यह EV Startup लाने वाला है 1 घंटे में बैटरी फुल चार्ज करने की टेक्नोलॉजी! एंजेल निवेशकों से जुटाए ₹12 करोड़
मैक्सवोल्ट एनर्जी इंडस्ट्रीज (Maxvolt Energy Industries) ने कई एंजेल निवेशकों (Angel Investors) से 1.5 मिलियन डॉलर यानी करीब 12 करोड़ रुपये जुटाए (Startup Funding) हैं.
मैक्सवोल्ट एनर्जी इंडस्ट्रीज (Maxvolt Energy Industries) ने कई एंजेल निवेशकों (Angel Investors) से 1.5 मिलियन डॉलर यानी करीब 12 करोड़ रुपये जुटाए (Startup Funding) हैं. यह स्टार्टअप (Startup) इलेक्ट्रिक वाहनों (Electric Vehicle), ऊर्जा भंडारण प्रणालियों और चिकित्सा उपकरणों के लिए लिथियम बैटरी पैक बनाता है और सप्लाई करता है.
इस फंडिंग से टिकाऊ ऊर्जा समाधानों को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी है. इतना ही नहीं, इससे मैक्सवोल्ट एनर्जी की जल्द ही तेजी से चार्ज होने वाली लिथियम-आयन बैटरी पेश करके अपनी बाजार स्थिति को मजबूत करने की महत्वाकांक्षी योजनाओं को भी समर्थन मिलेगा.
मैक्सवोल्ट एनर्जी के चीफ बिजनेस ऑफिसर, सतेंद्र शुक्ला ने फंडिंग राउंड के लिए अपनी योजनाएं साझा करते हुए कहा, "यह फंडिंग दिखाती है कि हमारे बिजनेस मॉडल में हमारे निवेशकों को कितना भरोसा है. मैक्सवोल्ट अत्याधुनिक लिथियम-आधारित बैटरियों के माध्यम से ईको-फ्रेंडली सॉल्यूशन मुहैया करने के लिए प्रतिबद्ध है."
TRENDING NOW
FD पर Tax नहीं लगने देते हैं ये 2 फॉर्म! निवेश किया है तो समझ लें इनको कब और कैसे करते हैं इस्तेमाल
8th Pay Commission: केंद्रीय कर्मचारियों के लिए ताजा अपडेट, खुद सरकार की तरफ से आया ये पैगाम! जानिए क्या मिला इशारा
उन्होंने आगे कहा, "हम एक फास्ट-चार्जिंग समाधान विकसित कर रहे हैं, जो ग्राहकों के चार्जिंग समय को काफी कम कर देगा. प्रोटोटाइप विकास चरण में है और कंपनी का मकसद अंतिम उत्पाद को 2024 के अंत कर रिसर्च और डेवलपमेंट के बाद चरणों में लॉन्च करना है. पहले चरण में हम चार्जिंग के समय को 2 घंटे और बाद के चरण में 1 घंटे तक कम कर देंगे."
मैक्सवोल्ट ने पिछले वित्तीय वर्ष में 100 प्रतिशत सीएजीआर के साथ 48.60 करोड़ रुपये का राजस्व दर्ज किया. यह शानदार ग्रोथ इस स्टार्टअप को गतिशील ऊर्जा भंडारण बाजार में दीर्घकालिक सफलता की स्थिति में लाती है.
शुक्ला ने आगे कहा, "यह निवेश हमारे अनुसंधान और विकास प्रयासों को गति देगा, उत्पादन क्षमता बढ़ाएगा और हमारी बाजार पहुंच का विस्तार करेगा. इससे हम सस्टेनेबल प्रैक्टिस और नई टेक्नोलॉजी के माध्यम से कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकेंगे."
04:59 PM IST