FSSAI ने जारी किया खाने के सामान में ट्रांस फैट का आंकड़ा, इन चीजों को खाते वक्त रखें सावधानी
FSSAI: एफएसएसएआई ने देश भर में खाने के सामान में ट्रांस फैट का आंकड़ा जारी किया है.
3.14 फीसदी प्रोडक्ट्स में 2 फीसदी से ज्यादा ट्रांस फैट पाया गया. (फाइल फोटो)
3.14 फीसदी प्रोडक्ट्स में 2 फीसदी से ज्यादा ट्रांस फैट पाया गया. (फाइल फोटो)
FSSAI: अगर आप खाने-पीने के शौकीन हैं और ट्रांस फैट को लेकर परेशान हैं तो एफएसएसएआई (Food Safety and Standards Authority of India) का ये आंकड़ा आपको राहत दे सकता है. देश में कम ही पैक्ड फूड प्रोडक्ट हैं जिनमें मानक से ज्यादा ट्रांस फैट पाया गया. पूरे देश में पैक्ड प्रोडक्ट के सर्वे के बाद ये बात सामने आई है. दरअसल एफएसएसएआई ने देश भर में खाने के सामान में ट्रांस फैट का आंकड़ा जारी किया है. विभिन्न फूड प्रोडक्ट के एक पैन-इंडिया सर्वे (PAN-India Survey) के बाद ये डाटा रिलीज किए गए हैं. इस रैंडम बेसिस (random basis) पर किए गए सर्वे में 6,245 पैक्ड फूड प्रोडक्ट शामिल किए गए.
3.14 फीसदी प्रोडक्ट्स में 2 फीसदी से ज्यादा ट्रांस फैट
इन प्रोडक्ट्स में मिठाई, टॉपिंग और चॉकलेट, फ्राइड फूड्स, बेकरी और कन्फेक्शनेरी के सामान शामिल किए गए. इसके अलावा फ्रोजन फूडस, मिश्रित खाद्य पदार्थ और तेल, वनस्पति, शॉर्टनिंग और मार्जरीन (Shortenings and Margarine) यानी बटर, चीज भी शामिल किए गए. इसके रिजल्ट से पता चला है कि सिर्फ 3.14 फीसदी प्रोडक्ट्स में 2 फीसदी से ज्यादा ट्रांस फैट है. 90 फीसदी से ज्यादा 196 सैंपल्स जिनमें मानक से ज्यादा ट्रांस फैट पाए गए उनमें तेल, वनस्पति और शॉर्टनिंग और मार्जरीन शामिल हैं.
76 सैंपल्स में 3 फीसदी से ज्यादा ट्रांस फैट
दूसरी कैटेगरी के 5176 सैंपल्स के विश्लेषण से पता चला है कि करीब 0.4 फीसदी फूड प्रोडक्ट्स में 2 फीसदी से ज्यादा ट्रांस फैट है. वहीं तेल, वनस्पति, शॉर्टनिंग और मार्जरीन के 1,069 में से 100 सैंपल्स के एनालिसिस से पता चला है कि इनमें 2 फीसदी से ज्यादा और 3 फीसदी से कम ट्रांस फैट है. सिर्फ 76 सैंपल्स में 3 फीसदी से ज्यादा ट्रांस फैट पाया गया.
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क्या होता है ट्रांस फैट
ट्रांस फूड हेल्थ को नुकसान पहुंचाने वाला हानिकारक पदार्थ है. इसे ट्रांस फैटी एसिड (Trans Fatty Acid) के नाम से भी जाना जाता हैं. ट्रांस फैट हमारे शरीर के लिए नुकसानदेह होता है और इसकी वजह से कई गंभीर बीमारियां भी होती हैं. ट्रांस फैट को हम खराब फैट भी कह सकते हैं इसलिए खुद को Healthy रखने के लिए इसकी जानकारी जरूरी है. यदि आपके खाने में ट्रांस फैट ज्यादा है तो यह बुरे कैलेस्ट्रोल ( LDL– Low-density Lipoprotein) की मात्रा को बढ़ाता है और अच्छे कैलेस्ट्रोल ( High-density Lipoprotein) को कम करता हैं. जिसके हृदय रोग (heart disease) का खतरा काफी बढ़ जाता हैं. कुछ ट्रांस फैट वाले फूड प्रोड्क्ट बाजार में मिलने वाली तली भुनी चीजें जैसे समोसा, पराठा, आलू टिक्की, फ्रेंच फ्राइज, आलू-पूरी, छोले-भटूरे, फास्ट फूड्स (बर्गर, पिज्जा, डोंट्स, सैंडविच आदि ) ट्रांस फैट फूड्स की कैटेगरी में ही आते हैं.
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02:19 PM IST