मोदी कैबिनेट की इस मंजूरी से मिलेगा 58 लाख मानव दिवस का रोजगार
केंद्रीय कैबिनेट से बुधवार को बहराइच से खलीलाबाद के बीच नई रेल लाइन को मंजूरी प्रदान कर दी. यह रेल लाइन कुल 204 किलोमीटर लम्बी होगी.
कैबिनेट ने बहराइच से खलीलाबाद के बीच नई रेल लाइन को मंजूरी दे दी है (फाइल फोटो)
कैबिनेट ने बहराइच से खलीलाबाद के बीच नई रेल लाइन को मंजूरी दे दी है (फाइल फोटो)
केंद्रीय कैबिनेट से बुधवार को बहराइच से खलीलाबाद के बीच नई रेल लाइन को मंजूरी प्रदान कर दी. यह रेल लाइन कुल 204 किलोमीटर लम्बी होगी. वहीं इस रेल लाइन को बिछाने में कुल 4940 करोड़ रुपये खर्च होंगे. खास बात यह है कि रेलवे के इस प्रोजेक्ट के चलते लगभग 58 लाख मानव दिवस के बराबर रोजगार पैदा होगा. इस रेलवे लाइन को 2024 - 25 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. यह रेल लाइन उत्तर प्रदेश के 5 जिलों बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, सिद्धार्थ नगर व संत करीब नगर को जोड़ेगी. ये रेल लाइन लखनऊ वे गोरखपुर जाने वाली मुख्य रेल लाइन से भी जुड़ेगी. इससे बड़े पैमाने पर लोगों को इस रेल लाइन का लाभ मिलेगा.
रेलवे के अनुसार इस रेल लाइन के चलते पूर्वांचल के इस क्षेत्र में तेजी से आर्थिक विकास होगा. इस इलाके में अब तक बेहतर परिवहन की व्यवस्था नहीं थी. इस रेल लाइन के बिछाए जाने के बाद यहां पर बड़े पैमाने पर लधु व कुटिर उद्योंगों के स्थापित होने की संभावना है. बहराइच से खलीलाबाद रेलवे स्टेशन के लिए बिछाई जाने वाली रेलवे लाइन पर कुल 9 रेलवे स्टेशन पड़ेंगे. इन स्टेशनों में बहराइच, भिंगा, श्रावस्ती, बलरामपुर, उतरौला, डुमरियागंज, बांसी, मेहदावल और खलीलाबाद रेलवे स्टेशन होंगे. भिंगा रेलवे स्टेशन से नेपाल की सीमा की दूरी 10 किलोमीटर से अंदर ही होगी. ऐसे में यहां से नेपाल से कारोबार करने में काफी मदद मिलेगी. वहीं नेपाल में चीन के प्रभाव को कम करने में भी इस रेलवे लाइन का प्रयोग किया जा सकेगा.
पर्यटन उद्योग होगा विकसित
श्रावस्ती बौद्ध अनुयायियों के बीच एक बड़ा आस्था का केंद्र है. यहां पर बड़े पैमान पर दुनिया भर से बौद्ध अनुयायी आते हैं. अब तक इस इलाके में बेहतर परिवहन व्यवस्था न होने के चलते लोगों को पहुंचने में काफी मुश्किल का सामना करना पड़ता है. रेलवे लाइन से इस इलाके के जुड़ जाने से यहां पर्यटन के विकसित होने की काफी संभावना है.
03:44 PM IST