Post Office Savings Account: पोस्ट ऑफिस का सेविंग्स अकाउंट कई मायनों में है फायदे का सौदा, जानिए 5 बड़े बेनिफिट्स
बैंक के मुकाबले आपको पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट पर ज्यादा ब्याज देता है, साथ ही आपको कम मिनिमम बैलेंस और ब्याज पर टैक्स छूट का भी लाभ मिलता है.
जिस तरह आप बैंक में सेविंग्स अकाउंट खुलवाते हैं, उसी तरह पोस्ट ऑफिस भी आपको सेविंग्स अकाउंट (Savings Account) की सुविधा देता है. सेविंग्स अकाउंट के मामले में ज्यादातर लोगों की पहली पसंद बैंक होती है, लेकिन आपको बता दें कि बैंक की तुलना में पोस्ट ऑफिस में बचत खाता (Post Office Savings Account) खुलवाना आपके लिए फायदे का सौदा है. पोस्ट ऑफिस के बचत खाते में आपको कई तरह के फायदे मिलते हैं. बैंक के मुकाबले आपको पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट पर ज्यादा ब्याज देता है, साथ ही आपको कम मिनिमम बैलेंस और ब्याज पर टैक्स छूट का भी लाभ मिलता है. यहां विस्तार से जानिए पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट के फायदे.
बैंक से ज्यादा ब्याज मिलता
पोस्ट ऑफिस के सेविंग्स अकाउंट पर मिलने वाले ब्याज की तुलना करें तो वर्तमान में भारत के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक के बचत खाते पर इस समय सिर्फ 2.70% की ब्याज मिल रहा है. वहीं बैंक ऑफ बड़ौदा और पंजाब नेशनल बैंक के सेविंग अकाउंट पर ब्याज दर 2.75% है. ICICI और HDFC बैंकों के सामान्य सेविंग अकाउंट पर भी सिर्फ 3 % ब्याज मिल रहा है, लेकिन पोस्ट ऑफिस में सेविंग अकाउंट पर 4% सालाना ब्याज मिल रहा है, जो अन्य तमाम बैंकों के मुकाबले काफी ज्यादा है. कुछ प्राइवेट बैंक जरूर ब्याज 6% के आसपास देने का दावा करते हैं, लेकिन वहां मिनिमम बैलेंट की लिमिट काफी ज्यादा है.
न्यूनतम बैलेंस 500 रुपए
पोस्ट ऑफिस में अगर आप सेविंग्स अकाउंट खुलवाते हैं, तो ये 500 रुपए से खुल जाता है. आगे भी इसमें मिनिमम बैलेंस के तौर पर सिर्फ 500 रुपए का बैलेंस बनाए रखने की जरूरत होती है. जबकि अन्य किसी भी बैंक में ये लिमिट ज्यादा होती है. कईप्राइवेट बैंकों में तो 10000 रुपए तक मिनिमिम बैलेंस रखना जरूरी है. अगर किसी वित्तवर्ष के दौरान आपके अकाउंट का बैंलेस 500 रुपए से कम पहुंच जाता है तो फिर उस अकाउंट से 50 रुपए पेनाल्टी के तौर पर काट लिए जाते हैं. 500 से कम बैलेंस होने पर खाते से पैसे निकालने की अनुमति नहीं होती है.
अधिकतम जमा की कोई सीमा नहीं
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अगर आप पोसट ऑफिस में खाता खुलवाते हैं तो खाते में अधिकतम जमा की कोई सीमा नहीं होती है. हालांकि नकद पैसा जमा करने और निकालने की सीमा जरूर निर्धारित है. रिजर्व बैंक के नए नियमों के मुताबिक, आप सेविंग अकाउंट में एक बार में 1 लाख से ज्यादा नकद जमा नहीं कर सकते और एक साल में 10 लाख से ज्यादा नकद जमा नहीं कर सकते हैं. इन सीमाओं से अधिक जमा करने के लिए आपको डिजिटल तरीकों का इस्तेमाल करना होगा.
बैंक वाली सभी सुविधाएं
आपको पोस्ट ऑफिस के बचत खाते में भी बैंक वाली सभी सुविधाएं मिल जाती हैं. यानी आपको बैंक की तरह ही चेकबुक, पासबुक, एटीएम कार्ड और नेट बैंकिंग की सुविधा पोस्ट ऑफिस के सेविंग्स अकाउंट पर भी दी जाती है. पोस्ट ऑफिस के सेविंग्स अकाउंट पर फोन बैंकिंग और UPI ट्रांसफर जैसी सुविधाएं मिलने लगी हैं. सरकारी योजनाओं का पैसा या सब्सिडी वगैरह का पैसा पाने के लिए भी आप पोस्ट ऑफिस बचत खाते का इस्तेमाल कर सकते हैं.
टैक्स बेनिफिट्स
बैंक सेविंग्स अकाउंट में जमा पैसों पर 10000 रुपए तक का ब्याज टैक्स फ्री है. ये छूट इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80 TTA के तहत मिलती है. बैंक की तरह ही टैक्स छूट का ये नियम पोस्ट ऑफिस के बचत खाते पर मिलने वाले ब्याज पर भी लागू है. इसके अलावा पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट्स के साथ-साथ सभी बैंकों के सेविंग अकाउंट्स के 40 हजार रुपए तक के ब्याज पर TDS नहीं कटता. 60 वर्ष से अधिक उम्र वालों के 50 हजार रुपए तक की सेविंग अकाउंट ब्याज पर, TDS नहीं कटता.
09:45 AM IST