियां तो आएंगी वहीं अस्पतालों से संबंधित उपकरणों को तैयार करने वाली कंपनियां यहां बड़ी संख्या में निवेश करेंगी. निवेश के लिए राज्य सरकार इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलेप करके देगी जिससे इन्वेस्टर्स अपना काम शुरू कर सकें.
Zee Business Hindi Live यहां देखें
12:53 PM IST