अगर आप कोई नया बिजनेस को स्टार्ट करने का प्लान कर रहे हैं तो आपको कई बातों का ख्य़ाल रखना चाहिए. 8 से 9 घंटे के ऑफिस काम से आजादी पाने के लिए भी कई बार लोग बिजनेस में अपना हाथ आजमाना चाहते हैं लेकिन यह काम उतना आसान भी नहीं है. इसलिए कोई भी बिजनेस को शुरू करने से पहले उसके बारे में अच्छी तरह छानबीन कर लेना बेहद जरूरी रहता है. ऐसे में आज हम आपको एक ऐसे ही बिजनेस के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपके लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है.
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कड़कनाथ का बिजनेस फायदे का सौदा
भारत के मध्य प्रदेश राज्य के झाबुआ डिस्ट्रिक्ट में पाई जाने वाली कड़कनाथ चिकन की नस्ल की मांग तेजी के साथ बढ़ रही है. तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल राज्य में कड़कनाथ चिकन से जुड़े कई सारे पोल्ट्री फार्म हैं और इन राज्य में इन चिकन की काफी मांग भी है. धीरे-धीरे कड़कनाथ मुर्गे की डिमांड देश के दूसरे राज्यों में भी तेजी के साथ बढ़ रही है. (फोटो सोर्स- ट्विटर)
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कड़कनाथ चिकन फार्मिंग से मुनाफा होना पक्का
कड़कनाथ चिकन फार्मिंग बिजनेस में मुनाफा होना गारंटी की बात है. कड़कनाथ मुर्गे में भरपूर मात्रा में लौह तत्व, कैल्शियम, विटामिन बी और विटामिन सी भी पाया जाता है. यही वजह है कि इसकी मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है. मौजूदा समय में देश में काफी कम लोगों द्वारा कड़कनाथ चिकन का पोल्ट्री फार्म चलाया जा रहा है, ऐसे में अभी इसमें पैसा लगाने वालों को आने वाले समय में फायदा पहुंचना निश्चित है. (फोटो सोर्स- ट्विटर)
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कड़कनाथ पालन में सरकार करती है मदद
कड़कनाथ मुर्गा पालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से कई प्रकार की योजनाएं चलाई जा रही है. खासतौर पर छत्तीसगढ़ सरकार सिर्फ 53,000 रुपये जमा करने पर तीन किस्तों में 1000 चूजे, 30 मुर्गियों के शेड और छह महीने तक मुफ्त दाना उपलब्ध कराती है. इसके बाद मुर्गे को मार्केट में बेचे जाने तक इसका पूरा देखभाल भी किया जाता है. कड़कनाथ मुर्गी के चूजे का रेट 70-100 रुपये के बीच है. जबकि इसका मांस 1000 रुपये किलो तक बेचा जाता है. (फोटो सोर्स- ट्विटर)
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धोनी भी करते हैं कड़कनाथ मुर्गे का पालन
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी अपने फॉर्म हाउस में कड़कनाथ मुर्गे का पालन करते हैं. ऐसा अनुमान लगाया जाता है कि धोनी को इस बिजनेस से काफी फायदा पहुंचा है. अपने रांची स्थित फार्म हाउस में इसकी फार्मिंग करते हैं. धोनी ने फार्म हाउस में डेयरी फॉर्मिंग के लिए साहीवाल नस्ल की गायें रखी हैं. (फोटो सोर्स- ट्विटर)
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