देश में बन रही हैं कई मूर्तियां, लेकिन सरताज बनेगा शिवा स्मारक
महाराष्ट्र सरकार करीब 3800 करोड़ रुपये की लगात से छत्रपति शिवाजी महाराज मेमोरियल का निर्माण कर रही है, जो बनकर तैयार होने पर दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति होगी.
ये होगी दुिनियां की सबसे ऊंची प्रतिमा (फाइल फोटो)
ये होगी दुिनियां की सबसे ऊंची प्रतिमा (फाइल फोटो)
महाराष्ट्र सरकार करीब 3800 करोड़ रुपये की लगात से छत्रपति शिवाजी महाराज मेमोरियल का निर्माण कर रही है, जो बनकर तैयार होने पर दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति होगी. अभी ये खिताब भारत की ही स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के पास है, जिसका पिछले महीने ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकार्पण किया.
यहां बनेगा दुनिया का सबसे ऊंचा स्टैच्यू
मुंबई में अरब सागर के भीतर बना रहे छत्रपति शिवाजी महाराज मेमोरियल या शिवा स्मारक को जल्द ही दुनिया के सबसे ऊंचे स्टैच्यू का खिताब मिल जाएगा. शिवा स्मारक की ऊंचाई 190 मीटर है, जबकि स्टैच्यू ऑफ यूनिटी 182 मीटर ऊंचा है. शिवा स्मारक समिति के अध्यक्ष विनायक मेटे ने बताया है कि शिवा जी का स्टैच्यू दुनिया में सबसे ऊंचा होगा. हालांकि बेस को मिलाने पर स्टैच्यू ऑफ यूनिटी की ऊंचाई अधिक होगी. इसके अलावा स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में सरदार पटेल की सीधी खड़ी मूर्ति है, जबकि शिवा स्मारक की मूर्ति में घोड़े और तलवार की ऊंचाई को भी जोड़ा गया है.
एलएनटी ही बनाएगा ये स्मारक
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी और शिवा स्मारक, दोनों को बनाने का ठेका लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) को मिला है. एलएंडटी ने उम्मीद जताई है कि शिवा स्मारक 2021 तक तैयार हो जाएगा.शिवा स्मारक में शिवाजी की मूर्ति के अलावा एक म्यूजियम, एक थियेटर और एक अस्पताल भी होगा. अभी शिवा स्मारक के डिजाइन को लेकर कुछ पर्यावरणविदों ने आपत्ति जताई है और ऊंचाई को लेकर हाईकोर्ट में एक मुकदमा भी दर्ज हो चुकी है, ऐसे में इस प्रोजेक्ट के पूरा होने पर ही तय होगा कि दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति का खिताब किसे मिलता है.
समुद्रा में बनेगा ये स्मारक
शिवा स्मारक जमीन से करीब 1.5 किलोमीटर दूर समुद्रा में बनाया जाएगा. इसके लिए समुद्री चट्टानों पर एक कृत्रिम द्वीप बनाया जाएगा. ये प्रोजेक्ट 32 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैला होगा. इस स्मारक का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2016 में किया था और इसका डिजाइन भी विख्यात शिल्पकार राम सुतार ने तैयार किया है. राम सुतार ने ही स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का डिजाइन भी तैयार किया है.
चट्टान पर बनेगी ये स्मारक
इस स्मारक को अरब सागर में 32 एकड़ चट्टान पर बनाया जा रहा है. फडणवीस ने कहा कि इसको देखने एक बार में 10 हजार लोग आ सकते हैं. इस स्मारक में थिएटर, लाइब्रेरी, फूड कोर्ट भी होगा. शिवाजी की मूर्ति को डिजाइन करने की जिम्मेदारी मशहूर शिल्पकार और पद्भभूषण से सम्मानित कलाकार राम सुतार को सौंपा गई है. इस स्मारक को एक साथ 10000 लोग देखने आ सकते हैं.
Written By:
अमित पाण्डेय
Updated: Mon, Nov 26, 2018
08:41 AM IST
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नई दिल्ली
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