Home Loan लेने से पहले की 5 जरूरी तैयारियां; मिल जाएगा सस्ता कर्ज, हमेशा रहेंगे टेंशन फ्री
Written By: ज़ीबिज़ वेब टीम
Mon, Aug 30, 2021 06:23 PM IST
Tips to consider before home loan: मकान खरीदना जीवन का एक अहम फाइनेंशियल फैसला होता है. इसमें लोगों की काफी जमा-पूंजी लग जाती है. आज के समय में बैंकों की होम लोन स्कीम्स घर के सपने को पूरा करने में काफी बड़ा रोल है. होम लोन के जरिए आप आसानी से अपना मकान खरीद सकते हैं. बहरहाल, जब भी आप होम लोन का प्लान कर रहे हैं, तो उससे पहले कुछ रिसर्च कर लेनी चाहिए. कुछ जरूरी जानकारियां भी जुटा लेनी चाहिए. जिससे कि आपको आसानी से लोन मिल सके और किसी दूसरी परेशानी से बचे रहे. ऐसे में आइए जानते हैं होम लोन के लिए अप्लाई करने से पहले आपको क्या करना चाहिए, जिससे कि आपका अप्लीकेशन प्रॉसेस आसानी से हो के और रिपेमेंट भी आसान रहे.
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कहां मिल रही है बेस्ट डील
होम लोन के लिए अप्लाई करने से पहले आप घर बैठे इंटरनेट से कुछ जरूरी रिसर्च कर सकते हैं. इस रिसर्च में आपके लिए लोन अमाउंट, डाउन पेमेंट, EMIs और रिपेमेंट टेन्योर जैसे जरूरी फैक्टर्स की पड़ताल करनी चाहिए. इस बात की अच्छी तरह मालूमात कर लें कि ब्याज दरें कहां कम हैं, होम अमाउंट कितना ले सकते हैं और रिपेमेंट या प्रीपेमेंट को लेकर क्या नियम शर्तें हैं. जहां आपको बेस्ट डील मिले, वहां आप होम लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
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अपने बजट का ध्यान रखें
जब भी आप मकान खरीदने जाएंगे, आपको हजारों ऑप्शन मिलेंगे. इसमें आपको हमेशा आप अफोर्डेबिलिटी पर ध्यान दें. यानी, अपने बजट के बाहर जाकर मकान खरीदने और लोन लेने का फैसला आपको परेशानी में डाल सकता है. अगर आप बजट से बाहर चलें जाएंगे तो आपको फिक्सड मंथली EMIs देने में दिक्कत आ सकती है. आपकी लिविंग कॉस्ट के मंथली खर्चों पर भी असर पड़ सकता है. इसके साथ ही लोकेशन का हमेशा ध्यान रखें.
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EMIs, रिपेमेंट टेन्योर को जरूर देखें
जब भी आप बैंक से होम लोन लेते हैं, आपको आपकी जरूरत के हिसाब से अलग-अलग EMI ऑप्शन ऑफर करता है. आपकी ईएमआई कितनी होगी, यह इस बात निर्भर करता है कि आपने डाउन पेमेंट कितना किया है. जितना ज्यादा डाउन पेमेंट करेंगे, EMI को बोझ उतना ही कम होगा. एक गोल्डेन फार्मूला यह होता है कि आपकी EMI कभी भी अपनी कुल इनकम की 45 फीसदी से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. इसी तरह, लोन लेने से पहले यह देख लें कि कितने समय में आप रिपेमेंट करेंगे. रिपेमेंट टेन्योर ज्यादा रखते हैं तो ईएमआई कम होगी, लेकिन ब्याज ज्यादा देना होगा. इसी तरह, टेन्योर कम होगा तो ईएमआई ज्यादा होगी, लेकिन आपको ब्याज कम चुकाना होगा. ये जरूरी रिसर्च जरूर कर लें.
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