सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद बैंक थी वर्ल्ड फेमस, ₹1 लाख का नोट किया था जारी
Kajal Jain
नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने भारत की आजादी की लड़ाई में एक अहम रोल अदा किया
Azad Hind Bank
23 जनवरी 1897 को कटक, ओडिशा के बंगाली परिवार में जन्मे नेताजी ने आजाद हिंद सरकार, आजाद हिंद फौज और आजाद हिंद बैंक के जरिए युवाओं को जोड़ने का काम किया
Azad Hind Bank
नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने 1943 में रंगून में आजाद हिंद बैंक की स्थापना की थी जिसकी शुरुआती कैपिटल 50 मिलियन डॉलर बताई जाती है
Azad Hind Bank
नेताजी की आजाद हिंद फौज का समर्थन करने वाले 10 देश- वर्मा, क्रोसिया, जर्मनी, नानकिंग (वर्तमान में चीन), मंचूको, इटली, थाइलैंड, फिलीपिंस व आयरलैंड ने आजाद हिंद बैंक का भी समर्थन किया
Azad Hind Bank
आजाद हिंद बैंक ने अपने संचालन के दौरान 10 रुपये के सिक्के से लेकर 1 लाख रुपये तक का नोट जारी किया जिस पर नेताजी की छवि थी
Azad Hind Bank
आजाद हिंद बैंक की ओर से जारी एक नोट आज भी बीएचयू के भारत कला भवन में भी संरक्षित किया गया है
Azad Hind Bank
भारत छोड़ने के बाद नेताजी ने अपना काफी वक्त जापान और जर्मनी में बिताया, जिसका फायदा ये हुआ कि
Azad Hind Bank
जापान और जर्मनी में रहने वाले भारतीय समुदाय के लोगों की सहायता से आजाद हिंद बैंक के नोट की छपाई होती रही
Azad Hind Bank
आपको जानकर हैरानी होगी कि उस वक्त नाजी जर्मनी ने आजाद हिंद फौज के सम्मान में 'आजाद डाक टिकट' जारी किया था
Azad Hind Bank
ये डाक टिकट वेर्नर और मारिया वॉन एक्सटर-हेडटलस ने डिजाइन किए थे जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम डाक टिकटों में शामिल किए गए हैं