चाबहार बंदरगाह में रेलवे लाइन बिछाएगा भारत, अमेरिका ने हटाया प्रतिबंध
भारत और अमेरिका के बीच 'टू प्लस टू' वार्ता अमेरिका में हुई. इस वार्ता के बाद अमेरिका ने चाबहार बंदरगाह के निर्माण को लेकर भारत पर लगाए प्रतिबंधों में कुछ छूट देने का ऐलान किया है.
चाबहार , ईरान में सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत का एक शहर है. यह एक मुक्त बंदरगाह है और ओमान की खाड़ी के किनारे स्थित है.
चाबहार , ईरान में सिस्तान और बलूचिस्तान प्रांत का एक शहर है. यह एक मुक्त बंदरगाह है और ओमान की खाड़ी के किनारे स्थित है.
अमेरिका और भारत के बीच हुई टू प्लस टू वार्ता (Two plus two dialogue) में कई अहम फैसले लिए गए हैं. एक फैसले के तहत अमेरिका ने ईरान के चाबहार बंदरगाह (Chabahar port) के मामले में भारत को प्रतिबंधों से छूट दी है. अमेरिका ने युद्ध से तबाह अफगानिस्तान में भारत से मानवीय मदद की आपूर्ति में इस बंदरगाह की अहमियत को देखते हुए यह निर्णय लिया है. ईरान के साथ पैदा हुए विवाद के चलते अमेरिका ने ईरान पर प्रतिबंध लगा दिए थे, जिनका असर चाबहार प्रोजेक्ट पर भी पड़ा है.
भारत और अमेरिका के बीच दूसरी 'टू प्लस टू' वार्ता अमेरिका के विदेश विभाग के फॉगी बॉटम मुख्यालय में बुधवार को हुई. अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ के साथ रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की विदेश विभाग के फॉगी बॉटम मुख्यालय में मेजबानी की.
इस वार्ता के बाद अमेरिका ने चाबहार बंदरगाह के निर्माण को लेकर भारत पर लगाए प्रतिबंधों में कुछ छूट देने का ऐलान किया है. इस बंदरगाह (Chabahar port) को भारत, ईरान (Iran) और अफगानिस्तान (Afghanistan) मिल कर तैयार कर रहे हैं. यह ईरान के सिस्तान (Sistan) और बलूचिस्तान (Baluchestan) प्रांत में स्थित है तथा हिंद महासागर के तट पर है.
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अमेरिका के विदेश मंत्रालय के मुताबिक, यूएस (America) ने भारत को चाबहार बंदरगाह (Chabahar port) के विकास के लिए एक छूट दी है, जिससे बंदरगाह तथा अफगानिस्तान को परिशोधित तेल उत्पादों के निर्यात के लिये रेलवे लाइन (Railway Line) के निर्माण की मंजूरी मिलती है. जबतक इस निर्माण में ईरान की रिवॉल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स (Revolutionary Guards Corps) शामिल नहीं होती है, प्रतिबंधों से छूट दी जाती रहेगी.
चाबहार बंदरगाह
चाबहार (Chabahar), ईरान में सिस्तान और बलूचिस्तान (Baluchestan) प्रांत का एक शहर है. यह एक मुक्त बंदरगाह है और ओमान की खाड़ी के किनारे स्थित है. यह ईरान का सबसे दक्षिणी शहर है.
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मई 2015 में भारत ने चाबहार बंदरगाह के विकास के लिए द्विपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर कर किए थे. यह बंदरगाह ईरान के लिए रणनीतिक नजरिये से बहुत महत्वपूर्ण है. इसके माध्यम से भारत के लिए समुद्री सड़क मार्ग से अफगानिस्तान पहुंचने का रास्ता खुल जायेगा और इस स्थान तक पहुंचने के लिए पाकिस्तान के रास्ते की जरूरत नहीं होगी.
05:26 PM IST