घरों की बिक्री में इस साल आएगी जोरदार तेजी, सात बड़े शहरों में हाउसिंग प्रॉपर्टी की डिमांड तेज
Anarock report 2021: प्रॉपर्टी कंसल्टेंसी फर्म के मुताबिक, बिक्री 2022 में 2,64,625 यूनिट और 2023 में 3,17,550 यूनिट तक बढ़ सकती है
आवासीय क्षेत्र में साल 2017 से 2019 के बीच सालाना आधार पर अच्छी बढ़त दिख रही था. (रॉयटर्स)
आवासीय क्षेत्र में साल 2017 से 2019 के बीच सालाना आधार पर अच्छी बढ़त दिख रही था. (रॉयटर्स)
Anarock report 2021: लंबे समय से नरमी की मार का सामना करने वाले रीयल एस्टेट (Real Estate) सेक्टर के लिए यह साल बेहतर रहने वाला है. प्रॉपर्टी कंसल्टेंसी फर्म एनारॉक (Anarock) के मुताबिक, साल 2021 में सात प्रमुख शहरों में आवासीय बिक्री 30 प्रतिशत बढ़कर करीब 1.8 लाख यूनिट हो सकती है, लेकिन इसके अभी भी कोविड के पहले के लेवल तक पहुंचने में वक्त लगेगा.
बिक्री बढ़कर 1,79,527 यूनिट होने की उम्मीद
खबर के मुताबिक, एनारॉक के ताजा रिसर्च में कहा गया है कि साल 2021 में सात शहरों में आवासीय बिक्री सालाना आधार पर 30 प्रतिशत बढ़कर 1,79,527 यूनिट होने की उम्मीद है, जो पिछले साल 1,38,344 यूनिट थी. इससे पहले साल 2019 में सात शहरों - दिल्ली-एनसीआर, मुंबई महानगरीय क्षेत्र (MMR), पुणे, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई और कोलकाता में आवासीय बिक्री 2,61,358 यूनिट थी.
बिक्री का 2022 में क्या रहेगा ट्रेंड
प्रॉपर्टी कंसल्टेंसी फर्म ने यह भी अनुमान लगाया कि बिक्री 2022 में 2,64,625 यूनिट और 2023 में 3,17,550 यूनिट तक बढ़ सकती है. एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि आवासीय क्षेत्र में साल 2017 से 2019 के बीच सालाना आधार पर अच्छी बढ़त दिख रही था. लेकिन कोविड-19 महामारी के चलते यह हालात बदल गए. अगर ऐसा नहीं होता तो 2020 आवासीय क्षेत्र के लिए एक बेहतरीन साल होता.
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अप्रैल-जून तिमाही के आंकड़ों में बिक्री
एनारॉक ने कहा कि पिछले साल के मुकाबले 2021 में आवासीय पेशकश में 35 प्रतिशत बढ़ोतरी होने की उम्मीद है, जबकि इस दौरान बिक्री 30 प्रतिशत तक बढ़ सकती है. कोरोना महामारी की दूसरी लहर के चलते सात प्रमुख शहरों में घरों की बिक्री (Housing sales) में अप्रैल-जून तिमाही के दौरान पिछली तिमाही की तुलना में 58 फीसदी की गिरावट आई थी. मार्च तिमाही के मुकाबले जून तिमाही में घरों की बिक्री के दौरान बेंगलुरु में 55 प्रतिशत, चेन्नई में 59 प्रतिशत, हैदराबाद में 49 प्रतिशत, कोलकाता में 57 प्रतिशत, मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) में 63 प्रतिशत, दिल्ली-एनसीआर में 43 प्रतिशत और पुणे में 62 प्रतिशत की गिरावट देखी गई थी.
06:03 PM IST