अमेरिकी समाचार चैनल CNN ने डोनाल्ड ट्रंप का विज्ञापन चलाने से किया इनकार, बताई ये वजह
मीडिया उद्योग अपनी आमदनी के लिए मुख्य रूप से विज्ञापनों पर आधारित है, और प्रत्येक मीडिया संस्थान अधिक से अधिक विज्ञापन पाना चाहता है, लेकिन अमेरिकी न्यूज चैनल सीएनएन ने रिपब्लिकन पार्टी के एक चुनावी विज्ञापन को प्रसारित करने से इनकार कर दिया.
सीएनएन ने शरणार्थियों से संबंधित इस विज्ञापन को नस्लवादी बताया है (फोटो ट्विटर).
सीएनएन ने शरणार्थियों से संबंधित इस विज्ञापन को नस्लवादी बताया है (फोटो ट्विटर).
मीडिया उद्योग अपनी आमदनी के लिए मुख्य रूप से विज्ञापनों पर आधारित है, और प्रत्येक मीडिया संस्थान अधिक से अधिक विज्ञापन पाना चाहता है, लेकिन अमेरिकी न्यूज चैनल सीएनएन ने रिपब्लिकन पार्टी के एक चुनावी विज्ञापन को प्रसारित करने से इनकार कर दिया. चैनल का कहना है कि ये विज्ञापन नस्लवादी है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने शनिवार को ट्वीट करके जानकारी दी, 'सीएनएन से इस विज्ञापन को चलाने से मना कर दिया है... मेरा अनुमान है कि वे केवल झूठी खबरें चलाते हैं और उन वास्तविक चुनौतियों के बारे में बात नहीं करते हैं, जो उनके एजेंडा को सूट नहीं करता है. खुश रहिए.'
CNN has made it abundantly clear in its editorial coverage that this ad is racist. When presented with an opportunity to be paid to take a version of this ad, we declined. Those are the facts. 🍎
— CNN Communications (@CNNPR) November 3, 2018
इसके जबाव में सीएनएन ने कहा है कि इस विज्ञापन का कंटेंट नस्लवादी है. सीएनएन के मुताबिक, 'सीएनएन ने अपने संपादकीय कवरेज में ये स्पष्ट किया है कि ये विज्ञापन नस्लवादी है. जब हमें इस विज्ञापन के एक संस्करण को पैसे लेकर चलाने का ऑफर मिला, तो हमने मना कर दिया. यही सच्चाई है.'
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ये वीडियो अमेरिका के पड़ोसी देश मैक्सिको से होने वाली घुसपैठ के बारे में है. तीन लैटिन अमेरिकी देशों अल साल्वाडोर, होंडुरास और ग्वाटेमाला से करीब 7000 शरणार्थियों का काफिला अमेरिका की ओर बढ़ रहा है. डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें रोकने के लिए सीमा पर सेना तैनात की है. विज्ञापन में दावा किया गया है कि ये शरणार्थी अमेरिका में अपराध करने आते हैं. इस वीडियो के सहारे डोनाल्ड ट्रंप ने चुनावों में अपने लिए वोट मांगा है और कहा है कि वो शरणार्थियों को अमेरिका में आने से रोकेंगे.
अमेरिकी समचार चैनल एनबीसी न्यूज के मुताबिक 2018 की पहली छमाही में अमेरिका में चुनावों के दौरान तीन अरब डॉलर का विज्ञापन दिया गया है. ये आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले दोगुना है. इस दौरान डेमोक्रेटिक कंडीडेट्स और उनके ग्रुप ने 1.5 अरब डॉलर खर्च किए हैं. रिपब्लिकंस ने 1.3 अरब डॉलर खर्च किए हैं, जबकि शेष धन निर्दलीय प्रत्याशियों ने खर्च किया.
01:04 PM IST