कम है CIBIL Score? फिर भी ले सकते हैं पर्सनल लोन, यहां जानें आसान तरीका?
Cibil Score loan eligibility: आप छोटी राशि का लोन ले सकते हैं. जैसे-जैसे आप इसे समय पर चुकाते रहेंगे आपका सिबिल स्कोर भी सुधरता रहेगा. फिर आप ज्यादा बड़ी राशि लोन के रूप में ले सकते हैं.
Cibil Score loan eligibility: अगर आप पर्सनल लोन लेना चाहते हैं, तो आपको अपना सिबिल स्कोर मेनटेन रखना चाहिए. दरअसल आम जिंदगी के खर्च दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में उन जरूरतों को पूरा करने के लिए लोग होम लोन, कार लोन लेने के लिए पर्सनल लोन लेते हैं. लेकिन इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है आपके Cibil Score का अच्छा होना. कई लोन देने वाले 750 के आस-पास या इससे ज्यादा सिबिल स्कोर मांगते हैं. आइए आपको बताते हैं क्रेडिट स्कोर को ठीक करने के कुछ खास तरीके.
छोटा अमाउंट पहले लें
आपका CIBIL स्कोर आपकी साख पर बेस्ड रहता है. अगर आपका सिबिल स्कोर अच्छा नहीं है तो लोन लेने में आपको मुश्किलें आ सकती है. ऐसे में कई सारे बैंक या लोन देने वाली संस्थाएं कम सिबिल स्कोर पर कम राशि का लोन देती हैं. आप छोटी राशि का लोन ले सकते हैं. जैसे-जैसे आप इसे समय पर चुकाते रहेंगे आपका सिबिल स्कोर भी सुधरता रहेगा. फिर आप ज्यादा बड़ी राशि लोन के रूप में ले सकते हैं.
Zee Business Hindi Live TV यहां देखें
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
ऐसे सुधारें अपना Cibil Score
समय पर करें बिलों और किस्तों की पेमेंट
अगर आपने लोन या फिर EMI और क्रेडिट कार्ड की पेमेंट समय से नहीं की है, तो उसे पहले निपटाएं.
इन आदतों को सुधारने के बाद आपका क्रेडिट स्कोर सुधरता जाएगा.
लिमिट में करें क्रेडिट का इस्तेमाल
क्रेडिट कार्ड की हमेशा लिमिट सेट रहेती है, जिसे क्रेडिट लिमिट (Credit Limit) कहा जाता है. अपने सिबिल स्कोर को मेनटेन रखने के लिए आपको क्रेडिट लिमिट का 30 परसेंट से ज्यादा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. अगर आप इस लिमिट से ज्यादा क्रेडिट कार्ड से खर्च करते हैं तो आपको क्रेडिट का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करने वाले व्यक्ति के रूप में देखा जाता है. ये आपके सिबिल स्कोर पर गलत इम्प्रेशन डालता है.
अलग-अलग तरह के लोन की पेमेंट
एक व्यक्ति जिसका कर्ज लौटाने का अच्छा रिकॉर्ड होता है उसका क्रेडिट स्कोर उतना ही सही होता है. ऐसे में अगर आपने अभी तक कोई लोन नहीं लिया है तो अपनी जरूरत के लिए कोई लोन ले सकते हैं इसे समय पर रिटर्स करने पर भी आपका सिबिल स्कोर सुधर जाएगा. इसके अलावा अच्छे सिबिल स्कोर के लिए अच्छी लोन हिस्ट्री होनी भी जरूरी है. इसमें सिक्योर्ड या अनसिक्योर्ड, शॉर्ट टर्म या लॉन्ग टर्म अलग-अलग प्रकार के कर्ज शामिल हो सकते हैं.
क्रेडिट कार्ड कभी न करें बंद
आपको अपना Credit Card अकाउंट क्लोज कभी नहीं करना चाहिए. इससे लगातार शॉपिंग करते रहें और बिल पेमेंट भी करते रहें. इसके अलावा लगातार अपने ज्वाइंट अकाउंट की, सिबिल स्कोर की समीक्षा करते रहना चाहिए. ज्वाइंट लोन के मामले में किसी कस्टमर पर EMI के पेमेंट की बराबर जिम्मेदारी होती है. इसका क्रेडिट स्कोर पर सीधा असर पड़ता है.
750 या उससे ज्यादा का Cibil Score रहता है अच्छा
Cibil Score 300 से 900 नंबरों के बीच होता है. अगर स्कोर 750 नंबप या उससे ज्यादा होता है तब लोन मिलना आसान होता है. जितना अच्छा सिबिल स्कोर होता है, उतनी ही आसानी से लोन मिलता है. सिबिल स्कोर 24 महीने की क्रेडिट हिस्ट्री के हिसाब से बनता है.
किस बात पर कितना निर्भर करता है सिबिल स्कोर?
30 परसेंट Cibil Score इस बात पर डिपेंड करता है कि आप वक्त पर लोन चुका रहे हैं या नहीं. 25 परसेंट सिक्योर्ड या अनसिक्योर्ड लोन पर, 25 परसेंट क्रेडिट एक्सपोजर पर और 20 परसेंट लोन के इस्तेमाल पर डिपेंड करता है.
11:52 AM IST