कोरोना वायरस से जंग में दुनिया की तमाम ताकतें एकजुट हैं. महामारी से निपटने कहीं लॉकडाउन तो कहीं टेस्ट रेट में इजाफा किया जा रहा है. कई देशों में एंटीडॉट बनाने की कोशिश चल रही है. हिंदुस्तान भी कई देशों की मदद के लिए जरूरी दवाओं का इंतजाम कर रहा है. लेकिन, पाकिस्तान कोरोना के आगे घुटने टेकने को मजबूर है. कोरोना वायरस से पाकिस्तान में अब तक 5185 लोग संक्रमित हो चुके हैं. इनमें से 88 लोगों की मौत हो चुकी है. हर दिन बढ़ते आंकड़ों के बावजूद पाकिस्तान मजबूर है. दरअसल, पाकिस्तान के पास भुखमरी के चलते महामारी से लड़ने की ताकत नहीं है. खुद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने ये बात कबूली है.

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हर दिन बढ़ते आंकड़ों के साथ देश के प्रधानमंत्री इमरान खान की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं. शुरुआत से ही इमरान इस बात पर कायम रहे हैं कि विकसित देशों की तरह पाकिस्तान में लॉकडाउन घोषित नहीं किया जा सकता. कारण है कंगाली. दरअसल, पाकिस्तान में लॉकडाउन लगाने पर हजारों लोग भूख से मर जाएंगे. कंगाल पाकिस्तान के पास अपनी आवाम को जरूरी मदद पहुंचाने के भी पैसे नहीं है. यही वजह है कि पाकिस्तान ने ग्लोबल कम्यूनिटी से आर्थिक राहत देने की अपील की है.

भुखमरी रोकना है चुनौती

एक वीडियो संदेश में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि कोरोना वायरस ने देश के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है. इमरान ने कहा कि विकसित देशों में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए पहले लॉकडाउन लगाया गया और बाद में इकोनॉमी के नुकसान से निपटने की कोशिश की जा रही है. लेकिन, पाकिस्तान के हालात अलग हैं. विकासशील देशों में लॉकडाउन के चलते भुखमरी से होने वाली मौत को रोकना एक बड़ी चुनौती है. पाकिस्तान के पास इस आपदा से निपटने के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं है. वह अपनी आवाम और इकोनॉमी को एक साथ बचाने के लिए पैकेज नहीं दे सकते. 

पाई-पाई को मोहताज है पाकिस्तान

इमरान खान ने कबूला कि विकासशील देशों में संसाधनों की कमी है. उन्होंने कहा कि अमेरिका ने 2.2 ट्रिलियन डॉलर, जर्मनी ने 1 ट्रिलियन यूरो और 2 ट्रिलियन डॉलर अपने देशों के लिए बतौर राहत पैकेज जारी कर दिया है. लेकिन, 220 मिलियन लोगों की आबादी वाले पाकिस्तान के पास सिर्फ 8 बिलियन डॉलर्स ही हैं. उन्होंने कहा कि यह कर्ज के तले देशों के सामने एक बड़ी समस्या है.

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कर्ज में रियायत मांगी

इमरान खान ने ग्लोबल लीडर्स, फाइनैंशल इंस्टिट्यूशन्स के अध्यक्षों और UN सेक्रटरी जनरल से विकासशील देशों को कर्ज में राहत देने की मांग की है. बता दें कि पाकिस्तान से कोरोना वायरस को लेकर चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. यहां सिंध प्रांत में एक दिन में टेस्ट किए गए मामलों में 20 फीसदी पॉजिटिव पाए गए हैं, जो दुनिया में औसतन सबसे ज्यादा है.