Jan 23, 2024, 10:22 AM IST

5 मंडप, 32 दरवाजे, 44 सीढ़ियां: आपको नहीं पता होंगी अयोध्या के अद्भुत राम मंदिर की रोचक बातें!

Kajal Jain

अयोध्या राम मंदिर को नागर शैली में बनाया गया है जिसमें 5 वर्षीय राम लला के विग्रह के साथ, भगवान गणेश, भगवान शंकर, हनुमान जी, अन्नपूर्णा माता, देवी दुर्गा और सूर्यदेव विराजमान किए गए हैं

राम लला का मंदिर परिसर 57 एकड़ में फैला है. 10 एकड़ में निर्मित मंदिर की लंबाई 360 फीट, चौड़ाई 235 फीट, ऊंचाई 161 फीट है

राम मंदिर में 3 मंजिल, 5 मंडप, सागौन की लकड़ी से बने 44 दरवाजे (42 पर 100 किलो सोने की परत) , 32 सीढ़ियां और 392 खंभे हैं. हर मंजिल की ऊंचाई 20 फीट और खंभे की ऊंचाई 14.6 फीट है

भव्य राम मंदिर में 5 मंडप बनाए गए हैं जिनके नाम नृत्य मंडप, रंग मंडप, गूढ़ मंडप, प्रार्थना मंडप, कीर्तन मंडप दिए गए हैं

जानकर हैरानी होगी कि भगवान राम के अद्भुत मंदिर में कहीं भी लोहे और स्टील का इस्तेमाल नहीं हुआ है. फिर भी मंदिर 1000 साल तक ज्यों की त्यों खड़ा रहेगा

राम मंदिर की नींव 15 फीट गहरी और 47 परतों वाली है. नींव की मिट्टी 28 दिन के अंदर पत्थर में बदल सकती है. 

राम मंदिर का पूरा फाउंडेशन स्टोन से बना है जो रिक्‍टर स्‍केल पर 6.5 की तीव्रता का भूकंप भी झेल सकता है

भगवान राम के अलौकिक मंदिर का निर्माण 17000 ग्रेनाइट पत्‍थरों से हुआ है जिसे मजबूत बनाने के लिए राजस्‍थान के मिर्जापुर और बंसी-पहाड़पुर के गुलाबी बलुआ पत्‍थर का इस्तेमाल हुआ है

राम मंदिर की सजावट के लिए नक्‍काशीदार संगमरमर लगाया गया है. नृत्य मंडप में देवी देवताओं की मूर्तियां, रामायण की चौपाइयां पत्थरों पर बहुत सुंदरता से उकेरी गई हैं

राम नवमी के दिन भगवान राम का अभिषेक सूर्य की किरणों से होगा.

 जब दोपहर में सूर्य की स्थिति दक्षिण दिशा में होगी, तब मिरर या लेंस के जरिए सूर्य की रौशनी राम लला के ललाट तक पहुंचेगी