Corona Lockdown News: लॉकडाउन की जगह पहले दूसरे तरीके अपनाए सरकार, तभी चलता रहेगा व्यापार- सर्वे
CAIT के एक सर्वे का कहना है कि सरकार लॉकडाउन की जगह दूसरे विकल्पों पर विचार करे, जिससे कि संक्रमण को रोकने के साथ-साथ व्यापार भी चलता रहे.
सर्वे में 79.6% व्यापारियों ने कहा कि अभी तक वे पिछले लॉकडाउन के नुकसान की भरपाई नहीं कर पाए हैं. (PTI)
सर्वे में 79.6% व्यापारियों ने कहा कि अभी तक वे पिछले लॉकडाउन के नुकसान की भरपाई नहीं कर पाए हैं. (PTI)
COVID19 Lockdown News:कोरोना महामारी (COVID19 Pandemic) की बेकाबू दूसरी लहर से देशभर के व्यापारी यानी ट्रेडर्स कारोबार को लेकर डरे हुए हैं. व्यापारियों को इस बात डर है कि अगर सरकार बेकाबू संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन का फैसला करती है, तो एक बार फिर उनका व्यापार पटरी से उतर जाएगा. ट्रेडर्स के संगठन कन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने 9 अप्रैल से 11 अप्रैल के बीच देश के व्यापारियों के बीच एक ऑनलाइन सर्वे कराया. इसमें ट्रेडर्स का कहना है कि सरकार लॉकडाउन की जगह दूसरे विकल्पों पर विचार करे, जिससे कि संक्रमण को रोकने के साथ-साथ व्यापार भी चलता रहे.
सर्वे में ज्यादातर व्यापारियों ने नाइट कर्फ्यू और लॉकडाउन को व्यापार के लिए एक बड़ी दिक्कत माना है. उनका कहना है कि इनकी जगह सरकार को दूसरा रास्ता अपनाए, जिससे न केवल कोविड पर काबू पाया जा सके बल्कि व्यापार और अर्थव्यवस्था भी चलती रहे. कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया कि कैट की ओर से कराए गए इस ऑनलाइन सर्वे में दिल्ली व देश के अन्य राज्यों के 8277 ट्रेडर्स ने हिस्सा लिया. सर्वे में कोविड एवं इससे रोकथाम को लेकर कुल 8 सवाल पूछे गए थे.
लॉकडाउन से व्यापार पर बुरा असर
कैट के महामंत्री खंडेलवाल ने बताया कि सर्वे में 83.6 फीसदी लोगों ने माना कि लॉकडाउन से कारोबार पर बुरा असर होगा. एक दूसरे सवाल के जवाब 77.8 फीसदी लोगों का कहना था कि बाजारों और सरकारी व अन्य दफ्तरों के समय में बदलाव करने से कोविड पर काफी हद तक लगाम लगाई जा सकती है. 83.4 फीसदी लोगों ने कहना है कि दुकाने बंद करना कोविड का समाधान नहीं है. सर्वे में 94.1 फीसदी लोगों ने स्वीकार किया की अगर कोरोना कोविड सेफ्टी प्रोटोकॉल सख्ती से अपनाए जाएं तो कोविड पर काबू पाया जा सकता है. साथ ही व्यापार भी चलता रहेगा.
अभी तक नहीं हुई पिछले लॉकडाउन की भरपाई
सर्वे में 96.7 फीसदी लोगों ने कोविड की रोकथाम और कोविड को लेकर जागरुकता के लिए स्थानीय प्रशासन का सहयोग करने की बात कही है. दूसरी ओर, 79.6 फीसदी व्यापारियों ने बताया कि अभी तक वे पिछले लॉकडाउन के नुकसान की भरपाई नहीं कर पाए हैं.
सर्वे के नतीजों का हवाला देते हुए खंडेलवाल ने कहा कि व्यापारी लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में देख रहे हैं. उनका साफ तौर यह मानना है कि सरकार कोविड से निपटने के लिए पहले दूसरे उपाय अपनाए. फिर भी अगर महामारी काबू नहीं होती है तो लॉकडाउन को अंतिम विकल्प के रूप में ही इस्तेमाल करे. कोरोना पर काबू के लिए देश के कई राज्यों में नाइट कर्फ्यू, लॉकडाउन, आंशिक लॉकडाउन जैसे कदम भी उठाए जा रहे हैं.
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03:09 PM IST