इस देश में लॉन्च की गई ड्राइवर लेस ड्रोन टैक्सी, 35 किलोमीटर तक कर सकेंगे यात्रा
चीन की एक कंपनी ने ऑस्ट्रिया की राजधानी विएना में ड्राइवर लेस ड्रोन- टैक्सी ईहैंग- 216 लांच की. इस ड्रोन टैक्सी का कुल वजन 340 किलो है. यह ड्रोन एक घंटे में 35 किलोमीटर तक की यात्रा कर सकता है. इसमें दो लोग बैठ सकते हैं.
चीन की कंपनी ने आस्ट्रिया में लांच की ड्राइवर लेस ड्रोन टैक्सी (फाइल फोटो)
चीन की कंपनी ने आस्ट्रिया में लांच की ड्राइवर लेस ड्रोन टैक्सी (फाइल फोटो)
चीन की एक कंपनी ने ऑस्ट्रिया की राजधानी विएना में ड्राइवर लेस ड्रोन- टैक्सी ईहैंग- 216 लांच की. इस ड्रोन टैक्सी का कुल वजन 340 किलो है. यह ड्रोन एक घंटे में 35 किलोमीटर तक की यात्रा कर सकता है. इसमें दो लोग बैठ सकते हैं. इस ड्रोन की कीमत लगभग 1.55 करोड़ रुपये है.
130 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से उड़ेगा ये ड्रोन
इस ड्राइवर लेस ड्रोन की अधिकतम गति 130 किलोमीटर प्रतिघंटा है. इस ड्रोन को बनाने वाली कंपनी ने बताया कि इस ड्रोन का प्रयोग स्वास्थ्य सेवाओं में कदद करने व औद्योगिक उपकरणों को एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचाने के लिए किया जाएगा.
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1000 से अधिक ड्रोन के ऑर्डर बुक हुए
गौरतलब है कि इस ड्रोन को लांच करने के साथ ही इस ड्रोन के लिए लगभग 1000 से ज्यादा लोग ऑर्डर बुक करा चुके हैं. कंपनी ने 2021 के पहले लगभग 300 ड्रोन डिलीवर करने का लक्ष्य रखा है.ईहैंग- 216 पहली बार 2016 के सीईएस यानी कंज्यूमर्स इलेक्ट्रॉनिक्स शो में पेश किया गया था. इस ड्रोन में कई सारी मोटरों का प्रयोग किया गया है जो कि इस ड्रोन को सिस्टम फेल होने की स्थिति में जमीन पर उतरने में मदद करता है.
घर तक पहुंचेगा खाना
ऑनलाइन खाने-पीने की चीजें उपलब्ध कराने वाली कंपनी जोमाटो ड्रोन के जरिए घरों तक खाने पहुंचाने की योजना पर काम कर रही है. कंपनी ने टेकईगल इनोवेशंस को खरीदने की घोषणा की है. इस स्टार्टअप के जरिए ही ड्रोन के जरिए कंपनी घरों तक खाना पहुंचाएगी. टेकईगल इनोवेशंस लखनऊ की एक स्टार्टअप कंपनी है.
ये है योजना
जोमेटो घरों तक खाना पहुंचाने के लिए हाइब्रिड मल्टी-रोटोर ड्रोन का प्रयोग करेगा. जोमाटो के संस्थापक और सीईओ दीपिंदर गोयल ने कहा, "हम इस अनोखे तरीके से लोगों तक खाना पहुंचाने की योजना के शुरुआती चरण में हैं. आने वाले समय में हमारे ग्राहक ऑनलाइन ऑर्डर के वक्त ड्रोन से फूड की डिलीवरी का विकल्प मिलने की उम्मीद कर सकते हैं.स्टार्टअप टेकईगल की स्थापना 2015 में हुई थी. आईआईटी कानपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले विक्रम सिंह मीणा ने इसे बनाया था. जोमाटो के सीईओ गोयल ने कहा, "अभी हमारा पहला कमा मल्टी-रोटर ड्रोन तैयार करना है. ये ड्रोन 5 किलोग्राम से कम वजन को उठा सकेंगे. हम ड्रोन डिलीवरी सर्किट भी बना रहे हैं."
03:27 PM IST