भारतीय रेलवे में शामिल हुआ उत्तम रेक, सुविधाओं से भरपूर है ये ट्रेन
भारतीय रेल (Indian Railways) यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. इसी दिखा में रेलवे ने मुम्बई लोकल में ‘उत्तम रेक' को शामिल किया है. इस रेक में कई आधुनिक सुविधाएं दी हैं.
भारतीय रेलवे में शामिल हुआ उत्तम रेक, जानिए क्या है खूबी (फाइल फोटो)
भारतीय रेलवे में शामिल हुआ उत्तम रेक, जानिए क्या है खूबी (फाइल फोटो)
भारतीय रेल (Indian Railways) यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. इसी दिखा में रेलवे ने मुम्बई लोकल में ‘उत्तम रेक' को शामिल किया है. इस रेक में कई आधुनिक सुविधाएं दी हैं.
महिला सुरक्षा के हैं खास इंतजाम
मुम्बई लोकल में शामिल किए गए ‘उत्तम रेक' में महिला सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं. इस ट्रेन में सीसीटीवी कैमरा सर्विलांस जैसी सुविधाएं हैं. इसके जरिए यदि ट्रेन में कोई अपराधी घुसता है या किसी तरह का अपराध होता नजर आता है तो रेलवे सुरक्षा बल तुरंत कार्रवाई कर सकता है. इस ट्रेन में पैसेंजर अलार्म की सुविधा भी दी गई है.
बेहद खूबसूरत है ट्रेन
यात्रियों के अनुभव के बहतर बनाने के लिए इस ट्रेन के इंटीरियर को बेहद खूबसूरत बनाया गया है. ट्रेन में सभी कोचों को नया आकर्षक इंटीरियर दिया गया है. ट्रेन के इंटीरियर में एक तरफ जहां कई आकर्षक रंगों का इस्तेमाल किया गया है वहीं अंदर की डिजाइनिंग में भी थोड़ा बदलाव किया गया है.
लेडीज स्पेशल के तौर पर चल रही है ये ट्रेन
पश्चिम रेलवे के 69वें स्थापना दिवस के मौके पर भारतीय रेल में ‘उत्तम रेक’ को शामिल किया गया है. ये ट्रेन फिलहाल चर्चगेट से विरार जाने वाली लेडीज स्पेशल लोकल ट्रेन के तौर पर चलाई जा रही है. उत्तम रेक में मुम्बईकरों की सुख-सुविधा को ध्यान में रखते हुए कई सुधार किये गए हैं.
उत्तम रेक में मिलेंगी ये सुविधाएं
- सभी कोचों में सीसीटीवी निगरानी प्रणाली लगी है
- चोरी रोकने के लिए कोचों में अभेद्य पार्टीशन लगाए गए हैं
- मॉड्यूलर लगेज रैक दिया गया है
- फस्ट क्लास के कोचों में ऊंची पीठ वाली सीटें
- दूसरे दर्जे के कोचों में लकड़ी की सज्जा वाली फाइबर मिश्रित प्लास्टिक की सीटें लगाई गई हैं
- सभी कोचों में 2 हैंडल वाली खिड़कियां हैं.इन पर बेहतर दोहरे स्टॉपर लगे हैं.
- बेहतर पकड़ के लिए हैंडलों को चौड़ा बनाया गया है
- सभी कोचों में आधुनिक ब्रशलेस डीसी (बीएलडीसी) पंखे, जो पारंपरिक पंखों की तुलना में 30 प्रतिशत कम बिजली खाते हैं
- मॉड्यूलर श्रेणी की एलईडी लाइटों का प्रावधान
- पारंपरिक आपातकालीन जंजीरों के स्थान पर बिजली से चलने वाली यात्री अलार्म प्रणाली
- चिकनी सतह वाली जालीदार एफआरपी सीलिंग और लकड़ी से सज्जित रोशनदान के कारण कोच की भीतरी सुंदरता में बढ़ोतरी
- चोरी रोकने के लिए फर्श पर न दिखाई देने वाली एल्यूमिनियम की मोल्डेड स्ट्रीप लगाई गई हैं
- सभी यात्री सीटों के नजदीक स्टेनलेस स्टील की प्लेट लगाई गई है, ताकि चलने-फिरने से रंग फीका न पड़े
- लाल रंग का आपातकालीन बटन
TAGS:
Written By:
विवेक तिवारी
Updated: Mon, Dec 09, 2019
03:49 PM IST
03:49 PM IST
नई दिल्ली
ट्रेंडिंग न्यूज़