बड़ी मुश्किल में VISTARA, इस वजह से अटक सकती है इंटरनेशनल फ्लाइट्स
सीबीआई ने मई में एयरएशिया इंडिया के कई कार्यालयों में छापेमारी की थी और एयरएशिया के सीईओ टोनी फर्नांडीस के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
टाटा संस लिमिटेड और सिंगापुर एयरलाइंस के संयुक्त उद्यम विस्तारा की अंतर्राष्ट्रीय उड़ान की योजना को झटका लग सकता है. ऐसा टाटा संस की ही 49 फीसदी हिस्सेदारी वाली एयरलाइंस एयरएशिया इंडिया के खिलाफ चल रही सीबीआई जांच की वजह से संभव है. इस मामले से जुड़े दो अधिकारियों ने यह बात कही.
अधिकारियों का कहना है कि सरकार एयरएशिया इंडिया के परिचालन मामले में चल रही सीबीआई जांच को देखते हुए विस्तारा की अंतर्राष्ट्रीय योजना के लिए अनुमति को फिलहाल लंबित रख सकती है. एयरएशिया इंडिया पर आरोप है कि वह विदेशी उड़ान की अनुमति के लिए अपने पक्ष में चीजों को करने में जुटी है और उन नियमों की अवहेलना कर रही है जो विदेशी एयरलाइंस को किसी भारतीय एयरलाइंस कंपनी पर नियंत्रण करने से रोकता है.
जून में विस्तारा ने किया था आवेदन
विस्तारा ने बीते जून में अपने 20वें विमान की डिलीवरी के बाद ही अंतर्राष्ट्रीय उड़ान के लिए आवेदन दे रखा है और उसे उम्मीद है कि अक्टूबर से परिचालन शुरू हो जाएगी. हालांकि यह समयसीमा अब दिसंबर हो गई है. कहा जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए और एयरएशिया इंडिया के खिलाफ जांच को लेकर विस्तारा को अभी हरी झंडी नहीं मिल सकेगी. हिन्दुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक, सीबीआई ने मई में एयरएशिया इंडिया के कई कार्यालयों में छापेमारी की थी और एयरएशिया के सीईओ टोनी फर्नांडीस के खिलाफ मामला दर्ज किया था.
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नियम में हुए बदलाव
पहले के नियम के मुताबिक उन घरेलू विमान कंपनियों को ही अंतरर्राष्ट्रीय उड़ान की अनुमति मिलती रही है जिन्हें पांच साल तक घरेलू परिचालन का अनुभव रहा हो और उनके पास 20 विमान हों. नई विमानन नीति के मुताबिक अब अगर किसी एयरलाइंस के पास 20 विमान हैं या कुल क्षमता 20 प्रतिशत है तो वह घरेलू एयरलाइंस अंतर्राष्ट्रीय उड़ान के लिए आवेदन कर सकती है. विस्तारा को हालांकि नागर विमानन मंत्रालय से इस तरह की अनुमति मिलने का इंतजार है. अधिकारियों का कहना है कि अभी तक विस्तारा की फाइल मंत्रालय से आगे नहीं बढ़ी है.
10:25 AM IST