भारत ने चीन को छोड़ा पीछे, घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में हुई जोरदार बढ़ोतरी
देश में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में लगातार तीव्र वृद्धि जारी है और फरवरी में यह वृद्धि लगातार 54वें महीने में दहाई अंक में रही.
फरवरी में लगातार 54वें महीने में भारत की घरेलू आरपीके वृद्धि दहाई अंक में रही है (फोटो- पीटीआई).
फरवरी में लगातार 54वें महीने में भारत की घरेलू आरपीके वृद्धि दहाई अंक में रही है (फोटो- पीटीआई).
देश में घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में लगातार तीव्र वृद्धि जारी है और फरवरी में यह वृद्धि लगातार 54वें महीने में दहाई अंक में रही. विमानन कंपनियों के अंतरराष्ट्रीय संगठन इंटरनैशनल एयर ट्रांसपॉर्ट असोसिएशन (आईएटीए) ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. फरवरी में पड़ोसी मुल्क चीन के घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या मे सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की गई.
प्रति किलोमीटर पर आय (आरपीके) के हिसाब से गणना की जाने वाले इस वृद्धि में जहां चीन में घरेलू यात्रियों की संख्या में 11.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गयी वहीं भारत में यह आंकड़ा 10 प्रतिशत रहा. आरपीके यात्रियों की संख्या मापने का एक तरीका है. आईएटीए ने कहा कि पूरे विमानन उद्योग की आरपीके के आधार पर वार्षिक वृद्धि मामूली तौर पर घटकर 5.3 प्रतिशत रही.
भारत और रूस की वार्षिक वृद्धि फरवरी में दहाई अंक में रही है. आईएटीए के अनुसार फरवरी में लगातार 54वें महीने में भारत की घरेलू आरपीके वृद्धि दहाई अंक में रही है. इस वृद्धि में अहम भूमिका देश की मजबूत आर्थिक स्थिति और हवाईअड्डों की संख्या बढ़ना है. भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ता घरेलू विमानन बाजार है. आईएटीए के महानिदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी एलेक्जेंडर डी जुनियाक ने कहा कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव जारी रहने और ब्रेक्जिट पर अनिश्चिता के चलते यात्रा परिदृश्य पर दबाव है.
07:52 PM IST