Super Vaccine News Alert: खतरा, तबाही, मास्क, लॉकडाउन, वैक्सीन... 1 साल तीन महीने से हम सही सुनते आ रहे हैं. दूसरी लहर ने भारत को हिलाकर रख दिया. आलम ये रहा कि लोगों को दवाएं, ऑक्सीजन और हॉस्पिटल में बेड तक न मिला. अब चर्चा तीसरी लहर की है. कोरोना वायरस का नया वेरिएंट 'डेल्टा' 60 फीसदी ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है. लोगों को आगाह किया जा रहा है कि जब तक दवाई नहीं... तब तक ढिलाई नहीं. लेकिन, बताया जा रहा है कि इस वेरिएंट पर तो वैक्सीन भी असरदार नहीं है. ऐसे में तीसरी लहर की कल्पना से भी अब डर लगता है. लेकिन, अब आपके लिए गुड न्यूज है. बल्कि पूरी दुनिया के लिए अच्छी खबर है. जल्द ही महामारी का विनाश हो सकता है.

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हर वेरिएंट से लड़ने वाली 'सुपर वैक्सीन'

वैज्ञानिकों ने एक ऐसी वैक्सीन इजाद की है, जो कोविड-19 के हर वेरिएंट का मुकाबला करेगी. कोरोना वायरस फैमिली के जितने भी खतरनाक वायरस हैं या होंगे, उनको ये वैक्सीन खत्म कर देगी. वैज्ञानिकों ने इसे 'सुपर वैक्सीन' बताया है. हालांकि, अभी इस तैयार होने में वक्त लगेगा. लेकिन, भविष्य में पैदा होने वाली महामारी को ये ही वैक्सीन ख्तम करेगी. वैज्ञानिकों का दावा है कि वैक्सीन का चूहों पर सफल ट्रायल हो चुका है. जिन चूहों पर इसका ट्रायल किया गया, वे SARS-CoV और कोरोना के दूसरे वैरिएंट से पीड़ित थे. जल्द ही इंसानों पर इसके ट्रायल शुरू होंगे.

यूनिवर्सिटी ने किया Super Vaccine को डेवलप

'सुपर वैक्सीन' को अमेरिका की नॉर्थ कैरोलिना यूनिवर्सिटी ने डेवलप किया है. यूनिवर्सिटी की स्टडी को साइंस जर्नल में पब्लिश किया गया है. यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का मानना है कि भविष्य में कोरोना वायरस का कोई नया रूप सामने आता रहेगा. ये नया रूप नई महामारी को भी जन्म दे सकता है. ऐसे में वैज्ञानिक इस सुपर वैक्सीन सेकेंड जेनरेशन वैक्सीन साबित हो सकती है. दुनियाभर में फैले खतरे को रोकने के लिए इस वैक्सीन को तैयार किया जा रहा है.

mRNA वैक्सीन की पद्धति पर करती है काम

'सुपर वैक्सीन' जानवरों से इंसान में फैलने वाले वायरस से इम्यून सिस्टम को सुरक्षित रखती है. ये एक mRNA वैक्सीन है. फिलहाल, फाइजर (Pfizer) और मॉडर्ना (Moderna) की वैक्सीन भी इस पद्धति पर काम करती है. चूहों पर किए गए ट्रायल में वैक्सीन ने कई ऐसी एंटीबॉडी डेवलप की हैं, जो स्पाइक प्रोटीन पर वार करती हैं. साउथ अफ्रीका में मिले बी.1.351 वैरिएंट पर भी इस टीके ने काफी प्रभावी असर दिखाया है. नई वैक्सीन सरबेकोवायरस पर हमला करती है. सरबेकोवायरस कोरोना वायरस फैमिली का हिस्सा है. सार्स और कोविड-19 भी इस फैमिली के ही वैरिएंट हैं.

क्या है स्पाइक प्रोटीन?

कोरोनावायरस की फैमिली के सभी वेरिएंट स्पाइक प्रोटीन डेवलप करते हैं. वायरस की आउटर लेयर पर क्राउन यानि कांटों की तरह दिखने वाले हिस्से से प्रोटीन बाहर निकलता है. इसे ही स्पाइक प्रोटीन का नाम दिया गया है. प्रोटीन के जरिए ही इंसानी शरीर में संक्रमण की शुरुआत होती है और तेजी से फैलता है. यह इंसान के एंजाइम ACE2 रिसेप्टर से जुड़ फेफड़ों में पहुंचता है. प्रोटीन फेफड़ों में पहुंचने पर संक्रमण को बढ़ाता है.